रीवा के हुए द ग्रेट शोमैन राज कपूर

14 दिसंबर जन्मदिन विशेष
 आलीशान कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम आज रीवा की सुंदरता में चार चांद लगा रहा है। रीवा के हृदय स्थल सिरमौर चौराहे के पास निर्मित यह आडिटोरियम रीवा में हो रहे कार्यक्रमों का लगातार गवाह रहता है ।इसके निर्माण के पहले इस स्थल पर रीवा पुलिस अधीक्षक का बंगला हुआ करता था और उससे पहले रीवा राज्य के आईजी पुलिस का। रीवा राज्य के आईजी पुलिस के रूप में करतार नाथ मल्होत्रा ने अपनी सेवाएं दी थी। इन्हीं करतार नाथ मल्होत्रा के पुत्र थे अभिनेता प्रेमनाथ, राजेन्द्र नाथ और कृष्णा मल्होत्रा जो कि बाद में राज कपूर की पत्नी हुईं। 12 मई 1946 को कृष्णा मल्होत्रा का विवाह राज कपूर के साथ इसी स्थान में संपन्न हुआ था जहां आज ऑडिटोरियम है ।ऑडिटोरियम का भूमिपूजन तथा लोकार्पण दोनों ही अवसर रणधीर कपूर की उपस्थिति में संपन्न हुए। इस अवसर पर रणधीर कपूर के साथ प्रेमनाथ के बेटे प्रेमकिशन इनकी पत्नी तथा प्रेम चोपड़ा तथा उनकी पत्नी उमा भी आई थीं।उमा कृष्णा कपूर की छोटी बहन हैं। रीवा से मल्होत्रा परिवार तथा कपूर परिवार की सुखद स्मृतियां जुड़ी हैं और इन स्मृतियों को नया कलेवर मिला है रीवा के जनप्रतिनिधि राजेन्द्र शुक्ल के प्रयास से एक हजार दर्शक बैठक क्षमता वाला यह ऑडिटोरियम निर्माण से ।कृष्णा राजकपूर को समर्पित इस निर्माण से भारतीय सिनेमा के इस महान अभिनेता तथा परिवार की स्मृतियों को रीवा में चिरस्थाई बना दिया गया है। कृष्णाकपूर, राज कपूर,  शम्मी कपूर सभी ने रीवा को खूब सराहा है अपने एक साक्षात्कार में शम्मी कपूर रीवा की तारीफ करते हुए कहते हैं कि आज मैं जो भी हूं रीवा की वजह से हूँ। शम्मी कपूर ने रीवा मे तैराकी और घुड़सवारी सीखी थी। कृष्णा कपूर रीवा की स्कूल में पढ़ी लिखी थीं और इनके भाई रीवा के दरबार कालेज से। पहली बार जब  राज कपूर रीवा मे कृष्णा से जी से मिले तभी उन्होंने यह महसूस कर लिया था कि यही मेरी जीवन संगिनी है ।राजकपूर की बारात 12 मई 1946 को रीवा आई । बारात में उस समय के भारतीय सिनेमा के सभी नामचीन कलाकार रीवा आये थे। राज कपूर ने अपनी पहली कार रीवा से ही खरीदी थी। जिसको फिर रीवा से मुंबई ले जाया गया था। जब इस कार के पुरानी हो जाने के कारण कपूर परिवार द्वारा बेचे जाने का निर्णय लिया गया तो राज कपूर ने दुखी  मन से इस निर्णय की स्वीकृति प्रदान की थी।राज कपूर ने रीवा की यादों को अमर करने के लिए “आह” फिल्म बनाई है और उसमें उन्होंने अपना रीवा प्रेम दिखाया है ।बार-बार फिल्म का नायक कहता है मुझे रीवा जाना है मुझे रीवा ले चलो ।कुछ समय पहले ही कृष्णा कपूर जी का निधन मुंबई में हुआ वह हमेशा रीवा के नाम से रोमांचित हो जाती थी।अपनी एक बेटी का नाम भी उन्होंने रीमा रखा है। कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम के उद्घाटन अवसर में उनको भी आना था लेकिन स्वास्थ्य और उम्र के चलते वह इस अवसर पर रीवा नही आ सकीं।लेकिन उनका आशीर्वाद सदैव इस कार्य  में था। रीवा के जनप्रतिनिधि राजेंद्र शुक्ल अभी मुंबई गए थे और रणधीर कपूर से मिलकर उन्होंने कृष्णा जी के दुखद परलोक गमन पर शोक संवेदना व्यक्त की थी। राज कपूर रीवा के दामाद थे कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम बनाकर रीवा ने उन्हें सदैव के लिए अपना बना लिया है ।राजकपूर अब रीवा के हो चुके हैं। आज उनका जन्मदिन है ईश्वर करे रीवा से कपूर परिवार का रिश्ता सदैव नयी जीवंतता के साथ  बना रहे।
अजय नारायण त्रिपाठी “अलखू”
Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *