हर वर्ष दो लाख बुजुर्गों को तीर्थ-दर्शन करवाया जाएगा – मुख्यमंत्री श्री चौहान
तीर्थों के दर्शन का पुन: अवसर मिलेगा
तीर्थ-दर्शन योजना के सफल संचालन के 5 वर्ष पर हुआ समारोह
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि तीर्थ-दर्शन यात्रा के 5 वर्ष पूरे करने वाले यात्रियों को तीर्थ-दर्शन का पुन: अवसर मिलेगा। योजना में प्रति वर्ष दो लाख श्रद्धालुओं को तीर्थ-दर्शन करवाया जाएगा। रेलगाड़ियों की संख्या आवश्यकता अनुसार बढ़ाई जाएगी। तीर्थ-यात्रियों को यात्रा के दौरान आवश्यक वस्तुओं का किट दिया जाएगा। गंतव्य तीर्थ के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक महत्व की जानकारियों का ब्रोशर मिलेगा। तीर्थ-यात्राओं के रूट में प्रमुख तीर्थ के साथ निकटवर्ती तीर्थों को भी संयोजित किया जाएगा। पैकेज बनाकर यात्राओं का आयोजन किया जाएगा। विधायक यदि श्रद्धालुओं के साथ तीर्थ यात्रा पर जाना चाहेंगे तो, उन्हें यात्रा में सम्मिलित किया जाएगा। धर्माचार्यों के साथ चर्चा कर और तीर्थों को भी शामिल किया जाएगा। श्री चौहान आज यहाँ रवीन्द्र भवन के मुक्ताकाश में मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना के 5 वर्षों की पूर्णता पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने समयानुसार सुविधाओं की दृष्टि से यात्रा को और अधिक बेहतर बनाने के लिए विचार-विनिमय कर आवश्यक बदलाव करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीर्थ-दर्शन योजना का उद्देश्य बुजुर्गों को भक्ति के आनंद के अवसर उपलब्ध कराना है। तीर्थ स्थान धर्म के केन्द्र हैं। यहाँ मन और बुद्धि पवित्र होती है। सद्कर्मों की प्रेरणा मिलती है। तीर्थ-दर्शन से मिलने वाला सुख किसी भी सांसारिक सुख से नहीं मिलता है। इसीलिए मुख्यमंत्री निवास में सभी धर्मों के पर्व धूमधाम से मनाए जाते हैं। धर्म से ही सच्चा आनंद मिलता है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों का सम्मान भारतीय संस्कृति का मूल है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के प्रारम्भ में तीर्थ-यात्रियों के सम्मान में प्रतीक स्वरूप 5-5 बुजुर्ग महिला-पुरूष तीर्थ-यात्रियों को पुष्प-गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया, उनसे चर्चा कर योजना के अनुभवों की जानकारी ली। योजना के सफल संचालन के लिए विभाग को बधाई दी।
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया ने बताया कि 5 वर्षों की योजना अवधि में 5 लाख 3 हजार बुजुर्गों ने तीर्थ-दर्शन किये हैं। तीर्थों के दर्शन के लिए 503 रेल यात्राओं का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कभी तीर्थों के दर्शन की कल्पना भी नहीं की थी, उनको तीर्थों के दर्शन करवा कर प्रदेश सरकार बुजुर्ग माता-पिता के लिए श्रवण कुमार का कार्य कर रही है।
महंत श्री चन्द्रमा दास ने कहा कि तीर्थ-दर्शन की इच्छा हर व्यक्ति की होती है। साधन विहीनों को तीर्थ-यात्रा करवाने का सरकार का प्रयास सराहनीय है। उन्होंने सरकार की पहल के लिए सभी धर्मगुरूओं की ओर से आभार ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मध्यप्रदेश गान का गायन हुआ। समारोह में सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग, सांसद श्री आलोक संजर, महापौर श्री आलोक शर्मा, विधायक सर्वश्री सुरेन्द्रनाथ सिंह, विष्णु खत्री, रामेश्वर शर्मा एवं श्री बृजेश लूणावत, सभी धर्मों के धर्मगुरू और योजना अंतर्गत तीर्थ-यात्रा कर चुके वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।