देश का सम्मान: अटल ज्योति अभियान
- देश का सम्मान: अटल ज्योति अभियान
- विश्व के प्राचीनतम उपलब्ध ग्रन्थ ऋग्वेद की पहली ऋचा अग्निदेव का वंदन करती है, क्योंकि अग्नि ही ऊर्जा है, ऊषा है, प्रकाश है और प्रत्येक जीव-निर्जीव के सूक्ष्मतम से सूक्ष्मतम अस्तित्व और उसके प्रगतिकरण का कारक और कारण। ऊर्जा सबका मूल है और अस्तित्वहीनता ऊर्जा का अभाव। प्रगति और विकास का सोपान है ऊर्जा। प्रत्येक व्यक्त ओर अव्यक्त क्रियाकलाप का केन्द्र है ऊर्जा और इसीलिए विश्व के प्राचीनतम ग्रन्थ से लेकर आज 27 अप्रैल 2013 और इससे आगे भी ऊर्जा की उपलब्धता और उसकी सदउपयोगिता का कार्य ऋषितुल्य महान विभूतियों द्वारा किया जाता रहेगा। यह ऋषितुल्य विभूतियां जगत् के कल्याण के लिए अवतरित होती हैं। रंग-रूप , वेश-भूषा इनका समय-समय पर अलग-अलग हो सकता है लेकिन इनका कार्य हमेशा प्राणीमात्र का कल्याण ही रहता है। समय परिवर्तन के साथ ऊर्जा के निर्माण और उपयोग का स्वरूप भी बदलता है और इसी परिवर्तन की कड़ी में आज हम ऊर्जा के जिस स्वरूप को उपयोग में ला रहे हैं वह विद्युत ऊर्जा के रूप में जानी जा रही है। आज के युग के सारे क्रियाकलाप विद्युत ऊर्जा की धुरी पर ही चक्कर लगा रहे हैं।
आज रीवा जिले का प्रत्येक गाँव विद्युत ऊर्जा का 24 घण्टे उपयोग करने वाला गाँव बनेगा। आज से पहले 50 जिले वाले मध्य प्रदेश के 14 जिले के प्रत्येक गाँव 24 घण्टे बिजली आपूर्ति और उपभोग वाले बन चुके हैं। इनमें पहला जिला हमारे प्रदेश की संस्कारधानी कहा जाने वाला जबलपुर है जहाँ इस योजना का शुभारंभ प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान और उनके कैबिनट के ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अपने साथ सहयोगियों के साथ 20 जनवरी 2013 को किया। इसके पश्चात् मण्डला, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, भोपाल, रतलाम, धार, बुरहानपुर, बालाघाट अलीराजपुर, श्योपुर, पन्ना, मन्दसौर जिले के बाद आज रीवा 15वाँ जिला बन रहा है। इस असम्भव से लगने वाले काम को अंजाम प्रदेश मुखिया शिवराज सिंह चैहान के अगुआई में रीवा के लाड़ले जनप्रतिनिधि प्रदेश के यशस्वी ऊर्जा एवं खनिज मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अपने सहयोगियों के साथ दिया। विजय का श्रेय राजा के साथ उसके सेनापति और उसकी सेना को देना जरूरी है क्योंकि आज विजय है, प्रदेश को अंधेरे से निकालकर उजाले की ओर ले जाने का सदियों से लिखते-पढ़ते आये हैं ‘‘तमसो मा ज्योर्तिगमय’’ यानी हमे अन्धकार से प्रकाश की ओर ले चलें। आध्यात्मिक दिशा में अन्धकार से प्रकाश की ओर अगर धर्म ले जाता है तो भौतिक क्षेत्र में जिसकी मदद से धार्मिक कार्यों में भी सरलता मिलती है ऐसे विद्युत ऊर्जा को राजेन्द्र शुक्ल जैसे कर्मयोगी की मेहनत ने प्रदेश को अन्धकार से प्रकाश की ओर ले जाने का काम ‘‘अटल ज्योति अभियान’’ के माध्यम से किया। विकसित, विकासशील और अविकसित देश, समाज अन्य कसौटियों के साथ एक मुख्य कसौटी जनता को मिलने वाली विद्युत ऊर्जा की उपलब्धता भी के रूप में कसने का आधार होता है। और आज इसी विकासशील से विकसित समाज की ओर बढ़ने का एक बड़ा कदम जिले के प्रत्येक नागरिकों को 24 घण्टे बिजली की सुलभ उपलब्धता के रूप में राजेन्द्र शुक्ल जी द्वारा दिया जा रहा है। 10 सम्भाग 50 जिले 476 नगर 342 तहसील, 313 विकासखण्ड, 14 नगरनिगम, 96 नगर पालिका, 249 नगर पंचायत और 54903 गाँव वाला हमारा मध्य प्रदेश जून 2013 तक बिजली कटौती मुक्त प्रदेश बन जायेगा।
हमारा प्रदेश संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में जहाँ इस जनहितैशी कार्य को पूर्णकर पूरे देश का सम्मान बढ़ायेगा, वहीं इस कठिन चुनौती को पूरा करने का काम जिस ऊर्जावान ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने किया है। उसका गुण-गान प्रदेश और देश लम्बे समय तक करता रहेगा।
कुछ योजनाएँ तकदीर और तस्वीर बदलने वाली होती हैं ऐसी ही एक योजना हमारे सबसे यशस्वी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री सड़क योजना के रूप में भारत के प्रत्येक गाँव को बारहमासी पक्की सड़क से जोड़ने का किया है और आज दूसरा कार्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान और ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने प्रदेश के 54903 गाँवों को 24 घण्टे सातों दिन बारहों महीने बिजली देकर करने जा रहे हैं। इस अभियान का नाम ‘‘अटल ज्योति अभियान’’ अपनी सार्थकता स्वयं बयान करता है और ऐसा लगता है कि इससे सार्थक नाम इस योजना का और कुछ हो भी नहीं सकता। अटल जी के सहयोगी और भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी जी ने जब इस योजना का शुभारम्भ शहडोल में किया तो प्रदेश क्या देश में एक नया इतिहास रचने का काम किया गया। असम्भव से लगने वाले काम कैसे शिवराज सिंह चैहान और ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अपने सहयोगियों के साथ सम्भव बना दिया यह किसी चमत्कार से कम नहीं लगा। लेकिन एक के बाद एक जिले में यह योजना सम्भव साकार रूप लेते हुए आज रीवा में रीवा जिले के प्रत्येक गाँव को रोशन करने जा रही है।
भोपाल में इस योजना का शुभारम्भ करते हुए पूर्व महामहिम राष्ट्रपति महोदय डाॅ. अब्दुल कलाम जी ने सच ही कहा है कि प्रदेश देश का रोल माॅडल है देश के अन्य प्रदेशों को मध्य प्रदेश से सीखने की आवश्यकता है कि कैसे एक बीमारू कहा जाने वाला राज्य अपने जुझारू मुखिया के नेतृत्व में सुचारू चलने वाला राज्य बन सकता है। मध्य प्रदेश इसका प्रमाण है। अटल – आडवाणी, अब्दुल कलाम जैसे भारत के सपूतों के सपनों को साकार करने का प्रयास शिवराज-राजेन्द्र और इनके सहयोगियों ने करने का किया है।
भारत के महान शिक्षाविद् और अटल जी के सहयोगी पूर्व मानव संसाधन विकासमंत्री मुरली मनोहर जोशी जी प्रत्येक गाँव को 24 घण्टे सातों दिन अनवरत बिजली प्रदान करने की योजना को धरातल में उतारते हुए गदगद थे। ऐसा लगाता है जैसे जिन उद्देशों को लेकर आप लोग राजनीति में आये थे भारत का समग्र विकास उसकी सीढ़ियां शिवराज के नेतृत्व में प्रदेश चढ़ रहा है और देश को यह सम्बल प्रदान कर रहा है कि ‘‘मध्यप्रदेश है न ! शिव राज हैं न ! राजेन्द्र हैं न ! चिन्ता किस बात की !
गड़करी जी, अरुण जेटली जी, विक्रम वर्मा जी, प्रदेश के गाँवों की खुशहाल होती सूरत को देखकर गदगद हैं। कृषि क्षेत्र में आत्म-निर्भरता है तो ‘‘कृषि कर्मण’’ पुरस्कार प्रदेश को महामहिम के हाथों मिल रहा है। प्रदेश देश में विकास के पायदान में पहले नम्बर पर चल रहा है। हमारा सौभाग्य है कि शिवराज जैसे दूरदृष्टि वाला नेतृत्व हमे मिला जिसकी अगुआई में हम प्रदेशवासी अपने देश की दशा सुधारने में सहभागी बन रहे हैं।
आज 27 अप्रैल को जब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय राजनाथ सिंह जी की गरिमामयी उपस्थिति में हमारा जिला 24 घण्टे सातों दिन बारहों महीने बिजली पाने वाला जिला बनेगा तो जितनी प्रसन्नता हम रीवा जिले वासियों को होगी उससे कहीं ज्यादा खुशी राजनाथ सिंह जी को होगी। क्योंकि उन्हें इस बात पर गर्व होगा कि वह ऐसी पार्टी के मुखिया हैं जिसमें मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री ने अपने सहयोगियों के साथ वह असम्भव सा लगने वाला काम सम्भव कर दिखाया है। जिसकी देश को शख्त जरूरत है क्योंकि सभी जानते हैं कि विश्व के सभी विकसित देश ऊर्जा के क्षेत्र में आत्म-निर्भर हैं। उनकी यही ऊर्जा आत्म-निर्भरता उनके विकास की पहली सीढ़ी और विकसित बनने का मुख्य औजार है। अमेरिका जैसा देश अपने-आपको अग्रणी रखने के लिए सभी तरह के ऊर्जा स्रोतों के लिए ही पूरे विश्व में इधर-उधर हाथ-पैर मारता है और अपनी नाक उन देशों के घरेलू कार्यों में घुसेड़ता रहता है। उसकी ऊर्जा आपूर्ति में बाधक बनने के कारण कई देशों का स्वरूप ही परिवर्तित हो गया।
अब्दुल कलाम जी का कहा एक वाक्य याद आता है कि ‘‘शक्ति ही शक्ति का सम्मान करती है।’’ और प्रदेश की तरह जब हमारा देश भी ऊर्जा के क्षेत्र में आत्म-निर्भर हो जायेगा तब स्वाभाविक रूप से हमारे चहुमुखी विकास के पहिये गतिशील होकर हमें विकसित देश बनाकर ही दम लेंगे। इससे हमें वह मजबूती मिलेगी जिससे हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान, चीन जैसे देश अपनी हद में रहने के लिए मजबूर हो जायेंगे।
इस योजना की सफलता में प्रसन्नता के साथ हम रीवावासियों की प्रसन्नता का एक मुख्य कारण हमारे रीवा विधायक और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री के रूप में कार्य कर रहे राजेन्द्र शुक्ल हैं। स्वाभाविक रूप से हमें गर्व की अनुभूति होती है जब हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ने ऊर्जामंत्री के रूप में अपने दायित्व का बाखूबी निर्वहन किया है। इसके पहले ऊर्जा विभाग ऊर्जामंत्री के लिए तनाव का कारण होता था। लेकिन आपने अपने संयमी स्वभाव से ऊर्जा विभाग के स्वभाव और स्वरूप को ही बदल कर रख दिया है। सड़क, बिजली, पानी कहते हैं कि सरकार बनाने के मुख्य कारक होते हैं। शिवराज की सरकार ने प्रधानमंत्री सड़क, मुख्यमंत्री सड़क के साथ बी0ओ0टी0 आदि के माध्यमों से पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा दिया है तो ज्यादातर अधूरे पड़े बांधों, नहरों, तालाबों का काम पूराकर सिंचाई का रकवा बढ़ाया जिनमें से बाणसागर एक है। इसके साथ शहरों में, गाँवों में पीने के पानी की व्यवस्था अच्छी की अब रह जाती थी बिजली की बात जहाँ आज तक की सभी पुरानी सरकारें विफल रहीं वहीं शिवराज के नेतृत्व में राजेन्द्र शुक्ल ने अपने सहयोगियों के साथ उस कमी को भी पूरा कर दिया। लेकिन राजेन्द्र शुक्ल 24 घण्टे बिजली देने के काम को पूर्णता न मानकर उन गाँवों को बिजली की उपलब्धता से जोड़ना चाहते हैं और जोड़ भी रहे हैं। जहाँ आज तक बिजली पहुंची ही नहीं। ऐसा ही रीवा जिले का एक गाँव था करियाझर आज वहाँ भी बिजली जल रही है लेकिन अभी भी प्रदेश के कई गाँव बिजली की उपलब्धता से दूर हैं उन्हें चिन्हित कर बिजली की उपलब्धता वाला गाँव बनाने का अभियान चलाया जा रहा है।
