फारूक अब्दुल्ला पूर्व मुख्यमंत्री जम्मू कश्मीर के दो घर ,तीन प्लाट और कुछ संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय ने अपने कब्जे में ली है इनकी अनुमानित कीमत ₹12करोड़ है। यह सब ईडी की ओर से जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के फंड घोटाले में फारुख अब्दुल्ला पर की गई कार्यवाही है। कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन में ₹113 करोड़ के घोटाले का मामला है इसमें करीब 43.96 करोड़ का गबन किया गया है। इसकी जांच सीबीआई कर रही है और इसमें मनी लॉन्ड्रिंग का भी मामला है इसलिए ईडी भी कार्यवाही कर रहा। जब तक धारा 370 का कवच था तो यह लोग भारत का पैसा खाते हैं और अपने आप को स्वतंत्र देश के मालिक जैसा महसूस करते थे कोई बोलने वाला न था। केंद्र केवल पैसा भेज सकता था लेकिन अपने कानून इनकी मर्जी के बिना लागू न कर सकता था। भारत से अलग होने की धौंस और आतंकवाद की छत्रछाया में यह भारत का खा कर भारत को ही आंख दिखा रहे थे।
आज धारा 370 हटने के बाद इनके हिसाब देने की बारी आ गई है। सभी सत्ता धारियों के भ्रष्टाचार की फाइलें 370 के हटने के बाद खुल रही हैं जिन्होंने कश्मीर को नर्क बनाया था। आज जब मजबूत केंद्रीय सरकार है और इन भ्रष्टाचारियों से 370 का कवच हटा लिया गया है तो कश्मीर पुनः स्वस्थ होने लगा है ।जिला विकास परिषद चुनाव परिणामों में इनके गैंग को उतनी सीट नहीं मिली जितनी राष्ट्रवाद का झंडा बुलंद करने वाली भाजपा ने अकेले जीत ली है।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा कहती थींं कि कश्मीर में कोई तिरंगा थामने वाला नहीं रहेगा अगर धारा 370 हटाई गई और आज यह स्थित है कि लाखों कश्मीरी हाथों में तिरंगा तो तिरंगा भाजपा का झंडा भी थाम लिया है।
धारा 370 हटने से कश्मीर के विकास मे तेजी आई है। केंद्रीय कानून लागू हुए हैं ।केंद्र की जनहितैषी योजनाएं लागू हुई हैंं। लोगों मे लोकतंत्र के प्रति विश्वास पैदा हुआ है और इन भ्रष्टाचारियों में डर जिन्होंने धारा 370 का सहारा लेकर अभी तक जम्मू कश्मीर को लूटा था।
अजय नारायण त्रिपाठी “ अलखू ”
22 दिसंबर 2020