स्कूल आने से दूर होता है अज्ञानता रूपी अंधकार – कमिश्नर डॉ. भार्गव

स्कूल चलें हम अभियान के कार्यक्रम में कमिश्नर ने किया
बच्चों को प्रतिदिन स्कूल आने के लिए प्रेरित

रीवा 24 जून 2019. स्कूल चलें हम अभियान के तहत स्कूलों में प्रवेशोत्सव कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी कड़ी में रीवा जिले के ग्राम सिलपरा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं गोविन्दगढ़ के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव के मुख्य आतिथ्य में प्रवेशोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने नव प्रवेशित बच्चों को तिलक लगाकर फूल माला से स्वागत किया एवं नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया। उन्होंने परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया।
उक्त अवसर पर बच्चों को प्रतिदिन स्कूल आने एवं जीवन में कामयाबी हासिल करने के लिए प्रेरित करते हुए कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा कि आज स्कूल का पहला दिन है जो खुशी और आनंद का दिन है। स्कूल हमारे जीवन में ज्ञान की रोशनी रूपी शिक्षा प्रदान करता है। ज्ञान की रोशनी हमें सोचने-समझने और आत्मविश्वास जागृत करने की शक्ति देती है। शिक्षा हमें निर्णय लेने की ताकत देती है और हमारे ज्ञान को विवेक में बदलती है। उन्होंने कहा कि बच्चे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षकों को निर्देशित किया। सभी बच्चों का हक है कि उन्हें ऐसी शिक्षा मिले जिससे वह शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक रूप से विकसित हो सकें। मध्यप्रदेश शासन अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए चिंतित है। उन्होंने कहा कि बच्चे रोज स्कूल आयें और जीवन में तरक्की कर आगे बढें। उन्होंने बच्चों से कहा कि जिन बच्चों ने स्कूल में प्रवेश नहीं लिया है उनका प्रवेश कराने में मदद करें। उन्होंने कहा कि जीवन में कामयाबी बड़ी कठिनाई से मिलती है। कामयाबी प्राप्त करने के लिए लगन, मेहनत, निष्ठा और संकल्प शक्ति की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि गावं का कोई भी बच्चा स्कूल में प्रवेश लेने से छूटना नहीं चाहिए। उन्होंने स्कूल का शत-प्रतिशत रिजल्ट लाने के लिए शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आप सबने अपने सुनहरे भविष्य का सपना तय किया है जो साकार हो। शिक्षा ज्ञान की रोशनी और विकास का आधार होती है। जहां शिक्षा का अभाव है वहां समस्याएं होती हैं। अज्ञान का अंधेरा शिक्षा से दूर होता है। बच्चे गुलाब की खुशबूओं की तरह हैं। गुलाब कांटों में खिलता है। इसी तरह चुनौतियों का सामना करने पर ही सफलता मिलती है। निरंतर प्रयास करने से उपलब्धि हासिल होती है। पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद एवं अन्य गतिविधियों में भी भाग लें तभी व्यक्तित्व का विकास होता है। शिक्षा ही विकास की कुंजी है।
कार्यक्रम में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण अंजनी कुमार त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी रामनरेश पटेल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष गोविंदगढ़ पुष्पा सोनी, डीपीसी, विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण, अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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