बसामन मामा में गौशाला का शीघ्र होगा शुभारंभ – पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य
लक्ष्मणबाग गौशाला के विकास हेतु सात लाख रूपये प्रदत्त, गौवंश जन जागरण अभियान का लक्ष्मणबाग गौशाला में हुआ शुभारंभ
गौ संरक्षण, संवर्धन एवं ऐरा प्रथा पर आयोजित गोष्ठी आयोजन के साथ ही गौवंश जन जागरण अभियान का आज लक्ष्मणबाग गौशाला में शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रदेश के पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि शीघ्र ही बसामन मामा में गौशाला का शुभारंभ होगा उन्होंने लक्ष्मणबाग गौशाला के विकास हेतु सात लाख रूपये प्रदान किये जाने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि जनकहाई गांव में भी गौशाला निर्माण की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। पशुपालन मंत्री ने कहा कि ऐरा प्रथा के समाधान में जनमानस को जुड़ना होगा तभी 2022 तक कृषि आय को दुगना करने का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गौवंश के संरक्षण व सेवा हेतु आगे आकर मदद करें व गौशालाओं को समृद्धशाली व आत्मनिर्भर बनायें।
प्रदेश के उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अपने उद्बोधन में कहा कि रीवा में पवित्रता व गौमाताओं के संरक्षण के उद्देश्य से लक्ष्मणबाग में गौशाला की स्थापना की गयी थी इन्हीं के आशिर्वाद से ही रीवा में विकास के कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सबसे ज्यादा संतुष्टि गौशाला की स्थापना से हुई है। सभी लोग इस पुनीत कार्य में भागीदार बने तथा ऐरा प्रथा को रोकने हेतु समवेत हों ताकि खेती लाभ का धंधा बन सके क्योंकि ऐरा प्रथा इसमें बाधा बनती है।
इस अवसर पर गौ संवर्धन एवं पशुपालन बोर्ड के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानन्द गिरि ने कहा कि प्रदेश शासन गौवंश के संरक्षण के लिये कृतसंकल्पित है। प्रदेश में बनाये जा रहे पांच गौ अभ्यारण में से एक विन्ध्य में भी बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि संवेदनशील मुख्यमंत्री जी के समक्ष विन्ध्य में गौ वन्यविहार की स्थापना का भी प्रस्ताव रखा जायेगा ताकि बेसहारा गौवंश का संरक्षण हो। उन्होंने कहा कि गौशालाएं आत्मनिर्भर बने इस हेतु लगातार प्रयास हो रहे हैं। प्रदेश में 1147 गौशालाओं में से 545 क्रियाशील है जिन्हें 56 में अनुसंधानात्मक कार्य भी हो रहे है जिनमें रीवा की लक्ष्मणबाग गौशाला भी शामिल है। स्वामी जी ने कहा कि गौशालाओं में 40 प्रतिशत दुधारू गौवंश रखकर गौशालाएं स्वाबलंबी बन सकती है। उन्होंने समाज से गौशाला संचालन हेतु आगे आने का आहवान किया।