मानव सेवा संस्थान कुष्ठ सेवा आश्रम गड्डी में वन महोत्सव पर्व का हुआ आयोजन

रीवा 31 जुलाई 2019. कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव के मुख्य आतिथ्य में पीड़ित मानव सेवा संस्थान कुष्ठ सेवा आश्रम गड्डी में वन महोत्सव पर्व का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि आज के बदले हुए दौर में पीड़ितों की सेवा के लिए कई स्वंयसेवी संस्थाएं अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रही हैं। इसके लिए यें संस्थाएं बधाई की पात्र हैं। मानव सेवा संस्थान कुष्ठ सेवा आश्रम गड्डी द्वारा नि:संदेह पीड़ित मानवता की सेवा के लिए प्रेरणादायी कार्य किया जा रहा है। महात्मा गांधी ने कुष्ठ रोगियों के प्रति अनुकरणीय कार्य किया। कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए उनके बताये मार्ग पर चलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोगियों का हर वर्ष सर्वे होता है और उनको सरकार द्वारा मुफ्त इलाज भी उपलब्ध कराया जाता है। कुष्ठ रोगियों के प्रति हमारी सोच बदलना चाहिए। उन्हें भी समाज के अन्य लोगों की तरह समझना चाहिए।
प्रदेश में कुष्ठ रोग के प्रति समाज में जागरूकता लाकर रोग के उपचार एवं व्याप्त भ्रांतियों में कमी लाना मध्यप्रदेश शासन का प्रमुख लक्ष्य है। इसी लक्ष्य के उद्देश्य से शासन के दिशा-निर्देशानुसार राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम अन्तर्गत एक अगस्त से 20 अगस्त तक कुष्ठ रोगी खोज अभियान का आयोजन जिलों एवं ब्लॉकों में किया जायेगा। जिसका प्रमुख उद्देश्य शून्य विकृति किये जाने के लिए घर-घर खोजी अभियान चलाया जाना है ताकि रीवा संभाग को कुष्ठ रोग से मुक्त किया जा सके।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने पीड़ित मानव सेवा संस्थान कुष्ठ सेवा आश्रम में पौधारोपण भी किया। उन्होंने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन में काफी महत्व रखते हैं। हम प्रकृति का दोहन कर रहे हैं। वन महोत्सव, पर्यावरण दिवस मनाने का उद्देश्य यही है कि हम प्रकृति का संरक्षण करें। हम नदियों, चांद, सूरज, पेड़-पौधों की पूजा करते हैं। इसकी सीख हमें हमारे बुजुर्गों से प्राप्त हुई है। प्रकृति के प्रति हम प्रारंभ से ही श्रद्धा व्यक्त करते रहे हैं। शादी की वर्षगांठ, जन्मदिवस, घर में खुशी के अवसर आदि पर हमें पौधा लगाना चाहिए। वृक्ष हमारे पर्यावरण को संतुलित बनाये रखते हैं। वृक्षों से हमें फल, औषधियां, शुद्ध हवा मिलती है। वृक्ष वर्षा कराने में सहायक होते हैं। आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए पेड़ जरूर लगायें। वृक्षों की कटाई रोकने के लिए भी प्रयास करें। इस अवसर पर कमिश्नर डॉ. भार्गव से प्रेरणा लेकर ग्रामीणजनों एवं कुष्ठरोगियों ने भी पौधारोपण कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। संस्थान के परिसर में कुल एक हजार पौधे रोपे गये।
संस्थान के संचालक नीरज शुक्ला ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि समाज को स्वस्थ बनाने से ही राष्ट्र स्वस्थ बनेगा। हमारा हृदय संवेदनशील होना चाहिए। दूसरों की पीड़ा को अपना समझकर हमें उनकी मदद करना चाहिए। प्रकृति का संतुलन बनाने के लिए उसे संरक्षित एवं सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी लेने की जरूरत है। इससे पूर्व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में मातुश्री श्रीमती कमलेश शुक्ला, विनोद तिवारी, डॉ. गौरव पाण्डेय, सुरेश सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कुष्ठ रोगियों से मुलाकात कर चर्चा की। उनकी बीमारी के विषय में जानकारी ली।

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