सहरिया जनजाति की कला, संस्कृति को बढ़ावा देने माँ सबरी का भव्य मंदिर बनेगा
ग्वालियर-चंबल संभाग में आदिवासियों को पट्टे देने चलेगा विशेष अभियान
सेसई में 27 करोड़ लागत से निर्मित होगा कन्या शिक्षा परिसर
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सहरिया सम्मेलन में दी सौगातें
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सहरिया जनजाति की संस्कृति, कला, संगीत, परम्परा एवं बोली को संरक्षण एवं बढ़ावा देने हेतु प्रदेश में साढ़े सात करोड़ रुपये लागत से माँ सबरी का भव्य एवं आकर्षक मंदिर बनाया जाएगा। मंदिर में सबरी मैया की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। इसके लिए समाज के लोग निर्णय लेकर भूमि का चयन करें। राज्य सरकार द्वारा भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान शिवपुरी जिले के कोलारस तहसील के ग्राम सेसई में सहरिया सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सेसई में 27 करोड़ 48 लाख रुपये लागत से निर्मित होने वाले कन्या शिक्षा परिसर का भूमिपूजन किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के तहत 24 हजार 600 से अधिक हितग्राहियों को 12 करोड़ 75 लाख रुपये के हितलाभ भी वितरित किये। श्री चौहान ने सहरिया जनजाति के 10 हजार 156 हितग्राहियों को मौके पर ही भू-अधिकार प्रमाण-पत्र भी सौंपे।
सहरिया जनजाति के विकास एवं उत्थान की जवाबदारी राज्य सरकार ने ली है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सहरिया सम्मेलन में कहा कि सहरिया जनजाति के लोग सीधे, सरल, मेहनती और ईमानदार होते हैं, भगवान राम एवं माँ सबरी को मानने वाले हैं। सहरिया जनजाति को अन्य समाज के समान बराबरी में लाना है। इसके लिए उनके विकास एवं उत्थान की जवाबदारी राज्य सरकार ने ली है, इस जवाबदारी को पूरा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी। श्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर एवं चंबल संभाग में आवासहीन सहरिया परिवारों को पट्टे देने के लिये विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेती के 32 हजार 594 प्राप्त दावों में से 11 हजार 900 दावों का निराकरण कर दिया गया है। शेष पट्टों पर परीक्षण उपरांत कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही जमीनों का समतलीकरण भी करवाया जाएगा।
सहरिया किसानों को कुएँ के साथ मिलेगा निःशुल्क डीजल पम्प
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन सहरिया किसानों के पास खेती है लेकिन सिंचाई का साधन नहीं है, उन्हें सिंचाई के लिये कुएँ के साथ-साथ डीजल पम्प भी निःशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने सभी सहरिया परिवारों को एक रूपए किलो की दर से गेहूं, चावल एवं नमक उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पुनः सर्वे कर गरीबी रेखा के नीचे के बीपीएल के कार्ड भी बनाए जाएंगे। जिन सहरिया परिवार का आधार नम्बर राशन-कार्ड से लिंक नहीं हुआ है, उन परिवारों को भी राशन दिया जाएगा।
सहरिया बाहुल्य ग्रामों में चलित अस्पतालों से होगा रोगों का उपचार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सहरिया जनजाति में क्षय रोग एवं कुपोषण को दूर करने के लिये क्षेत्र को विशेष पैकेज दिया जाएगा, इसके लिये पर्याप्त राशि भी उपलब्ध कराई जाएगी। सहरिया बाहुल्य गांव में स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जाएगे। जांच के दौरान गंभीर बीमारी के मरीज पाए जाने पर उनका उपचार राज्य सरकार ग्वालियर, भोपाल एवं दिल्ली के चिकित्सालयों में करवाएगी। सहरिया जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में चलित चिकित्सालयों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों को उपचार की सुविधा प्रदाय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सहरिया जनजाति के बच्चों को पढ़ने-लिखने के लिये पाठ्य पुस्तकें, गणवेश, छात्रवृत्ति, जूते, साइकिल वितरण के साथ छात्रावास एवं आश्रमों की भी सुविधाएँ दी जा रही हैं। जनजाति के छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिये कोचिंग की व्यवस्था भी की गई है, उच्च शिक्षा की पढ़ाई एवं फीस भरने की जवाबदारी भी राज्य सरकार ने ली है।
मुख्यमंत्री ने दी सौगातें
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अनुसूचित जनजाति के बच्चों की उच्च शिक्षा हेतु ग्वालियर एवं इंदौर में 17 करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से विशाल एवं भव्य अध्ययन केन्द्र बनेगा।
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शिवपुरी एवं कराहल (श्योपुर) में सहरिया जनजाति के बच्चों के लिए कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र शुरू होगा।
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सहरिया जनजाति के कक्षा 12वीं उत्तीर्ण युवाओं को पुलिस भर्ती में लिखित परीक्षा में छूट मिलेगी।
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कच्चे मकानों में रह रहे सहरिया जनजाति के भाई-बहन को मार्च 2018 तक 22 हजार पक्के मकान बनाने के लिये सहायता दी जाएगी।
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मनरेगा के तहत मजदूरी भी दी जाएगी।
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286 सहरिया भाषा के भाषाई शिक्षकों की पुनः नियुक्ति की जाएगी।
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कक्षा 12वीं उत्तीर्ण सहरिया जनजाति की छात्राओं को एएनएम का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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आदिवासी टोले-मजरे एवं गांव में 2018 के अंत तक बिजली की लाईन बिछाकर निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिए जाएंगे।
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10 हजार सहरिया बच्चों को आईटीआई का प्रशिक्षण दिलवाकर कौशल प्रदाय किया जाएगा। इससे सरकारी नौकरी के अलावा निजी क्षेत्र में भी इन्हें रोजगार मिलेगा।
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सहरिया बस्ती (सेहरानों मोहल्ला) में हैण्डपम्प एवं ट्यूबवेल लगाए जाएंगे।
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वनाधिकार के पट्टेधारी आदिवासियों को खाद्य एवं बीज की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और भावांतर भुगतान योजना का भी लाभ दिया जाएगा।
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सहरिया बाहुल्य क्षेत्रों में गरीब सहरिया परिवारों को फलों, सब्जियों एवं दूध के लिए एक हजार रूपए की सहायता राशि महिलाओं के खाते में जमा कराई जाएगी।
सहरिया समाज ने मुख्यमंत्री का किया सम्मान
सहरिया जनजाति समाज ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धनुष-बाण भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान एनआरएलएम के सहरिया जनजाति की महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित सामग्री के रूप में बड्डी (जैकेट) मुख्यमंत्री को भेंट की गई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन किया। कार्यक्रम के शुरू में मुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय और क्रांतिकारी विरसा मुड्डा के चित्र पर माल्यापर्ण किया।
सम्मेलन में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एवं जिले के प्रभारी श्री रूस्तम सिंह, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, राज्यसभा सांसद श्री प्रभात झा, सहरिया प्राधिकरण के श्री मुकेश मल्होत्रा, श्री सीताराम आदिवासी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में सहरिया जनजाति के लोग उपस्थित थे।