निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने राज्य शासन प्रतिबद्ध
मंत्री श्री सरताज सिंह द्वारा केन्द्रीय परीक्षण प्रयोगशाला का शुभारंभ
लोक निर्माण मंत्री श्री सरताज सिंह ने आज निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जाँच के लिये स्थापित केन्द्रीय परीक्षण प्रयोगशाला और विभागीय कार्य-प्रक्रिया से जुड़े 4 सॉफ्टवेयर का शुभारंभ किया। श्री सिंह ने कहा कि प्रयोगशाला और सॉफ्टवेयर का आरंभ यह इंगित करता है कि राज्य सरकार निर्माण की गुणवत्ता में सुधार और विभागीय कार्यों के गतिशील निष्पादन के लिये कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता सुधार के लिये अनुशासनात्मक कार्यवाही के साथ उठाये गये अन्य कदमों का प्रभाव निर्माण कार्यों में दिखना शुरू हो गया है। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप प्रदेश की सभी मुख्य सड़क का निर्माण 2018 तक पूरा कर लिया जायेगा।
अरेरा हिल्स स्थित निर्माण भवन में आरंभ केन्द्रीय परीक्षण प्रयोगशाला में सड़क, भवन तथा पुल आदि के निर्माण में लग रही सामग्री की मात्रा, गुणवत्ता और अपनाई जा रही निर्माण प्रक्रिया की जाँच के लिये कई आधुनिकतम मशीनें स्थापित की गई हैं। इनमें सड़क निर्माण तथा भवन निर्माण के अलग-अलग स्तर पर उपयोग में आने वाली सामग्री के परीक्षण की व्यवस्था है। प्रदेश में 12 मंडल स्तरीय प्रयोगशालाएँ भी संचालित हैं।
कार्यक्रम में विभागीय कार्य-प्रणाली से संबंधित 4 सॉफ्टवेयर का संचालन भी आरंभ किया गया है। इनमें वर्क्स मेनेजमेन्ट सिस्टम के अन्तर्गत विभाग में चल रहे सभी निर्माण कार्यों की जानकारी उपलब्ध रहेगी। एसेट्स मेनेजमेंट सिस्टम से सभी पूर्ण हो चुकी सड़कों, भवन तथा ब्रिज की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। कोर्ट केस मेनेजमेंट और एम्पलाईज मेनेजमेंट सिस्टम की भी इस अवसर पर शुरूआत की गई।
प्रमुख अभियन्ता श्री अखिलेश अग्रवाल ने बताया कि सभी सॉफ्टवेयर विभाग स्तर पर विकसित किये गये हैं। इनके प्रचलन में आने से निर्णय लेने में कम समय लगेगा और पेपर लेस कार्य-संस्कृति विकसित करने की ओर भी विभाग अग्रसर हो सकेगा।