पानी को सहेजने के सभी उपाय सुनिश्चित कराएं – कलेक्टर

रीवा 19 अप्रैल 2022. भीषण गर्मी व सतही जल का लेवल कम होना यह दर्शाता है कि आगामी वर्षों में हमारे लिए पानी के लिए बड़ी समस्या होगी। अत: यह आवश्यक है कि वर्षा के पानी, बहने वाले पानी तथा मकानों से निकलने वाले पानी को सहेजा जाय। उक्त आशय की बातें कलेक्टर मनोज पुष्प ने अधिकारियों की बैठक में कही। उन्होंने निर्देश दिए कि पानी को सहेजने के सभी उपाय किए जाएं। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण की संरचना निर्मित कराकर पानी बचाने का कार्य करें और आमजन को जागरूक करते हुए इसमें उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाए।

कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि रीवा शहर में मकानों में रेन वाटर हार्वेÏस्टग का निर्माण कराया जाए। लोगों के घर का नक्शा स्वीकृत करते समय इसका प्रावधान करना होगा। अत: उनसे मकान की यह व्यवस्था बनवाएं कि छत का पानी सोकपिट के माध्यम से जमीन में पहुंचे। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि शहर में बहने वाले पानी के स्थलों का भ्रमण कर जल संरक्षण की संरचनाएं बनाने का कार्य करें तथा सोकपिट के माध्यम से पानी को नीचे जमीन में पहुंचाएं। उन्होंने व्यावसायिक भवनों में रेन वाटर हार्वेÏस्टग व्यवस्था बनाए जाने के निर्देश दिए। बैठक में शहरी जोनल प्रभारियों को अपने जोन अंतर्गत दो सौ मकानों में रेन हार्वेÏस्टग सिस्टम बनवाने के निर्देश दिए गए।

कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्राचीन जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार करने तथा जल संरक्षण हेतु नवीन संरचनाओं के निर्माण कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल भवनों, आंगनवाडि़यों तथा सभी शासकीय संस्थाओं में रेन वाटर हार्वेÏस्टग सिस्टम लगवाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन वार्डों, मोहल्लों में पानी का संकट हो जाता है वहाँ रेन वाटर हार्वेÏस्टग सिस्टम बनवाएं । कलेक्टर ने बताया कि आगामी दिनों में स्वयंसेवी संस्थाओं व जल बचाने वाले संगठनों और आमजन की उपस्थिति में वृहद कार्यशाला आयोजित होगी जिसमें पानी को सहेजने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। बैठक में आयुक्त नगर निगम मृणाल मीणा, सीईओ जिला पंचायत स्वप्निल वानखेड़े सहित पीएचई, नगर निगम व सिंचाई विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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