डीएमएफ मद से स्वीकृत राशि से उपयोगी व गुणवत्तापूर्ण कार्य करायें – कलेक्टर

रीवा 8 अक्टूबर 2021. कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय रीवा की रोगी कल्याण समिति की बैठक कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिला चिकित्सालय में आयोजित बैठक में गत बैठक के पालन प्रतिवेदन पर चर्चा के साथ ही एक अप्रैल से 15 सितंबर के मध्य हुए आय-व्यय व अन्य निर्माण कार्यों की स्वीकृति के संबंध में विचार विमर्श किया गया।

बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने निर्देश दिये कि डीएमएफ मद से जिला चिकित्सालय में जो कार्य कायाकल्प अभियान के तहत कराये जा रहे हैं उनमें उपयोगी कार्य ही करायें साथ ही उनकी गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाय। डीएमएफ मद से गार्ड रूम, स्लाइडिंग गेट, नर्स स्टेशन, स्ट्रेचर पार्किंग, ओपन पार्किंग एरिया, फोर व्हीलर कवर्ड पार्किंग वर्क, इलेक्ट्रीशियन रेनोवेशन के कार्यों का अनुमोदित करते हुए निविदा कराकर समय सीमा में गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराने के निर्देश दिये गये। जिला अस्पताल में प्रगतिरत कार्यों पब्लिक टायलेट, वाटर हट, दुकानों के सामने पेवर ब्लाक लगाने का कार्य, 5 टायलेट्स का रेनोवेश, गार्डनिंग कार्य, ड्रेनेज कार्य, मीटिंग हाल के रेनोवेशन के कार्य तथा एयर क्वालिटी डिस्प्ले को कराये जाने के लिए निर्देशित किया गया।

कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिये कि जिला अस्पताल की जिन दुकानों का किराया दुकानदारों द्वारा भुगतान नहीं किया गया है उनके दुकान आवंटन को निरस्त करने की कार्यवाही कराये। उन्होंने कोरोना संक्रमणकाल में लाकडाउन की अवधि का दुकानों के किराया में रियायत देने के निर्देश दिये तथा प्रति तीन वर्ष में दुकानों के किराया में 25 प्रतिशत वृद्धि पर भी सहमति रही। कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी को निर्देशित किया कि जिला अस्पताल में कराये गये कार्यों में खर्च हुई राशि का परीक्षण करें उन्होंने गत बैठक के पालन प्रतिवेदन पर चर्चा के दौरान पूर्व में स्वीकृत नाली निर्माण से शेष बची राशि को पीडब्ल्यूडी द्वारा वापस करने की कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।

कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया कि रोगी कल्याण समिति में दान देने हेतु औद्योगिक प्रतिष्ठान व व्यापारी संघो सहित अन्य से भी पहल की जाय ताकि आर्थिक स्थिति सुधरे। उन्होंने स्पष्ट तौर पर निर्देश दिये कि जिन कार्यों के टेण्डर हुए हैं और निर्माण कार्य हो रहे हैं उनकी लगातार मॉनीटरिंग हो। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देश दिये कि अस्पताल में सभी जांच उपकरण व मशीनें सही ढंग से संचालित हों तथा नियमित निरीक्षण कर डॉक्टर्स भी समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में बनाये गये कोविड काल सेंटर में कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिये जहाँ से सम्पूर्ण जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ऑनलाइन डॉक्टर्स मरीजों से चर्चा के साथ अन्य व्यवस्थाओं की मॉनीटरिंग हो सके। बैठक के उपरांत कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन कार्यों के साथ दुकानों के सामने पेवर ब्लॉक लगाये जाने के कार्य का अवलोकन किया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ. केपी गुप्ता, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी केके गर्ग सहित रोगी कल्याण समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

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