वृक्ष धरती का श्रृंगार करते हैं -प्रभारी मंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल
प्रदेश के खनिज संसाधन उद्योग, व्यापार एवं वाणिज्य मंत्री एवं शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजेंद शुक्ल ने कहा कि वृक्ष धरती का श्रृंगार करते हैं, वृक्षारोपण से धरती के पर्यावास की सुरक्षा होती है वहीं धरती की सुंदरता बढ़ती है। उन्होने कहा कि मानव जाति जब सांस लेती है तो कार्बन डायआक्साईड का उत्सर्जन होता है, जिसे पेड़ अवशोषित करते हैं और आक्सीजन का उत्सर्जन कर मानव जीवन की रक्षा करते हैं। उन्होने कहा कि धरती में पेड़ों की कमी से आक्सीजन की कमी होगी, कार्बनडाय आक्साईड के ज्यादा उत्सर्जन से ओजोन की परत में सुराख होगा, पृथ्वी के ग्लेशियर पिघलेंगें जिनसे समुद्री किनारों पर बसे बड़े-बड़े महानगर समुद्र में समा जाएंगें। उन्होने कहा है कि धरती को स्वच्छ, सुंदर और सुरक्षित रखने के लिये पर्यावरण संरक्षण आज की आवश्यकता है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सभी नागरिकों का यह दायित्व है कि वे पर्यावरण के महत्व को समझे, पेड़ लगायें, जल संरक्षण और जल का संवर्द्धन करें, तालाबों की सुरक्षा करें, तालाबों का जीर्णोद्धार करें और पर्यावरण के संरक्षण के लिये प्रयास करें। प्रभारी मंत्री ने कहा कि आगामी 2 जुलाई को प्रदेश भर में वृक्षारोपण का अभियान चलाया जायेगा, इस अभियान में प्रदेश के सभी नागरिक अपनी भागीदारी निभायें और वृक्षारोपण अभियान को सफल बनायें। शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल आज मानस भवन में अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस पर आयोजित पर्यावरण जन-जागरण संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। पर्यावरण जन जागरण संगोष्ठी का शुभारंभ प्रभारी श्री राजेंद्र शुक्ल मॉं सरस्वती के छाया चित्र में माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को आज जनांदोलन बनाने की आवश्यकता है, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने नर्मदा के संरक्षण के प्रति लोगों में जनजागरूकता लाने के लिये 115 दिन की नर्मदा सेवायात्रा प्रारंभ की तथा लोगों को नर्मदा नदी का महत्व बताते हुये इसके संरक्षण और संवर्द्धन के लिये आने आने के लिये प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया जिसके अपेक्षित परिणाम मिले हैं। उन्होने कहा कि नर्मदा के संरक्षण के लिये मध्यप्रदेश सरकार ने अब यह तय किया है कि अमरकंटक से झाबुआ तक रेत निकालने के लिये कोई मशीन नहीं लगेगी। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री नर्मदा के संरक्षण के लिये और पर्यावरण की सुरक्षा के लिये सजग प्रहरी के तौर पर कार्य कर रहे हैं। वे मजबूती से नर्मदा के संरक्षण के लिये अपना पक्ष जनमानस तक पहुँचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 02 अक्टूबर नर्मदा नदी के किनारे लगभग 06 करोड़ पौधों का रोपण होगा, उन्होने कहा कि शहडोल जिले में लगभग 1600 स्थानों का चयन वृक्षारोपण के लिये किया गया है, जहां पौधरोपण किया जायेगा। उन्होने कहा कि शहडोल जिले के सभी तालाबों का जीर्णोंद्धार करने की कार्ययोजना बनाई गई है, तालाबों से मिट्टी निकालने का कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार का यह प्रयास है कि वृक्षारोपण का अभियान अपनी पराकाष्ठा तक पहुंचे।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुये विधायक जयसिंहनगर श्रीमती प्रमिला सिंह ने कहा कि स्वच्छ और स्वस्थ्य रहने के लिये स्वच्छ पर्यावरण आवश्यक है। उन्होने कहा कि भौतिक तरक्की के साथ हमने पर्यावरण को प्रदूषित किया है। पेड़ो के अंधांधुध कटाई के कारण और कारखानों के अपशिष्टों को नदियों में प्रवाहित करने के कारण आज हम अस्वच्छ वातावरण में रहने के लिये मजबूर हैं। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है जिसके अपेक्षित परिणाम मिले हैं। इसी तरह मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी के किनारों पर 02 जुलाई को लगभग 6 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया हैं वही प्रदेश की अन्य नदियों के किनारे वृक्षारोपण करने की कार्ययोजना बनाई जा रही है, जिससे मध्यप्रदेश में वनों की और नदियों के किनारे वृक्षों की संख्या में इजाफा होगा, जिससे पर्यावरण में सुधार होगा। विधायक जयसिंहनगर ने सामाजिक संगठनों से भी अपील करते हुये कहा कि वे इस पुनीत और पवित्र कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। संगोष्ठी को संबोधित करते विधायक जैतपुर श्री जयसिंह मरावी ने कहा कि हमने जंगलों का अंधाधुंध दोहन किया है जिसके कारण पर्यावरण प्रदूषित हुआ है, उन्होने कहा कि जंगलों से ही हमारा अस्तित्व हैं, जंगल है तो मंगल है, अच्छी वर्षा है और अच्छी वर्षा है तो हमारा जीवन है। उन्होने कहा कि स्वच्छ और सुंदर धरती के लिये और धरती में जीवन के लिये वृक्षारोपण कर हमें धरती माता का श्रंगार करना ही पड़ेगा। उन्होने कहा कि हम वृक्षारोंपण की चिंता नहीं करेगें तो भविष्य में स्थिति विकराल हो जायेगी। आज इस अभियान को जनांदोलन बनाने की आवश्यकता है। संगोष्ठी को संबोधित करते हुये कलेक्टर श्री मुकेश शुक्ला ने कहा कि पर्यावरण में सिर्फ वृक्षारोंपण ही नही शमिल हैं, पर्यावरण में जीव जंतु और उनकी जैवविविधता भी शामिल हैं। उन्होने कहा कि हमें वनों, जल, जल के जंतुओ, जीव-जंतुओ की सुरक्षा का भी दायित्व उठाना है और वायु, जल के प्रदूषण को रोकने के भी उपाय सोचना है। उन्होने कहा कि मनुष्य और अन्य जीव-जंतु धरती पर सामंजस्य बनाकर रहे तभी पर्यावरण की सुरक्षा संभव है, उन्होने कहा कि प्रकृति की रक्षा हमें किन संसाधनों से करना है आज इस विषय में गहनता से चिंतन करने की आवश्यकता है। कलेक्टर ने कहा कि शहडोल जिले में 05 जून से प्लास्टिक की पन्नियों पर सख्ती से प्रतिबंध लागू रहेगा, उन्होने कहा कि इसका पालन सभी नागरिक कर पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान दें। संगोष्ठी का संचालन समन्वयक जनअभियान परिषद श्री विवेक पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री सुशांत सक्सेना, अध्यक्ष नगर पालिका श्री प्रकाश जगवानी, श्री अनुपम अनुराग अवस्थी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सत्यभामा गुप्ता, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री सुधांशु वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री उमेश धुर्वे, श्रम पदाधिकारी श्रीमती संध्या सिंह, श्री राजेश्वर उदानिया एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।