उद्योग मंत्री द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के विन्ध्य परिसर का शुभारंभ
प्रदेश के खनिज साधन, उद्योग एवं रोजगार और प्रवासी भारतीय विभाग के मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के विन्ध्य परिसर का शुभारंभ किया। विश्वविद्यालय का यह पांचवा परिसर है। विश्वविद्यालय के चार परिसर नोयडा, खण्डवा, अमरकंटक और ग्वालियर में स्थापित हैं। विश्वविद्यालय द्वारा यहां तीन पाठ्यक्रम डीसीए, पीजीडीसीए और बीएएमसी प्रारंभ किये गये हैं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि आज विन्ध्य क्षेत्र के लिये खुशी और गौरव का दिन है कि देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के रीवा परिसर का शुभारम्भ हुआ है। उन्होंने कहा कि विन्ध्य क्षेत्र के विद्यार्थियों को अच्छी और आधुनिक शिक्षा मिलेगी। उद्योग मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में जब आईटी कम्पनी के निवेश की बात होती है तो उनका प्रयास रहता है कि विन्ध्य क्षेत्र को भी इसका लाभ मिले। यहां पर आईटी कम्पनियां स्थापित हों। कम्पनियों को कम्प्यूटर कौशल के जैसे जानकार युवा चाहिये वैसे युवा विन्ध्य क्षेत्र से मिलें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को भूमि का आवंटन शीघ्र दिलाया जायेगा जहां अपना भवन बना सके।
विशिष्ट अतिथि सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय परिसर का शुभारंभ हो जाने से संचार के क्षेत्र में विन्ध्य क्षेत्र की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। विश्वविद्यालय अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप युवाओं को आधुनिकतम और गुणवक्तायुक्त शिक्षा प्रदान करेगा जिसका लाभ विन्ध्य क्षेत्र के युवाओं को मिलेगा।
विश्वविद्यालय के कुलपति श्री कुठियाला ने कहा कि आज डिजिटल और स्किल्ड भारत की बात हो रही है। हर व्यक्ति के पास मोबाइल फोन है। सारी दुनिया से कनेक्टेड है। आम आदमी को डिजिटल से जोड़ना है। विश्वविद्यालय द्वारा पिछले पच्चीस वर्षों से इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। युवाओं को आधुनिक विधाओं में स्किल्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी दस दिनों तक तीन पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकेगे। प्रवेश लेने वाले अनुसूचित जाति एवं जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को शासन की सुविधाएं दी जायेंगी।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव लाजपत आहूजा ने कहा कि विन्ध्यक्षेत्र में पत्रिकारिता की समृद्ध विरासत रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के बीएएमसी पाठ्यक्रम करने वाले विद्यार्थी ग्रेजुएशन स्तर की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल हो सकेंगे।