किसानों के लिये अनुदान पर उपलब्ध है धान रोपाई यंत्र धान रोपाई यंत्र से होगी समय और धन की बचत
रीवा 11 जून 2021. रीवा जिले के काफी बड़े क्षेत्र में धान की खेती की जा रही है। धान की खेती मुख्य रूप से रोपा विधि से धान लगाकर की जाती है। मजदूरों के समय पर न मिलने तथा अधिक लागत के कारण धान रोपाई में किसानों को कठिनाई आती है। इसका समाधान कृषि अभियांत्रिकी विभाग द्वारा सरलता से किया जा रहा है। विभाग द्वारा किसानों को अनुदान पर धान रोपाई यंत्र प्रदान करने की योजना लागू है। इस संबंध में सहायक यंत्री कृषि अभियांत्रिकी ने बताया कि किसान भूमि के दस्तावेज, अधारकार्ड तथा बैंक पासबुक की छायाप्रति, पासपोर्ट आकार के दो फोटो के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अनुसूचित जाति एवं जनजाति के सभी किसानों को जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर 50 प्रतिशत अनुदान का लाभ दिया जायेगा। लघु एवं सीमांत किसानों तथा महिला किसानों को 40 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा। आवेदन करने वाले सभी किसानों को अनुदान का लाभ दिया जायेगा।
सहायक यंत्री ने बताया कि धान रोपाई यंत्र से धान की रोपाई में श्रम, समय और धन तीनों की बचत होती है। यह निर्धारित कतार की दूरी में 4 कतार, 6 कतार तथा 8 कतार में धान की रोपाई करता है। मोटर चालित तथा मानव चालित दोनों तरह के धान रोपाई यंत्र उपलब्ध हैं। धान की नर्सरी तैयार करके इस यंत्र के माध्यम से सीधे रोपाई की जा सकती है। निर्धारित निर्देशों के अनुसार नर्सरी चटाईनुमा तकनीक से तैयार करना आवश्यक होगा। धान रोपाई यंत्र से रोपाई करने पर निर्धारित निश्चित दूरी पर ही पौधे रोपित होते हैं। एक समान कतार होने से कोना बीडर यंत्र से धान का खरपतवार आसानी से निकाला जा सकता है। इससे रोपाई करने पर 30 से 40 प्रतिशत अधिक उत्पादन प्राप्त होता है। सही समय पर धान की रोपाई हो जाने से भी उत्पादन में वृद्धि होती है।