मध्यप्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र में हुए कार्यों की सराहना

300416n17 300416n18

केन्द्र सरकार प्रदेश को हरसंभव मदद करेगी
केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा ऊर्जा विभाग की समीक्षा

केन्द्रीय ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा और कोयला राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि मध्यप्रदेश में सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। आज आवश्यकता इस बात की है कि राष्ट्रीय स्तर का ध्यान रखते हुए नवाचारी व्यवस्था की जाये जिससे उद्योपति मध्यप्रदेश की ओर ही आकर्षित हो। उन्होंने ऊर्जा सुधार के क्षेत्र में प्रदेश सरकार द्वारा उठाये गये कदमों की सराहना की। राज्य में ऊर्जा तथा खनिज विभाग में ऐसे काम हुए जो अन्य प्रदेशों के लिए रोल मॉडल बन सकता है। श्री गोयल ने कहा कि ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा खनिज विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र प्रदेश को हरसंभव सहयोग देगा। इस मौके पर ऊर्जा तथा नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल विशेष रूप से मौजूद थे।

श्री गोयल ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ में ‘मेक इन एमपी’ अंतर्गत उद्योगों को आकर्षित करने के लिए आकर्षक योजना बनाने पर विचार किया जाना चाहिये। इसमें विद्युत दरों में भी छूट के बारे में प्रावधान लागू किये जाये। ऊर्जा राज्य मंत्री ने विद्युत क्षेत्र में सुधार के लिये पीएस, डीएफ फण्ड से राशि प्राप्त करने के लिए 1000 करोड़ राशि की योजना बनाये जाने को कहा।

ऊर्जा राज्य मंत्री ने राज्य में करीब 40 लाख हाउस होल्ड कनेक्शन देने के निर्देश दिये। उन्होंने वर्ष 2019 तक एटी एण्ड सी हानि के प्रतिशत को 15 प्रतिशत कम करने के लिए कार्य-योजना बनाकर उसे क्रियान्वित करने के निर्देश दिये। श्री गोयल ने शत-प्रतिशत मीटर लगाने पर जोर देते हुए कहा कि भविष्य में स्मार्ट मीटर ही लगाया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिये। उन्होंने बिजली चोरी को सख्ती से रोकने पर भी जोर दिया।

श्री गोयल ने सिंचाई के लिए ऊर्जा दक्ष पम्प की आवश्यकता पर जोर दिया। इससे बिजली की कम खपत दर्ज होने पर राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी की राशि में कमी आयेगी और उस राशि का उपयोग अन्य लाभकारी योजनाओं में किया जा सकेगा। श्री गोयल ने कहा कि ऊर्जा दक्ष पम्प खरीदने पर कोई अतिरिक्त भार वितरण कंपनी पर नहीं आयेगा।

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *