भारत का वर्तमान स्वरूप सरदार वल्लभ भाई पटेल के प्रयासों का परिणाम- मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहाँ सरदार वल्लभ भाई पटेल की 142वीं जयंती पर नागरिकों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। उल्लेखनीय है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल को जन्म-दिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में पूरे प्रदेश में मनाया जा रहा है। सभी जिलों में सरदार पटेल के योगदान का स्मरण करते हुये उन्हें श्रद्धाजंलि दी गई। राज्य मंत्रालय के सरदार वल्लभ भाई पटेल उद्यान में मंत्रालय के अधिकारियों, कर्मचारियों, स्थानीय नागरिकों और विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एकता, अखण्डता और सुरक्षा को बनाये रखने की शपथ दिलाई। उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल का पुण्य स्मरण किया।
श्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि भारत का वर्तमान स्वरूप सरदार वल्लभ भाई पटेल के अथक प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने पाँच सौ रियासतों को भारत में शामिल करने में अविस्मरणीय योगदान दिया। श्री चौहान ने कहा कि यदि तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. श्री जवाहर लाल नेहरू ने जम्मू-कश्मीर का मामला भी सरदार पटेल को सौंप दिया होता तो आज पाक अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा होता।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरदार पटेल ने भोपाल, हैदराबाद और जूनागढ़ की रियासतों को भी भारत में विलय होने के लिये मजबूर किया। श्री चौहान ने कहा कि भारत की एकता और अखण्डता को विखण्डित करने के प्रयासों को कभी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। भारत की एकता को खण्डित करने के प्रयासों को मुँह तोड़ जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत अब 1962 का भारत नहीं रहा। आज भारत एक सशक्त और सक्षम राष्ट्र है। पाकिस्तान की सीमा पर घुसकर सर्जिकल स्ट्राईक कर सकता है और चीन की सेना को वापस जाने के लिये मजबूर कर सकता है।
इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग, सांसद श्री आलोक संजर, विधायक श्री सुरेन्द्र नाथ सिंह एवं श्री रामेश्वर शर्मा, महापौर श्री आलोक शर्मा और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।