यह चीफ डिवाइडर अच्छा है

प्रधानमंत्री मोदी को लेकर बहुत से लोगों के पेट में बड़ा दर्द है और वह दर्द उनको होना लाजमी  है । इस दर्द से परेशान देसी भी हैं और विदेशी भी ।इन दर्द के मारों को मोदी विभाजन कारी दिखते हैं तो सच ही है मोदी विभाजनकारी हैं। वह अच्छे और बुरे में विभाजन करने की क्षमता रखने वाले प्रधानमंत्रियों में से एक है, जो देश के लिए अच्छा है वह एक तरफ जो बुरा है वह एक तरफ यह डिवाइड करने की कोशिश में लगे प्रधानमंत्री हैं मोदी। लेकिन जो हमेशा से देश के संसाधनों को अपनी खेती समझकर चरते रहे हैं ,देश के संसाधनों को अनाप-शनाप खाते – पचाते  रहे हैं उनको मोदी ने कानूनी जुलाब गोली दे दी है। अब उनको अच्छा खाने, बुरा खाने में विभेद समझ आने लगा है। ऐसे लोगों के लिए मोदी चीफ डिवाइडर हैं।
 प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश मे प्रगति की एक तीव्र लहर पैदा हुई है ।पूरे देश में विकास हुआ है और अत्यधिक तीव्र गति से विकास चारों ओर होता हुआ दिखाई दे रहा है। मैंने पिछले महीने देश में लगभग 12000 किलोमीटर की यात्रा की है चारों तरफ विकास, विकास, विकास सिर्फ विकास नजर आया ।सामान्य जन की आवाज में सिर्फ मोदी का नाम ही आशा की उस प्रतिध्वनि में निकला जो उनके जीवन को सुखमय बना रहा है और आगे बनाएगा।
 प्रधानमंत्री मोदी छद्म और सत्य के बीच विभेद करने वाली ताकत हैं। प्रधानमंत्री मोदी वह विभाजन कारी ताकत हैं जो हमारे सतना जिले के पिथौरागढ़ के बाबूलाल दहिया को पद्मश्री पुरस्कार देने वाली सूची को उस सूची से डिवाइड करते हैं जो आज तक बनती रही है। उस गरीब मां को पद्म पुरस्कार मिलता है जो लाखों वृक्ष लगाती है और बिना किसी प्रचार मोह  के ।मोदी उन छद्म पर्यावरणविदों और ऐसी पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित माँ के बीच डिवाइडर हैं।
 प्रधानमंत्री मोदी से उन लोगों को ही ज्यादा तकलीफ है जो आज तक देश के संसाधनों में जोंक की तरह चिपके हुए थे। जब गरीब को अपना पक्का घर मिलने लग गया, गैस मिलने लग गई, बैंक मे खाता खुलने लगा, रोजगार मिलने लगा, सुरक्षा का वातावरण बना, धर्म और संस्कार सुरक्षित हुए,  स्वच्छता के साथ देश स्वस्थ्य होने लगा ,औषधियों के दाम घटने लगे, अस्पतालों की संख्या बढ़ने लगी, सड़कें चौड़ी होने लगी ,आयुष्मान जैसी योजनाओं से सामान्य जन लाभान्वित होने लगा ,भारत का भारत से विकास होने लगा, कुछ विदेशी भाषा जानने बस से जो अक्लमंद बन गए थे उन्हें देसी ज्ञान पछाड़ने लगा, सबका साथ सबका विकास की पूर्णता नहीं तो कम से कम प्रयास प्रारंभ हुआ ,ऑनलाइन सेवाओं का दायरा लगातार बड़ा, बिजली की आत्मनिर्भरता हो चाहे पानी की उपलब्धता  सब जगह नए जोश से कदम बढ़े तो इनको मोदी में डिवाइडर की छवि दिखाई पड़ने लगी जो अच्छी बात है।
 प्रधानमंत्री मोदी ने धर्म के आधार पर तुष्टीकरण की सोच को डिवाइड कर दिया। भारत का विकास भारतीय संस्कृत के अनुरूप भारतीयता के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने प्रारंभ कर दिया ।भारत कोई दो सौ चार सौ वर्ष पुरानी सभ्यता का वाहक नहीं बल्कि सनातन है इस सोच को स्थापित करने का काम डिवाइडर की तरह किया।
जनता को प्रधानमंत्री मोदी चीफ डिवाइडर के रूप में पसंद हैं जो अच्छे और बुरे के बीच डिवाइडर हैं। प्रधानमंत्री मोदी जैसे चीफ डिवाइडर की देश को बहुत दिनों से आवश्यकता थी जो 2014 में पूरी हुई ।यह चीफ डिवाइडर नीर – क्षीर विवेकी है इस चीफ डिवाइडर से मिलावटखोरों को डरना जरूरी है। यह डिवाइडर सही को गलत से डिवाइड करता रहे जो भी देश के लिए हितकर है  उसको चुनता रहे। जनता चाहती है कि यह डिवाइडर और मजबूत हो क्योंकि यह चीफ डिवाइडर अच्छा है।
अजय नारायण त्रिपाठी ” अलखू “
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