देश का नाम रोशन करने के लिए खेल संस्कृति को विकसित करना जरूरी – कमिश्नर डॉ. भार्गव
राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मार्तण्ड स्कूल में उत्कृष्ट खिलाड़ी सम्मानित
रीवा 29 अगस्त 2019. राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव के मुख्य आतिथ्य में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मार्तण्ड क्रमांक एक के प्रांगण में संभाग के उत्कृष्ट खिलाड़ियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कमिश्नर डॉ. भार्गव ने छात्र-छात्राओं एवं खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की स्मृति में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। मेजर ध्यानचंद भारत के महान खिलाड़ी थे जिनके अंदर देश भक्ति कूट-कूट कर भरी थी। मेजर ध्यानचंद ने भारतीय खेल जगत को शीर्ष पर पहुंचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके नेतृत्व में भारत ने ओलंपिक खेलों में तीन बार हॉकी का स्वर्ण पदक प्राप्त किया। खेल हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। खेलों को हमेशा खेल भावना से साथ खेलना चाहिए। खेल संस्कृति विकसित कर हम दुनिया में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर सकते हैं।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि खेल आम आदमी की जिंदगी का हिस्सा बनें इस दिशा में प्रयास करना हम सबकी महती जिम्मेदारी है। पुराने समय की कहावत है खेलोगे कूदोगे-बनोगे खराब, पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब इस दूषित मानसिकता को तिलांजलि देकर खेलों को बढ़ावा देने की जरूरत है। खेलों से व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास होता है। इसलिए स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ अन्य पाठ्येत्तर गतिविधियों पर भी ध्यान देना जरूरी है। खेल के मैदान हमारे चरित्र निर्माण की प्रयोग शालाएं हैं। खेलों को आत्मीयता के साथ खेलने से धर्म निरपेक्षता का दर्शन सगुण हो जाता है। खेलों से जीवन में अनुशासन आता है और उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि उत्कृष्ट खिलाड़ी वह है जो राष्ट्र के काम आए। उन्होंने विभिन्न रोचक प्रसंग, कहानियों और उदाहरणों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को समझाते हुए कहा कि कामयाबी के लिए मेहनत, लगन, निष्ठा की जरूरत होती है। इसलिए आत्मविश्वास और दृढ़ निश्चय रखकर विपरीत परिस्थितियों में भी खिलाड़ियों को हमेशा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए पूरी कोशिश करना चाहिए। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने शायराना अंदाज में बच्चों को समझाइश देते हुए कहा कि बेहतर से बेहतर की तलाश करो, मिल जाए नदी तो समुद्र की तलाश करो, टूट जाता है शीशा पत्थर की चोट से, तोड़ दे जो पत्थर ऐसा शीशा तलाश करो। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने राष्ट्रीय शालेय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित कर राष्ट्रीय खेल दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि खेल जगत में विश्व पटल पर हमारा स्थान बने इस दिशा में सभी को प्रयास करने की जरूरत है।
कार्यक्रम में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण अंजनी कुमार त्रिपाठी ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। वहीं संभागीय क्रीड़ा अधिकारी आईपी तिवारी ने संभाग में खेलों की प्रगति का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी रामनरेश पटेल, जिला खेल अधिकारी राजेश शाक्य, कराटे कोच कुशल थापा, भूतपूर्व कबड्डी खिलाड़ी एमपी सिंह, मुद्रिका प्रसाद तिवारी, मोहन लाल शर्मा, भूतपूर्व वॉलीबाल खिलाड़ी सुखीनंद गौतम सहित प्राचार्य मार्तण्ड स्कूल, छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण आदि उपस्थित थे।