योजनाबद्ध सिंहस्थ कार्यों से प्रसन्न हैं साधु संत
उज्जैन सिंहस्थ के लिये राज्य शासन और प्रशासन द्वारा योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। समय-सीमा में हमें सभी जरूरी सूचनाएँ मिल गई, इसलिये हम सभी तैयारियाँ सुव्यवस्थित तरीके से कर सके। हमारा पंडाल भी समय से बनना शुरू हो गया है। यह बात ऋषिकेश से आये ओमकार आश्रम गोमुख गंगोत्री के स्वामी सच्चिदानन्दजी महाराज ने बताई। उन्होंने कहा कि भूखण्ड आवंटन के लिये उज्जैन मेला कार्यालय द्वारा की गई ऑनलाइन व्यवस्था हमने किसी और कुंभ में नहीं देखी। उन्होंने बताया कि वे वर्ष 1998 से सारे कुंभ में शामिल होते रहे हैं। यहाँ उज्जैन में उनकी संस्था को कालभैरव झोन में तीन भूखण्ड आवंटित किये गये हैं।
आधिपत्य प्राप्त भूखण्डों पर जल-प्रदाय शुरू हुआ
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में उन भूखण्डों पर 13 मार्च से जल प्रदाय शुरू कर दिया गया, जिन भूखण्डों पर आधिपत्य प्राप्त किया जाकर रहना शुरू कर दिया गया है। ऐसे भूखण्डों पर कम से कम पानी का एक स्त्रोत अवश्य निर्मित किया गया है। इसमें नल के द्वारा अथवा सिस्टम बनाकर टोंटी के माध्यम से जल प्रदाय किया जा रहा है। जैसे-जैसे माँग बढ़ेगी, उसके अनुसार अन्य भूखण्डों पर भी जल-प्रदाय शुरू कर दिया जायेगा। साथ ही जल-स्त्रोत की संख्या भी बढ़ाई जायेगी।
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में दो मोबाइल यूनिट आयुर्वेद चिकित्सा उपलब्ध कराएगी
उज्जैन सिंहस्थ में घूम-घूम कर साधु-संतों और श्रद्धालुओं को आयुर्वेदिक चिकित्सा उपलब्ध कराने का कार्य मोबाइल यूनिट द्वारा किया जायेगा। इसके लिये आयुष विभाग द्वारा मेला क्षेत्र में दो मोबाइल यूनिट संचालित की जायेगी। पंचक्रोषी यात्रा के दौरान भी ये दो मोबाइल यूनिट सेवा प्रदान करेगी। आयुष विभाग आयुर्वेद, होम्योपेथिक तथा यूनानी चिकित्सा पद्धतियों द्वारा श्रद्धालुओं को उपचार एवं जाँच सुविधा उपलब्ध करवायेगा। विभाग द्वारा 29 डाक्टर तथा इतने ही कम्पाउण्डर तैनात किए जायेंगे।
110 हेल्प डेस्क
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को सुविधाजनक रूप से जानकारियाँ उपलब्ध करवाने के लिए मेला अवधि के दौरान 110 हेल्प डेस्क स्थापित की जायगी। इन हेल्प डेस्क को एसटीडी पीसीओ के पास स्थापित किया जा रहा है। हेल्प डेस्क पर जानकारियाँ देने के लिए 25 हजार से अधिक प्रश्न की एक प्रश्नावली तैयार की जा चुकी है। हेल्प डेस्क पर सामान्य जन मानस की सहायता के लिए उज्जैन के विभिन्न महाविद्यालयों के छात्रों को चिन्हाकिंत किया गया है। करीब 650 ऐसे छात्रों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
दुग्ध संघ 106 पार्लर स्थापित करेगा
उज्जैन दुग्ध संघ द्वारा सिंहस्थ के लिए लगातार तैयारियाँ की जा रही हैं। मेला क्षेत्र में लगने वाले 106 पार्लर का स्थान चिन्हित कर लॉटरी के माध्यम से पार्लरों का आवंटन कर दिया गया है। पार्लर निर्माण का कार्य भी युद्ध स्तर पर जारी है। साँची पार्लर पर श्रद्धालुओं को स्टेण्डर्ड दूध 6 लीटर, 1 लीटर एवं 500 एम.एल. पैक में उपलब्ध रहेगा। इसके साथ ही साँची घी, 15 किलोग्राम, 5 एवं 1 लीटर पैक में उपलब्ध रहेगा। यात्रियों की सुविधा के लिए पार्लर पर श्रीखण्ड, लस्सी, फ्लेवर्ड मिल्क, नमकीन मठ्ठा, मावा, पनीर, दही, सादी छाछ, पेड़ा, मिल्क केक, रसगुल्ला, गुलाबजामुन आदि साँची के उत्कृष्ट उत्पाद पर्याप्त मात्रा में सुलभ होंगे। आपूर्ति व्यवस्था पर नजर रखने के लिए दो अधिकारी सम्पूर्ण झोन में लगातार दौरा करते रहेंगें।