कोरोना वायरस के विरूद्ध स्वसहायता समूह की महिलाओं ने एक दिन में 18 हजार से अधिक मास्क बनाये

 

कोरोना वायरस के विरूद्ध स्वसहायता समूह की महिलाओं ने संभाला मोर्चा
तीन दिन में 18 हजार से अधिक मास्क बनाये

रीवा 01 अप्रैल 2020. कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव व उसके नियंत्रण के लिए लगातार अनेक तरह के प्रयास किया जा रहे हैं। रीवा जिले की स्वसहायता समूह की महिलाओं ने कोरोना वायरस के विरूद्ध मोर्चा संभालते हुए मास्क की कमी को पूरा करने का जिम्मा उठाया है। समूह की इन महिलाओं ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के मापदण्डों को पूरा करते हुए तीन दिनों में 18 हजार से अधिक मास्क का निर्माण कर मिशाल पेश की है।
संक्रमण के इस कठिन दौर में देश में भले ही मास्क और सेनेटाइजर की किल्लत हो रही हो लेकिन रीवा संभाग में स्वसहायता समूह की महिलाओं के जज्बे से कोई इसकी कमी नहीं आयेगी। जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से विभिन्न स्वसहायता समूह की लगभग 200 से अधिक महिलाएं मास्क की कमी को पूरा करने में जुटी हुई हैं। वह कहती हैं कि देश में इस महामारी से बचाव के लिए मास्क की अत्यंत आवश्यकता है इस लिए वह दिन रात एक कर अपना कर्तव्य मानकर मास्क का निर्माण कर रही हैं।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा ने बताया कि अभी तक 18 हजार 700 मास्क व लगभग 5 हजार मीटर सेनेटाइजर का निर्माण स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जा चुका है। उनके द्वारा निर्मित मास्क अस्पतालों, जिला एवं जनपद पंचायतों सहित मेडिकल स्टोर में मुहैया कराये गये हैं। जिससे जिले में मास्क की कोई दिक्कत सामने न आये।
एनआरएलएम के जिला प्रबंधक अजय प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के 56 स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा मास्क और सेनेटाइजर का निर्माण स्वास्थ्य संबंधी मापदण्डों को पूरा करते हुए किया जा रहा है। स्वसहायता समूहों की यह मुहिम निश्चित ही कारगर सावित होगी। कोरोना वायरस से बचाव में मदद मिलेगी और लोगों को कम दाम पर आसानी से मास्क की उपलब्धता हो सकेगी।
नेशनल मीडिया में भी एनआरएलएम की महिलाओं के जज्बे के चर्चे:- स्वसहायता समूह की महिलाओं के जज्बे की चर्चा नेशनल मीडिया में भी हो रही है। एबीपी न्यूज के नमस्ते भारत कार्यक्रम में रीवा जिले की स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाये गये मास्क व सेनेटाइजर की चर्चा सुर्खियों में है। उनके कर्तव्य व जज्बे को सभी सलाम कर रहे हैं।

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