शासन की योजनाओं का तत्परता से क्रियान्वयन सुनिश्चित करायें – प्रमुख सचिव श्री एस.एन.मिश्रा

रीवा 30 जुलाई 2019. जिले की समस्याओं के निराकरण एवं शासन की योजनाओं के सुव्यवस्थित संचालन के उद्देश्य से जिले के लिये नियुक्त प्रभारी सचिव म.प्र. शासन के प्रमुख सचिव गृह एवं जेल श्री एस.एन.मिश्रा ने आज विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि शासन की योजनाओं का तत्परता से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जाय और इनका लाभ हर पात्र व्यक्तियों को मिले। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी अपने विभाग की नीतियों का मैदानी स्तर तक सही क्रियान्वयन करायें व अपनी उपलब्धियों को बढ़ायें जिससे रीवा जिला सफलतम उत्कृष्ट जिले के तौर पर अपनी पहचान स्थापित कर सके।
कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रमुख सचिव ने कहा कि एक ही क्षेत्र के विभिन्न कार्य के लिये विभिन्न विभागों की योजनाओं में अलग-अलग राशि प्राप्त होती है परिणामस्वरूप कार्य के दोहराव की संभावना बन जाती है जिससे राशि का समेकित व सुव्यवस्थित उपयोग नहीं हो पाता अत: विभागीय अधिकारी समन्वय बनाकर योजनाओं का क्रियान्वयन करायें जिससे राशि के अनुकूल उपयोग के साथ ही क्षेत्र का सम्भावित व सुनियोजित विकास संभव हो सके। जिले के प्रभारी सचिव ने निर्देश दिये कि शासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की अनिवार्यत: उपस्थिति हो तथा प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में ध्यान दिया जाये। उन्होंने जिले में वर्षा की स्थिति, बोनी तथा खाद-बीज एवं उर्वरक की उपलब्धता की जानकारी विभागीय अधिकारियों से ली । प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि विद्युत आपूर्ति की निरंतरता बनी रहे तथा बिजली ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्थित ढंग से नियमित हो। उन्होंने पात्र हिताग्राहियों को वनाधिकार के पट्टे दिये जाने व ग्रामीण आवास के लिये राशि प्रदाय के निर्देश भी संबधित विभागीय अधिकारियों को दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव ने कहा कि जिले में सब्जी, फल उत्पादन में वृद्धि के लिये उद्यानिकी विभाग प्रयास करे क्योंकि अब रीवा जिले का बड़ा भाग बाणसागर की नहरों से सिंचित हो रहा है। उन्होंने पेंशन प्राप्त हितग्राहियों को प्रतिमाह पेंशन प्रदाय के निर्देश भी दिये। श्री मिश्रा ने बैंकर्स से समन्वय बनाकर स्वराजगार स्थापना में मदद किये जाने की बात विभागीय अधिकारियों से कही। उन्होंने रीवा जिले में महिला लिंगानुपात में उल्लेखनीय प्रगति होने तथा पूरे देश के दस अग्रणी जिलों में स्थान हासिल करने पर महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को बधाई दी। प्रमुख सचिव ने लोगों को स्वच्छता के लिये प्रेरित करने व ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालयों के नियमित उपयोग हेतु आमजन को जागरूक किये जाने पर बल दिया।
प्रमुख सचिव ने बैठक में निर्देश दिये कि डेयरी उत्पाद, खाद्य पदार्थों सहित फल एवं सब्जियों की गुणवत्ता की मानीटरिंग व सेंपलिंग ली जाये तथा मिलावट खोरों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाय। उन्होंने छात्रावासों की स्थिति में सुधार के निर्देश दिये। प्रमुख सचिव ने कहा कि जिले की सड़कों में दुर्घटना संभावित स्थलों का चिन्हाकन कर दुर्घटना रोकने के कारगर उपाय सुनिश्चित किये जाये। उन्होंने सी.एम हेल्पलाइन की शिकायतों के समाधान कारक निराकरण किये जाने के निर्देश भी दिये।
बैठक में कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये शिक्षकों को लेशन प्लान बनाने, डायरी भरने व छात्रों को होमवर्क देकर उसका नियमित निरीक्षण किये जाने के निर्देश दिये गये है। पूरे जिले में 6 अगस्त को शिक्षक-अभिभावक बैठक आयोजित की जाकर अभिभावकों को उनके बच्चों की शैक्षणिक प्रगति के बारे में बताया जायेगा साथ ही अभिभावक यह देख सकेगे कि उनका बच्चा विद्यालय में होमवर्क पा रहा है व उसे हल भी कर रहा है। कलेक्टर ने बताया कि जिले के 151 शासकीय विद्यालयों को सुपर 151 विद्यालय की श्रेणी में लाकर सुविधा सम्पन्न उत्कृष्ट विद्यालय बनाये जा रहें हैं। कलेक्टर ने कहा कि जिले में सभी विभागीय अधिकारियों को योजनाओं व कार्यक्रमों की प्रगति के लिये निर्देशित किया गया है तथा समय-समय पर प्रगति की समीक्षा भी की जा रही है। बैठक में विभागीय अधिकारियों ने अपने विभागीय योजनाओं की प्रगति की जानकारी प्रस्तुत की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक आबिद खान, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्पित वर्मा , अपर कलेक्टर इला तिवारी सहित जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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