ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए पीएम चीन पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आज शाम चीन के जियामेन पहुंचें। साझेदारी का दूसरा दशक शुरू कर रहे ब्रिक्स को प्रधानमंत्री ने अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है।
यूं तो पीएम की यात्रा ब्रिक्स सम्मेलन के मद्देनजर हो रही है लेकिन द्पिक्षीय संबंधों के मद्देनज़र भी यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। ब्रिक्स सम्मेलन इसलिए भी अहम है क्योंकि इस बार पांच अन्य देशों को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान मिलेंगे लेकिन दोनों के बीच द्पक्षीय मुलाकात होगी या नहीं ये अभी तय नहीं है।
चीन का भी कहना है कि बहुपक्षीय बैठकों के दौरान द्विपक्षीय बैठकें आयोजित करने की एक परंपरा है और अगर समय मिला तो चीन इसका प्रबंध करेगा। चीन भी इस दौरे की अहमियत को बखूबी समझता है इसलिए प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से ठीक पहले चीन ने कहा है कि दोनों देशों में आपसी सहयोग को लेकर काफी संभावनाएं हैं। ब्रिक्स सम्मेलन से जुडी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा-
दो ताकतवर पडोसियों के बीच मतभेद होना सामान्य है लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि भारत और चीन ने अपनी समस्याओं को उचित स्थान पर रखा और उसे आपसी सम्मान एवं दोनों देशों के नेताओं की सहमति के आधार पर सही तरीके से निपटाया। भारत और के बीच सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।
चीन ने कहा है कि सम्मेलन में आतंकवाद का मसला नहीं उठाया जाएगा लेकिन भारत ने कहा है कि पीएम अपने भाषण में क्या क्या मुद्दा उठाएंगे ये अभी तय नहीं है।
9वां ब्रिक्स सम्मेलन 3 से 5 सितंबर तक चीन के शियामेन में हो रहा है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ब्रिकस के सदस्य है । ब्रिक्स सम्मेलन के लिए मिस्र, केन्या, ताजिकिस्तान, मेक्सिको और थाईलैंड को अतिथि देशों के रूप में आमंत्रित किया गया है । इस बार के सम्मेलन का थीम बेहतर भविष्य के लिए मजबूत साझेदारी । इसके साथ ही पीएम मोदी म्यांमार के राष्ट्रपति यू ह्टिन क्याव के आमंत्रण पर 5 से 7 सितंबर तक म्यांमार का भी दौरा करेंगे। पीएम की म्यांमार की ये पहली द्पिक्षीय यात्रा है । पीएम इससे पहले म्यांमार में भारत आसियान शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने ने गए थे । इस दौरे में दोनों देशों में कई समुद्री सुरक्षा और स्वास्थ्य , समेत कई मसलों पर अहम समझौते भी हो सकते हैं ।
इस दौरान पीएम वहां की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से मुलाकात करेंगे। पीएम बहादुर शाह जफर की मजार पर जाने के साथ ही भारतीय लोगों को भी संबोधित करेंगे । पीएम का चीन दौरा दोनों देशों के हाल के विवाद से अहम है तो म्यामर का दौरा दक्षिण-पूर्वी एशिया के देशों में मेल-जोल बढ़ाने की एक्ट एशिया नीति के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है ।