शिक्षकों का सम्मान सर्वोपरि है इनके द्वारा ही व्यक्ति,समाज,राष्ट्र का विकास संभव है-उद्दोग मंत्री
छात्रों के जीवन में शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसे भुलाया नहीं जा सकता। इस अति महत्वपूर्ण कार्य के लिये ही शिक्षकों का शिक्षक दिवस के दिन सम्मान किया जाता है। इस गौरवशाली परम्परा को बनाये रखा जाना चाहिए। उक्त बातें उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने मऊगंज तहसील अंतर्गत ग्राम देवगांव में आयोजित शिक्षकों का सम्मान समारोह के दौरान कही। उद्योग मंत्री ने वर्तमान में कार्यरत और सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान शाल और श्रीफल से किया।
उद्योग मंत्री ने कहा कि शिक्षकों के सम्मान सर्वोपरि है इनके द्वारा ही व्यक्ति का विकास संभव है। शिक्षकों का सम्मान करने से समाज को अच्छा संदेश जाता है और प्रेरणा मिलती है। इनका सहयोग पाकर कोई भी व्यक्ति पूरी दुनिया में परचम लहरा सकता है। मंत्री श्री शुक्ल ने स्वामी विवेकानंद के 1893 में अमेरिका के शिकागो में दिये गये भाषण का उल्लेख करते हुए कहा कि 21वीं सदी भारत की होगी और भारत दुनिया में विश्व गुरू बन कर उभरेगा। उन्होंने ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश प्रगति की राह पर चल पड़ा है। दूसरे देश हमारे देश के सामने नतमस्तक हो रहे हैं।
मंत्री श्री शुक्ल ने आव्हान किया कि हमें अपनी संस्कृति, संस्कार, परम्पराऐं बनाये रखना है और देश को समृद्धशाली बनाने की दिशा में काम करना है। उन्होंने शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित करने पर आयोजनकर्ता को बधाई दी। इस अवसर पर विधायक देवतालाब गिरीश गौतम, राम सिंह, राजभान सिंह, सी.डी. सिंह, शेषमणि पटेल सहित शिक्षकगण, गणमान्य व्यक्ति और स्थानीयजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।