फिलीपींस की 3 दिवसीय यात्रा पर मनीला पहुंचे पीएम मोदी
अपनी तीन दिन की फिलीपींस यात्रा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को राजधानी मनीला पहुंचे। पीएम मोदी आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, तो वहीं पूर्वी एशिया सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे। दक्षिण पूर्वी एशियाई देश के संगठन आसियान के 50 साल पूरे हो चुके हैं, तो ऐसे में मनीला में होने वाला सम्मेलन और भी ख़ास हो चला है। फिलीपींस यात्रा पर प्रधानमंत्री का ज़ोर आर्थिक प्रगति, संपर्क मार्गों के विकास और समृद्धि के लिए आतंकवाद की चुनौती को ख़त्म करने पर होगा।
पीएम मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान फिलीपींस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को लेकर तो बात करेंगे साथ ही पीएम मोदी की अमेरिका, वियतनाम, जापान और न्यूज़ीलैंड के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता होगी।
आसियान सम्मेलन सत्र की शुरुआत से पहले फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो डुटार्टे ने राष्ट्राध्यक्ष के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया। ये आयोजन फिलीपींस की सांस्कृतिक विरासत को समेटे हुए था। सभी राष्ट्राध्यक्ष और प्रधानमंत्री मोदी भी फिलीपींस के पारंपरिक परिधान में नज़र आए। गौरतलब है कि आसियान अपनी 50वीं वर्षगांठ भी मना रहा है, इस मौके पर स्वर्ण जयंती को प्रदर्शित करते पांच लालटेन आर्कषण का केंद्र थे।
प्रधानमंत्री मोदी का ज़ोर एक ओर जहां आर्थिक विकास को गति देने और व्यापारिक संबंधों को मज़बूती देने पर होगा वहीं एशिया पेसिफ़िक क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता और दक्षिण पूर्वी एशिया तक भारत के संपर्क मार्गों को बढ़ाने पर भी पीएम का ख़ासा ज़ोर होगा।
पीएम मोदी सोमवार से 31वें आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। साथ ही पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) का दौरा करेंगे। वे यहां एक प्रयोगशाला का उद्घाटन भी करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री जयपुर-भारत की ही शाखा महावीर फिलीपींस प्रतिष्ठान का भी दौरा करेंगे। वे यहां लाभार्थियों से मुलाक़ात करेंगे। गौरतलब है कि ये संस्थान कृत्रिम पैर और हाथ लोगों के लिए बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराता है।
इसके बाद पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति से द्वपक्षीय स्तर की मुलाक़ात होगी। इस मुलाक़ात पर सभी की निगाहें होंगी। पीएम मोदी दोपहर 2 बजे आसियान व्यापार व निवेश सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी की फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो डुटार्टे से द्विपक्षीय मुलाक़ात होगी। ये मुलाक़ात भी ख़ास होगी। ये भारतीय प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय संबंधों को लेकर काफी अंतराल के बाद यात्रा है।