योजनाओं की डाटा फीडिंग में लापरवाही बरतने वालों पर करें कड़ी कार्यवाही – कलेक्टर
रीवा 18 जुलाई 2019. कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने दस्तक अभियान तथा स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि दस्तक अभियान के तहत हर बच्चे तक उपचार सुविधा पहुंचायें। अभियान के लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति करके इसे ऑनलाइन दर्ज करायें। अभियान में जिले में अच्छा कार्य हो रहा है। अभियान के दौरान चिन्हित गंभीर रोगों से ग्रस्त तथा कम पोषित बच्चों के उपचार एवं देखभाल की उचित व्यवस्था करें। दस्तक अभियान में लापरवाही सहन नहीं की जायेगी। कलेक्टर ने विभिन्न योजनाओं की जानकारियों की समय पर ऑनलाइन फीडिंग न होने तथा त्रुटि पूर्ण जानकारी दर्ज होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को डाटा फीडिंग में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने संचारी रोगों से बचाव, अंधत्व नियंत्रण, क्षय नियंत्रण, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, पोषण पुर्नवास केन्द्र, गर्भवती महिलाओं की जांच, मलेरिया नियंत्रण, दवाओं के वितरण तथा परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा की।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सभी बीएमओ अपने अधीन कर्मचारियों से विभिन्न योजनाओं की समय पर तथा सही जानकारी ऑनलाइन दर्ज करायें। इसमें किसी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जायेगी। परिवार कल्याण कार्यक्रम में प्रगति संतोषजनक नहीं है। इसके लक्ष्यों की पूर्ति के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से अभियान चलायें। संस्थागत प्रसव वर्तमान तिमाही में 8898 दर्ज किया गया है। जो आनुपातिक लक्ष्य का केवल 54.5 प्रतिशत है। इसकी सही जानकारी दर्ज करायें। शिशुओं के संपूर्ण टीकाकरण का प्रतिशत 76 है। शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करें। पोलियो तथा पेंटाबेलेन्ट टीकाकरण 80 प्रतिशत है जबकि इनके साथ ही लगाये जा रहे बीसीजी टीकाकरण का प्रतिशत केवल 54 दर्ज किया गया है। ऐसी भ्रामक जानकारी दर्ज करने वालों पर कार्यवाही करें। सीएम हेल्पलाइन में प्रसूति सहायता के कई प्रकरण दर्ज हैं। इनमें सहायता राशि वितरित कर प्रकरणों का निराकरण करायें। कलेक्टर ने आयुष्मान योजना तथा संबल योजना के पात्र हितग्राहियों को भी उपचार सहायता देने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएस पाण्डेय ने बताया कि दस्तक अभियान जिले के सभी 2927 गांव में चलाया जा रहा है। अब तक 2369 गांव में अभियान संपन्न हो चुका है जिस में 2 लाख 35 हजार 153 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई है। जो लक्ष्य का 102 प्रतिशत है। अभियान के दौरान 8338 डायरिया पीड़ित, 2033 एनीमिक, 385 कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन किया गया है। इन्हें उचित उपचार दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में एक अगस्त से 20 अगस्त तक कुष्ठ रोग से पीड़ितों की पहचान के लिए अभियान चलाया जायेगा। जिले में 8 अगस्त को कृमिनाशक दिवस मनाया जायेगा। इस दिन सभी स्कूलों तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों में एक से 15 वर्ष तक आयु के बच्चों को कृमिनाशक दवा दी जायेगी। जिले में ऐनीमिया मुक्त भारत अभियान भी चलाया जा रहा है। जिसमें बच्चों को हर सप्ताह आयरन की खुराक दी जा रही है। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि 19 जुलाई को जिला चिकित्सालय में रक्तदान शिविर आयोजित किया जा रहा है। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय, जिला क्षय अधिकारी डॉ. बीएल मिश्रा, जिला टीकाकरण अधिकारी तथा सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।