भारत माता के सच्चे सपूत थे हेमू कालाणी – उप मुख्यमंत्री
भारत माता के सच्चे सपूत थे हेमू कालाणी – उप मुख्यमंत्री
उप मुख्यमंत्री ने हेमू कालाणी की प्रतिमा का किया अनावरण
रीवा 27 जनवरी 2025. उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा शहर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हेमू कालाणी की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माता के सपूत थे हेमू कालाणी। हमारा देश शहीदों के प्रति कृतज्ञ है। इन्हीं के दम पर हमें आजादी मिली और हम सात सौ वर्षों की गुलामी के बाद आजाद हुए। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हेमू कालाणी की प्रतिमा शहर में स्वागत भवन के पास स्थापित की गई है। इस चौक का नाम अब हेमू कालाणी चौक होगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हेमू कालाणी एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। हेमू कालाणी ने अपने जीवन का अधिकांश समय भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष में बिताया। उनके मन में बचपन से ही देशप्रेम की भावना थी और स्वतंत्रता का जुनून सवार था। हेमू कालाणी की शहादत ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई दिशा दी। उनकी बहादुरी और बलिदान को आज भी याद किया जाता है और वे भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी के रूप में सम्मानित हैं। हमारा देश पुन: सोने की चिड़िया बनेगा। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को विश्वगुरू बनाने में सभी अपना योगदान दें। हेमू कालाणी का जन्म 23 मार्च 1923 को सिंध प्रांत में हुआ था और वह 21 जनवरी 1943 को शहीद हो गए। उप मुख्यमंत्री ने सिंधी समाज अभिनंदन किया जिन्होंने हेमू कालाणी जी की प्रतिमा स्थापित कराई जिससे लोगों को प्रेरणा मिलती रहेगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि हेमू कालाणी जी में देशप्रेम की भावना बाल्यकाल से ही भरी थी। उनमें देशप्रेम का जज्बा था और वह हमेशा राष्ट्रभक्ति का गीत गुनगुनाया करते थे। इस अवसर पर अध्यक्ष नगर निगम व्यंकटेश पाण्डेय ने कहा कि शहीद हेमू कालाणी से हमे प्रेरणा मिलती है। वह मात्र 19 वर्ष की आयु में शहीद हो गए। उनके चरणों में श्रद्धांजलि है। कार्यक्रम में सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष सरदार प्रहलाद सिंह एवं श्री हुकूमत राय होतवानी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सिंधी सेंट्रल पंचायत द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सहित अतिथियों का शॉल और श्रीफल से सम्मान किया गया। इस दौरान सिंधी समाज के संतजन तथा गणमान्य नागरिक व शहरवासी उपस्थित रहे।