कठिनाईयों से लड़ने का हौसला रखने वालों को ही सफलता मिलती है – कमिश्नर
रीवा 20 फरवरी 2020. डाइट सभागार में बोर्ड पैर्टन पर आयोजित की जा रही कक्षा 5वीं तथा 8वीं की परीक्षाओं की तैयारियों की कार्यशाला आयोजित की गयी। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए किये जा रहे प्रयासों के तहत आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने किया। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने शिक्षकों को प्रेरक मार्गदर्शन देते हुए कहा कि भावी पीढ़ी को ज्ञान का प्रकाश देकर संस्कारवान बनाना तथा उनके मन में शिक्षा की ज्योति जगाना सबसे पुनीत कार्य है। शिक्षा देना सबसे महत्वपूर्ण और सबसे कठिन कार्य है। सभी शिक्षक भावी पीढ़ी को तैयार करने के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ प्रयास करें। हमारा जीवन कठिनाईयों से भरा हुआ है। कठिनाईयों से लड़ने का हौसला रखने वालों को ही सफलता मिलती है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि शिक्षा विकास का आधार है अच्छी और मूल्य से जुड़ी शिक्षा संस्कार तथा विकास का अवसर देती है। मूल्य आधारित शिक्षा प्राप्त करने वाले महानता के पथ पर आगे बढ़ते हैं। मूल्यहीन शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थी जीवन के लक्ष्यों से भटक कर बिनाश का मार्ग चुन लेते हैं। हर अभिभावक अपने बच्चे को गुणवान शिक्षित तथा संस्कारवान बनाने के लिए शिक्षकों का सौंपता है। वर्तमान में परिवार में बच्चों को संस्कार देने तथा सीख देने के लिए बुजुर्गो की छत्रछाया कम हो गयी है। इन परिस्थितियों में शिक्षकों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। बच्चों को सही मार्ग दिखाना उन्हें विकास के पथ पर अग्रसर करना हमारा नैतिक दायित्व है। बच्चे देश की परमहंस मुस्कान हैं इन्हें सही शिक्षा देना तथा उनके मन में जिज्ञासा का भाव पैदा करना शिक्षक की जिम्मेदारी है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि सफलता के रथ पर वही सबार होता है जो निरंतर प्रयास करता है। कठिनाईयां हमे आगे बढ़ने की शिक्षा देती हैं। शिक्षक अपनी कठिनाईयों को भूलकर सकारात्मक तरीके से लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रयास करें। जो जोखिम उठाता है तथा मन में विश्वास और साहस रखता है उसे ही सफलता मिलती है। इस वर्ष बोर्ड पैर्टन पर 5वीं तथा 8वीं की परीक्षाएं हो रही हैं। यह विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों की भी परीक्षा है। इन परीक्षाओं का ठीक से संचालन करें। परीक्षाओं के बेहतर परिणाम सामने आयेंगे। हमेशा अपने मन में महात्वाकांक्षा के सपने को पलने दें तभी सफलता मिलेगी।
कार्यशाला में संयुक्त संचालक शिक्षा अंजनी कुमार त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे कम ही संभाग होगे जहां के शिक्षकों को अपने संभागीय कमिश्नर से संवाद का अवसर मिलता होगा लेकिन रीवा संभाग में हमारे कमिश्नर सर शिक्षकों के बीच जाकर उन्हें निरंतर प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कार्यशाला के उद्देश्यों की जानकारी दी। कार्यशाला में स्वागत उद्बोधन देते हुए प्राचार्य डाइट श्यामनारायण शर्मा ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के प्रयासों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन से इस वर्ष बेहतर परिणामों की उम्मीद है। शिक्षक पूरे मन से प्रयास करेंगे तो परिणाम अवश्य बेहतर आयेगा। कार्यशाला में विकासखण्ड त्योंथर तथा जवा के प्रधानाध्यापक शामिल रहे। कार्यशाला का समापन सहायक संचालक श्रीमती आरती सिंह द्वारा आभार प्रदर्शन से हुआ।