कई बार समाचार पत्रों में पढ़ने को मिलता है कि किसी गाँव में सड़क न होने के कारण वहाँ के युवक युवतियों की शादी नहीं हो रही है। ऐसा ही किस्सा समाचार पत्र में एक गाँव का प्रकाशित हुआ था जहाँ बिजली न होने से उस गाँव के लड़कों की शादी नहीं हो रही थी। क्योंकि कोई भी लड़की दुल्हन बनकर ऐसे गाँव में आना नहीं चाहती थी जहाँ बिजली न हो। यह किस्सा हल्का-फुल्का लगता है लेकिन मैंने मंत्री जी से गाँव की यह तकलीफ बताई थी मंत्री जी ने हंसते हुए कहा था कि यह गाँव बस क्यों हम प्रदेश के सभी गाँवों की बिजली समस्या दूर करेंगे जिससे लोगों का समग्र विकास हो सके और जीवन सुखमय खुशहाल बन सके।
54903 गाँवों में 24 घण्टे बिजली की आबाध आपूर्ति सरकार की उन योजनाओं को भी अमलीजामा पहनायेगी जिन्हें समय-समय पर सरकारों ने देखा है क्योंकि मुझे याद आता है कि वर्षों पूर्व गाँव-गाँव स्कूलों में कलर टेलीविजन भेजे गये थे लेकिन उस समय गाँव में बिजली नहीं थी। अभी उत्तर प्रदेश सरकार ने लैप्टाप बांटे लेकिन वहां समस्या यह है कि बेचारे छात्र अपना लेप्टाप चार्ज कहाँ करें। ऐसी स्थिति चाहे केन्द्र की योजना हो या राज्य की अब कम से कम मध्यप्रदेश में निर्मित नहीं होगी। बिजली वर्तमान युग की आधार भूत आवश्यकता है जिसकी उपलब्धता विकास की सभी दिशाएं और राह खोलने का काम करती हैं। इस योजना का परिणाम होगा कि गाँवों से शहर की ओर का पलायन रुकेगा। गाँवों में रोजगार के सृजन के साथ लोगों को शहरों में उपलब्ध मूल भूत और आधुनिक सुविधाओं और आवश्यकताओं की पूर्ति होने लगेगी। गाँव के स्कूलों में भी पंखे चलेंगे, लाइट जलेगी, गाँव का व्यक्ति भी गर्मी में अपने घरों में अपनी समर्थानुसार पंखे, कूलर आदि का उपयोग कर सकेगा।
शहर गाँव का अन्तर मिटने लगेगा, गाँव के अस्पताल में चिमनी की रोशनी मंें अब आपरेशन नहीं करना पडे़गा, 24 घण्टे गाँवों में बिजली की उपलब्धता कितनी तरह से और कितने क्षेत्र के विकास को प्रभावित करेगा। इस विषय पर पूरा ग्रन्थ लिखा जा सकता है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान का सपना कि हमारा मध्यप्रदेश देश का विकसित और सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बने और हमारे रीवा विधायक एवं ऊर्जामंत्री राजेन्द्र शुक्ल का सपना कि प्रदेश में रीवा सर्वश्रेष्ठ और विकसित जिला बने मूर्तिरूप लेगा उस दिशा में यह 24 घण्टे बिजली की उपलब्धता नींव का पत्थर और सुन्दर कंगूरा भी बनकर दिखायेगी।
दूरदर्शन में एक कूलर का विज्ञापन आता है उसमंे कहा जाता है कि इण्डिया में बिजली तो जायेगी ही। यह हमारी मानसिकता हो चुकी थी जिसे प्रदेश ने बदला है। अब विज्ञापन कहेंगे जब मध्य प्रदेश में बिजली जायेगी नहीं तो किस बात की चिन्ता और आगे कहूँ तो ऐसा ही नेतृत्व अगर हमारे देश को मिला तो विज्ञापन होगा कि भारत में बिजली जाती नहीं तो किस बात की चिन्ता। 24 घण्टे बिजली अनवरत बिजली हमारी मानसिकता को बदलने का काम करेगी। गाँव शहर की ओर, शहर महानगर की ओर और महानगर विदेश की ओर भगना छोड़ देंगे। हीनता का भाव हमसे दूर होगा, ऐसा काम यह ‘‘अटल ज्योति अभियान’’ करने जा रहा है। क्योंकि ‘‘मन के हारे हार है मन के जीते जीत’’ और शिवराज-राजेन्द्र की दृढ़ इच्छा शक्ति और जीत में विश्वास रखने का भाव ही है जिसने तमाम बाधाओं के बाद भी आज प्रदेश को 24 घण्टे बिजली वाला प्रदेश बना दिया है। इनकी यही मेहनत प्रदेश को बिजली सरप्लस वाला प्रदेश बना रही है। और सरप्लस बिजली देश के अन्य भागों में काम आयेगी जिससे देश के अन्य भाग भी रोशन होंगे। इसलिए मैं कहता हूँ कि ‘‘देश का सम्मान-अटल ज्योति अभियान’’। मेरा मन बार-बार शिवराज सिंह चैहान मुख्य मंत्री मध्य प्रदेश शासन तथा ऊर्जामंत्री मध्यप्रदेश शासन राजेन्द्र शुक्ल और इनके सहयोगियों को धन्यवाद ज्ञापित करता है। आज 27 अप्रैल को जब हमारे रीवा जिले का प्रत्येक गाँव 24 घण्टे सातों दिन बारहों महीने बिजली पाने वाले गाँव बनने जा रहे हैं तो हमारी भी ईश्वर से प्रार्थना है कि इस नेतृत्व को ईश्वर अपना आशीर्वाद 24 घण्टे, सातों दिन, बारहों महीने अनवरत प्रदान करे जिससे यह प्रदेश और देश की खुशहाली के लिए यूं ही दिन-रात काम करते रहें। - अजय नारायण त्रिपाठी
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