जन सुरक्षा विधेयक विधानसभा के आगामी सत्र में लाएंगे : मुख्यमंत्री श्री चौहान
भावांतर भुगतान योजना से किसानों को मिल रही उपज की सही कीमत
मध्यप्रदेश गौरव पुरस्कार से पाँच विभूतियाँ सम्मानित
मुख्यमंत्री के मुख्य आतिथ्य में म.प्र. स्थापना दिवस का राज्य-स्तरीय समारोह हर्षोल्लास से सम्पन्न
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मासूमों के साथ दुराचार की घटनाओं में कठोर सजा के लिये आगामी विधानसभा सत्र में जनसुरक्षा विधेयक लाया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को फसलों का उचित मूल्य दिलाने के लिये सरकार ने भावांतर भुगतान योजना लागू की है। इससे किसानों को फसलों की उचित कीमत मिल रही है और उनके हितों की रक्षा हुई है। प्रदेश में न्यायसंगत व्यवस्था स्थापित हुई है। श्री चौहान आज यहाँ मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित राज्यस्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह का आयोजन लाल परेड ग्राउंड में किया गया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान भी मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भावांतर भुगतान योजना के बारे में भ्रम पैदा करने की कोशिशें सफल नहीं होंगी। योजना की जानकारी देते हुये उन्होंने बताया कि मॉडल विक्रय मूल्य और समर्थन मूल्य में अंतर की राशि किसानों के बैंक खातों में सीधे राज्य सरकार जमा करेगी। उन्होंने बताया कि सोयाबीन का मॉडल अथवा औसत मूल्य प्रति क्विंटल 2 हजार 580 रूपये है जबकि समर्थन मूल्य 3 हजार 50 रूपये है। राज्य सरकार द्वारा सोयाबीन के किसानों को प्रति क्विंटल 470 रूपये भावांतर की राशि उनके खातों में जमा कराई जा रही है। इसी तरह उड़द का मॉडल मूल्य 3 हजार रूपये, समर्थन मूल्य 5 हजार 400 रूपये होने से 24 सौ रूपये, मूंगफली का 3 हजार 720, समर्थन मूल्य 4 हजार 450 रूपये होने से 730 रूपये, मूंग का 4 हजार 120, समर्थन मूल्य 5 हजार 575 रूपये होने से, 1455 रूपये, मक्का का 11 सौ 90 समर्थन मूल्य 1425 रूपये होने से 235 रूपये प्रति क्विंटल भावांतर की राशि सरकार द्वारा दी जा रही है।
श्री चौहान ने आव्हान किया है कि आतंकवाद, भ्रष्टाचार, गरीबी मुक्त स्वच्छ मध्यप्रदेश बनाने के लिये साढ़े सात करोड़ जनता को संकल्पित होना होगा, अपना सर्वश्रेष्ठ समर्पित करने आगे आना होगा। सबको मिलकर मध्यप्रदेश को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश उनके लिये दुनिया का सबसे प्यारा अदभुत राज्य है। यहाँ की जनता उनकी भगवान है, वे तो सिर्फ पुजारी हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मध्यप्रदेश अमेरिका, इंग्लैण्ड आदि से कहीं अधिक अच्छा है। इसे देखने के लिये सकारात्मक सोच होना जरूरी है। अपने प्रदेश पर गर्व की भावना होना आवश्यक है। गुलाम मानसिकता के लोग ही दूसरे देश को अपने देश से अच्छा समझ सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय नागरिक दुनिया में गर्व से खड़ा हो सके, ऐसे न्यू इंडिया का निर्माण हो रहा है। उनके प्रयासों में मध्यप्रदेश सबसे आगे रहेगा। समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिये सरकार कार्य कर रही है। गरीब परिवार को एक रूपये किलो गेहूँ, चावल देने, रहने के लिये भूमि के टुकड़े का अधिकार देने वाला पहला प्रदेश है मध्यप्रदेश। वर्ष 2022 तक हर शहरी ग्रामीण गरीब को पक्की छत मुहैया होगी। बिना बिजली कनेक्शन वाले 42 लाख परिवारों को आगामी दो वर्षों में कनेक्शन उपलब्ध करवा दिये जायेंगे। लघु कुटीर उद्योगों का जाल बिछाने के लिये नवाचार को आगे आने वाले युवाओं के लिये सौ करोड़ रूपये का वेंचर केपिटल फंड बनाया गया है। मेधावी बच्चों का गरीबी से भविष्य बर्बाद नहीं हो, इसके लिये शिक्षण संस्थानों की फीस राज्य सरकार द्वारा भरवाये जाने की योजना इसी वर्ष लागू की गई है। शहरी विकास पर 90 हजार करोड़ रूपये का व्यय किया जायेगा।
श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ने वाला राज्य है। यहाँ की विकास दर निरंतर डबल डिजिट में है। पाँच वर्षों से कृषि कर्मण पुरस्कार पाने वाले राज्य की कृषि विकास दर 20 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है। लोक सेवा गारंटी कानून, सी एम हेल्पलाइन, ई-उपार्जन की सुव्यवस्थित व्यवस्था, आनंद विभाग का गठन, महिला कल्याण की योजनायें, महिलाओं को वन विभाग छोड़ अन्य सभी विभागों में 33 प्रतिशत और शिक्षक पदों में 50 प्रतिशत आरक्षण देने, अनेक दलहन, खाद्यान्न, औषधीय एवं पुष्पीय फसलों के उत्पादन आदि में प्रदेश देश का अग्रणी राज्य है। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस का भव्य आयोजन राज्य के नागरिकों की भावनात्मक एकता और हर दिल में जिद, जनून और जज्बे का भाव पैदा करने के लिये किया जाता है। राज्य का गौरवशाली इतिहास है। मुख्यमंत्री ने नागरिकों को प्रदेश के 62वें स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश गौरव पुरस्कार से श्री रमाकांत-उमाकांत गुंदेजा बंधुओं, श्री अमृतलाल बेगड़, सुश्री जनक पल्टा, श्री हरचंदन सिंह भाटी को सम्मानित किया। संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा ने अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में प्रसिद्ध कवि श्री शैलेष लोढ़ा ने हास्यरस रचनाओं से श्रोताओं को आनंदित किया। श्री शैलेन्द्र कृष्णा के निर्देशन में नृत्य नाटिका ‘श्रीकृष्ण’ की भावपूर्ण प्रस्तुति हुई जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पार्श्व गायिका सुश्री श्रेया घोषाल के मधुर गीतों ने वातावरण को संगीतमय बना दिया। प्रारंभ में सुश्री सुहासिनी जोशी ने मध्यप्रदेश गान का गायन किया। स्वस्ति पूजन, दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
स्थापना समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर, पूर्व सांसद श्री कैलाश सारंग, सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग, महापौर श्री आलोक शर्मा, सांसद श्री आलोक संजर, विधायक श्री विष्णु खत्री, श्री सुरेन्द्र नाथ सिंह, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री आर.के. शुक्ला, मेजर जनरल श्री डी.पी.एस. रावत सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे