सुकन्या समृद्धि योजना में रीवा जिला देश में सर्वोपरि स्थान पर
बेटियों के समृद्धि के द्वार खोलती है सुकन्या समृद्धि योजना
एक लाख 26 हजार बेटियों के खोले गये खाते
रीवा 29 अक्टूबर 2021. सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गत रीवा जिले के देश में पहले स्थान में आने पर श्यामशाह मेडिकल कालेज के आडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम का मध्यप्रदेश परिमण्डल के पोस्ट मास्टर जनरल श्री जितेन्द्र गुप्ता, संभागायुक्त श्री अनिल सुचारी एवं कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पोस्ट मास्टर जनरल श्री जितेन्द्र गुप्ता ने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त करती है। बचत की राशि प्राप्त होने के पश्चात बेटी अपनी उच्च शिक्षा जारी रख सकती है। विवाह के समय भी बेटी को आर्थिक मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि रीवा जिला सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जिला प्रशासन महिला बाल विकास विभाग एवं भारतीय डाक विभाग ने संयुक्त रूप से बेटियों के रिकार्ड संख्या में एक लाख 26 हजार खाते खुलवाकर देश में पहले स्थान पर कीर्तिमान स्थापित करने में सफलता पायी है। अब आवश्यक है कि इसी टीम भावना के साथ यह कीर्तिमान बनाये रखा जाये।
संभागायुक्त श्री अनिल सुचारी ने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाकर उन्हें सशक्तता प्रदान करना है। जब हमारी बेटियां सशक्त होगी तो प्रदेश एवं देश भी समृद्ध होगा। उन्होंने कहा कि बेटी के जन्म से लेकर 10 वर्ष की आयु तक खाता खुलवाया जा सकता है। खाते में 250 रूपये से लेकर एक लाख 50 हजार रूपये वार्षिक तक जमा किये जा सकते है। संभागायुक्त ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिये प्रदेश शासन कटिबद्ध है। प्रदेश में बेटियों के जन्म से लेकर मृत्यु तक सहायता देने के लिये कल्याणकारी योजनायें संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर जिले की शत-प्रतिशत बेटियों का सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गत खाते खुलवाये जाये। संभागायुक्त ने कहा कि भूमि एवं घर की रजिस्टी बेटी के नाम से कराने पर प्रदेश सरकार छूट प्रदान करती है। बेटियों को संबल प्रदान करने के लिये हितग्राही मूलक योजनायें प्रारंभ की गई है।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि बेटियों के कल्याण के लिये प्रदेश सरकार द्वारा अनेक हितग्राही मूलक योजनायें प्रारंभ की गई है। सुकन्या समृद्धि योजना, बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओ योजना, महिला सशक्तीकरण योजनायें संचालित है। उन्होंनें कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गत भारतीय डाक विभाग के सहयोग से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा टीम भावना के साथ बेटियों का खाता खुलवाने का अभियान चलाया गया। जिले में अब तक एक लाख 24 हजार बेटियों के खाते खुलवाये गये है। उन्होंने कहा कि केवल दो माह के अंदर ही 95 हजार खाते खुलवाये गये। सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गत 15 वर्ष तक निश्चित राशि जमा करने पर 21 वर्ष में बचत की पूरी राशि प्राप्त होगी। महिलाओं के हित में सरकार द्वारा कई कानून बनाये गये हैं उन्हें धरातल में उतारना है।बेटियों की आर्थिक आजादी बहुत आवश्यक है। सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गत 500 रूपये मासिक जमा करने पर 15 वर्ष में यह राशि 90 हजार रूपये हो जाती है और 21 वर्ष में 2 लाख 55 हजार रूपये प्राप्त होते है। एक हजार रूपये मासिक जमा करने पर 15 वर्ष में बचत की राशि एक लाख 80 हजार रूपये हो जाती है और 21 वर्ष में 5 लाख 10 हजार रूपये प्राप्त होते है। इस बचत राशि से बेटियां उच्च शिक्षा आसानी के साथ प्राप्त कर सकती है। आर्थिक मजबूती के कारण उनके विवाह भी आसानी के साथ हो जाते है। सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गत अभियान चलाकर शत-प्रतिशत बेटियों के खाते खोले जाने है।
कार्यक्रम में पोस्ट मास्टर जनरल श्री जितेन्द्र गुप्ता, संभागायुक्त श्री अनिल सुचारी एवं कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने संयुक्त रूप से सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गत एकता निगम, कृत्या निगम कोमल सोनी, नूरी फातिमा एवं सिद्धि अग्रवाल को पासबुक प्रदान की गयी। योजना के अन्तर्गत सर्वोत्कृष्ट कार्य करने पर परियोजना अधिकारी श्रीमती निर्मला, संकठा त्रिपाठी, जीवेन्द्र सिंह, श्रीमती रीता द्विवेदी, श्रीमती सीमा, श्रीमती सविताश्याम परास्ते, श्रीमती मालती, पूर्णिमा सिंह, सहायक संचालक आशीष द्विवेदी, फोटोग्राफर श्रवण श्रीवास्तव को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में अधिष्ठाता डॉ. मनोज इंदुरकर, संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास श्रीमती ऊषा सोलंकी, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय, अभिषेक चौवे, आरएस चौहान, राकेश कुमार, राजेन्द्र प्रजापति, आशीष पाण्डेय सहित महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थी।