गडकरी की तारीफ कोश्यारी को पड़ गई भारी

गडकरी की तारीफ कोश्यारी को पड़ गई भारी

 विगत दिनों महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी एक कार्यक्रम में युवाओं के लिए आदर्श बताते हुए यह बोल गए कि शिवाजी महाराज आपको पुराने लग सकते हैं लेकिन   बाबा साहब अंबेडकर और नितिन गडकरी भी हैं नितिन जी तो आपके बीच मे हैं।  इनको भी आप  आदर्श के रूप में देख सकते हैं।
कोश्यारी का मतलब यह है कि आप गडकरी को देख सकते हैं कि कैसे उन्होंने देश मे सड़क विकास को एक नई ऊंचाई पहुंचाई है। ईमानदार नेता है और हमेशा नया तथा सकारात्मक कार्य करने का उनका प्रयास रहता है।आज की पीढ़ी हमेशा वर्तमान में जीना चाहती है पुराने आदर्शों को खारिज कर उनके प्रति शंका भी पैदा करती है चाहे वह हमारे धार्मिक आदर्श हो जाए ऐतिहासिक। हर स्तर पर वह सवाल उठाती है आदर्श भी कुछ अपने सुविधानुसार या वर्तमान व्यवस्था अवस्था में स्थापित कर देखना चाहती है। कोश्यारी का शिवाजी महाराज का अपमान करने जैसा कोई विचार नहीं है । उनकी महानता पर कोई सवाल उठाया भी नहीं जा सकता है । कोश्यारी जी ने सिर्फ यह कहा है कि तुम शिवाजी महाराज जैसे आदर्श को अपनी कमजोरी के चलते शायद न अपना सको। उनके महान गुण आदर्श तुम्हें पुराने समय के लगे लेकिन अभी कर्मठ आदर्श अपने बीच गडकरी जी हैं जो देश निर्माण में लगे हुए। मैं कोश्यारी का कोई समर्थक नहीं हूं लेकिन यह भी बात सही है कि गडकरी आज अटल जी के बाद लोगों के दिल में बसने वाले सहज भाजपा के नेता हैं। जो कहा वह किया, वर्तमान में अगर प्रधानमंत्री मोदी इस सरकार का चेहरा हैं तो उसे चमकाने वाले गडकरी है। कोश्यारी सिर्फ इतना कह रहे हैं कि तुम शिवाजी महाराज नहीं बन सकते हो तो कम से कम गडकरी जी पद चिन्हों पर चल लो।
 कोश्यारी से गलती यह हो गई कि  वह मोदी जी की जगह गडकरी जी का नाम ले लिया। वैसे यह भी गलती नही है कार्यक्रम महाराष्ट्र मे था गडकरी वहीं से आते हैं। अब अगर कोश्यारी  गडकरी की जगह मोदी जी का नाम लेते तो अमित शाह को  स्पष्टीकरण पत्र न भेजना पड़ता और शायद राज्यपाल का पद भी न जाता  जिसकी अब संभावना है। वैसे अभी तक वह महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं लेकिन कब तक रहेंगे यह पता नहीं।  मोदी जी का मीडिया प्रेम और अपनी वाहवाही अब मोदी जी के लिए थोड़ा नुकसानदेह साबित होगी क्योंकि सिर्फ मोदी जी के कारण भाजपा सरकार में है यह स्थापित करना उचित नहीं है। कोई भी सरकार सभी के सहयोग से बनती है उसका एक चेहरा जरूर सामने रखना होता है जिसके पीछे पार्टी चल सके तो वह वर्तमान में मोदी हैं लेकिन गडकरी की स्वीकारोक्ति भारत के उन भाजपा विरोधियों में भी है जो मोदी को पसंद नहीं करते। गडकरी का अपने विभाग और सरकार के मंत्री के रूप में किया गया सड़कों का विकास आज पूरे भारत मे दिखता है।  नए भारत को बनाने में गडकरी का महत्वपूर्ण योगदान है इसलिए गडकरी आदर्श बनने के भी हकदार हैं ।
अजय नारायण त्रिपाठी “ अलखू “
  15 दिसंबर 2022
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