कठिनाईयों को अवसर में बदलकर कृषि उत्पादन बढ़ाने के प्रयास करें

कृषि उत्पादन आयुक्त ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से की कृषि आदान की समीक्षा

रीवा 12 मई 2020. वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कृषि उत्पादन आयुक्त श्री केके सिंह ने रीवा तथा शहडोल संभाग में कृषि आदान की समीक्षा की। उन्होंने पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन, खाद के अग्रिम उठाव, आगामी फसल के लिए खाद एवं बीज की उपलब्धता तथा उद्यानिकी फसलों के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण अभूतपूर्व स्थिति उत्पन्न हुई है। लॉकडाउन के कारण कई कठिनाईयां हैं। इन कठिनाईयों को अवसर में बदलकर कृषि उत्पादन बढ़ाने के प्रयास करें। कृषि तथा उससे जुड़े अन्य कार्यों से देश के हर व्यक्ति का पेट भरने के लिए पर्याप्त खाद्यान्न उपलब्ध कराने तथा रोजगार का अवसर देने की पर्याप्त क्षमता है। आगामी फसल के लिए खाद और बीज की आपूर्ति की जा रही है। सभी कलेक्टर रैक प्वाइंट से ही खाद का उठाव कराकर उसे सीधे समितियों को उपलब्ध करायें। समितियां प्राप्त खाद का किसानों में वितरण शुरू कर दें जिससे भण्डारण की कठिनाई न हो।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि रीवा तथा शहडोल संभाग में फल एवं सब्जी उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं। रीवा संभाग में गत दो वर्षों में फल तथा सब्जी उत्पादन में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। शहडोल संभाग में भी फल-सब्जी उत्पादन बढ़ाने के प्रयास करें। इसके लिए ग्रामीण विकास विभाग की मनरेगा योजना के प्रावधानों के तहत फल उद्यान का विकास करायें। इससे बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होने के साथ फल-सब्जी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। दोनों संभागों में सिंचाई की उपलब्धता पर्याप्त है। किसानों को नकदी फसल के लिए प्रेरित करें। जिन क्षेत्रों में बाणसागर की नहरे हैं वहां परंपरागत खेती के स्थान पर मछली पालन को बढ़ावा दिया जा सकता है। नहरों के सीपेज से खेत खराब होने की समस्या का भी इससे निदान होगा।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि कमिश्नर तथा कलेक्टर हर सप्ताह कृषि आदान की समीक्षा करें। खाद, बीज, कीटनाशक आदि के लिए तत्काल प्रस्ताव प्रेषित करें। खाद, बीज तथा कीटनाशक के नमूनों की नियमित जांच कराकर इनकी गुणवत्ता पर कड़ी निगरानी रखें। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी कलेक्टर पशु कल्याण समिति की नियमित बैठक आयोजित करें। कोरोना से बचाव के निर्देशों का पालन करते हुए बैठक आयोजित करें। स्वीकृत गौशालाओं का निर्माण पूरा कराकर उनमें गौवंश रखने के लिए उचित व्यवस्था करें। कृषि उत्पादन आयुक्त ने किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ किसानों के साथ-साथ पशु पालकों तथा मछली पालकों को देने, मसाला उत्पादन बढ़ाने, फसल बीमा योजना, सहकारी बैंकों के लंबित ऋणों की वसूली एवं गमन के प्रकरणों में कुर्की की कार्यवाही के निर्देश दिए। लॉकडाउन की अवधि में रीवा जिले में अंडा, मछली, मुर्गी तथा मांस की फोन पर मिली सूचना से होम डिलेवरी की सुविधा की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश में अनूठी पहल है। अन्य जिले भी इसका अनुसरण करें। लॉकडाउन में कृषि उत्पादों, भूसा, चारा, पोल्ट्री, मछली, मांस आदि की बिक्री और परिवहन में किसी तरह की रोक न लगायें।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में रीवा तथा शहडोल संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कई उपयोगी सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि रीवा तथा शहडोल संभाग के सभी जिले ग्रीन जोन में हैं। इनमें कृषि तथा अन्य कार्यों पर किसी तरह की रोक नहीं है। आगामी फसल के लिए समय पर सभी जिलों में खाद और बीज का भण्डारण कर दिया जायेगा। सभी जिलों में नियमित रूप से बैठक आयोजित कर कृषि आदान की समीक्षा की जायेगी। सहकारी बैंकों की स्थिति में सुधार के लिए विशेष प्रयास किये जायेंगे। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कलेक्टर बसंत कुर्रे, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा, संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा तथा कृषि, पशुपालन, सहकारिता, मछली पालन, उद्यानिकी विभागों के अधिकारी एवं अग्रणी बैंक प्रबंधक उपस्थित रहे।

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *