बेटियों की तरक्की के लिए हम सब मिलकर सकारात्मक माहौल बनाएं – कमिश्नर डॉ. भार्गव
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान अंतर्गत बिटिया उत्सव का शुभारंभ
रीवा 20 सितंबर 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव के मुख्य आतिथ्य में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान अन्तर्गत शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सतना में तीन दिवसीय बिटिया उत्सव का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन एवं महिला-बाल विकास विभाग के सौजन्य से हुआ। इस अवसर पर कमिश्नर डॉ. भार्गव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बेटियों और महिलाओं की तरक्की और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए हम सबको मिलकर सकारात्मक माहौल बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बेटियां हमारे समाज के लिए अभिशाप नहीं हैं बल्कि वह समूचे समाज के लिए वरदान हैं। बेटियां आजादी के साथ पढ़-लिखकर आगे बढ़ सकें ऐसा माहौल बनाने की जरूरत है।
कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा कि बेटियों का घटता लिंगानुपात हमारे पुरूष प्रधान समाज की विडंबना है। जब तक समग्र समाज चेतन नहीं होगा तब तक कन्या भ्रूण हत्या की प्रथा बंद नहीं होगी। उन्होंने कहा कि एक ओर हमारे देश की सांस्कृतिक चेतना में महिलाओं को सम्मानजनक स्थान दिया गया है वहीं दूसरी ओर बेटियों को जन्म लेने के पहले मार दिया जाता है। यह हमारे समाज के लिए कलंक है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारे समाज में बेटियों की सम्मानजनक स्थिति नहीं होती है तब तक हम सुसंस्कृत नहीं कहलाए जा सकते हैं।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि जहां बेटियों की किलकारी होती हैं वह समाज आनंद का परिचायक होता है। बेटियों का सम्मान करना सभ्य समाज की विशेषता है। उन्होंने कहा कि शासन बेटियों और महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक प्रयास कर रहा है। हमारे संविधान में महिलाओं एवं पुरूषों को समानता का अधिकार प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि बेटियों के बिना सृष्टि अधूरी है। बेटियों का सम्मान करना ही हमारी सच्ची साधना है। बेटियों को पढ़ने लिखने के लिए हमें बेटों की तरह समान अवसर प्रदान करना चाहिए। बेटियों के मन में अपने परिवार के प्रति बेटों से कहीं अधिक समर्पण होता है।
कार्यक्रम में राज्य के नोडल अधिकारी एवं संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग सुरेश तोमर ने कहा कि जहां स्त्रियों की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं। कन्या भ्रूण हत्या हमारे समाज को नुकसान पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि जहां लिंगानुपात कम है वहां देखने में आया है कि महिलाओं पर उस क्षेत्र में अपराध अधिक हो रहे हैं। लिंगानुपात बढ़ाने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। कार्यक्रम में संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास रीवा ऊषा सिंह सोलंकी ने कहा कि बेटियों की प्रतिभा को निखारने के लिए यह उत्सव कारगर सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि बेटियों को बचा कर ही उनको समर्थ बनाया जा सकता है। इसके पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सौरव सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में कमिश्नर डॉ. भार्गव एवं कलेक्टर सतना सत्येन्द्र सिंह सहित अन्य अतिथियों ने कक्षा दसवीं और बारहवीं में जिले की प्रवीण सूची में प्रथम 10 स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में नागौद म्यूजिकल ग्रुप के छात्र-छात्राओं द्वारा सुमधुर गीत-संगीत की प्रस्तुति दी गई। आरपीएस मार्शल आर्ट टीम सतना द्वारा आत्मरक्षा के टिप्स प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में कलेक्टर सत्येंद्र सिंह, सीईओ जिला पंचायत रिजु बाफना, नगर निगम आयुक्त अमनदीप वैश, एसडीएम पीएस त्रिपाठी, तहसीलदार मानवेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।