स्वच्छता संकल्प के साथ देश बापू को कर रहा है नमन
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 148वीं जयंती पर स्वच्छता के संकल्प के साथ देश उन्हें नमन कर रहा है। आज से ही स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा संपन्न हो रहा है, सबसे स्वच्छ ज़िलों को प्रधानमंत्री स्वच्छता पुरस्कार देंगे।
कृतज्ञ राष्ट्र आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 148वीं जयंती पर नमन कर रहा है। गांधी जयंती के अवसर पर देश भर में कई कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने बापू के समाधिस्थल राजघाट जाकर श्रद्धासुमन अर्पित किये। वहीं राजघाट पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में आम लोग भी शामिल हुए।
वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि गांधी जयंती राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों और मूल्यों के प्रति फिर से समर्पित होने का अवसर है। उन्होंने कहा कि सादा जीवन और उच्च नैतिक आदर्श के प्रतिरूप गांधीजी ने अपने नेतृत्व के जरिए देश को एक नई दिशा दी।
उनका अहिंसा और शांति का दर्शन आज के युग में और भी अधिक प्रासंगिक है। चरखे और खादी के जरिए उन्होंने आत्मनिर्भरता और श्रम की गरिमा का संदेश दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वच्छता केवल सफाई कर्मचारियों और सरकारी विभागों की जिम्मेदारी ही नहीं है। गांधीजी कहते थे कि स्वच्छता ईश्वर की आराधना के समान ही है। उन्होंने तीन आयामों – स्वच्छ मस्तिष्क, स्वच्छ शरीर और स्वच्छ वातावरण को स्वच्छता के मानदंड में रखा।