21वें राज्य युवा उत्सव-2017 का शुभारंभ
रविन्द्र भवन एवं मानस भवन में कलाकारों ने दी आकर्षक प्रस्तुति
21वें तीन दिवसीय राज्य युवा उत्सव का आज शुभारंभ हुआ। युवा उत्सव में प्रदेश के लगभग 500 कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। उत्सव में आज रविन्द्र भवन में शास्त्रीय नृत्य (कत्थक, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी, ओडिसी, मणिपुरी) तथा मानस भवन में दस संभागों के कलाकारों द्वारा नाटक (एकांकी) की प्रस्तुति दी गई।
एकांकी नाटक ने दर्शकों के दिल को छुआ
मानस भवन में नर्मदापुरम संभाग के कलाकारों द्वारा मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास ”सदगति” पर रूढ़िवादी समाज के जाति-भेद एवं अस्पृश्यता को दर्शाते हुए प्रेरणादायक नाटक का मंचन किया गया। भोपाल संभाग के कलाकारों ने महिला अत्याचार पर केन्द्रित ”चंडीदेवी” नाटक का मंचन किया। सागर संभाग के कलाकारों द्वारा ”समाज की सच्चाई” नाटक का मंचन किया गया। ”ये इश्क-इश्क” नाटक की इन्दौर संभाग के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गई। मानस भवन में ही जबलपुर संभाग के कलाकारों द्वारा ”निःशब्द सदा” नाटक का मंचन किया गया जो एक समकालीन व्यंग्य है। इसी अनुक्रम में ग्वालियर संभाग के कलाकारों ने हरियाणा की ”खाप” पंचायतों पर आधारित नाटक की प्रस्तुति दी। रीवा संभाग के कलाकारों ने ”राई” आधारित नाटक की प्रस्तुति दी।
युवा उत्सव में मानस भवन में आज विभिन्न संभाग के कलाकारों द्वारा हारमोनियम, तबला, मृदंगम, सितार, गिटार, वीणा एवं बाँसुरी वादन की प्रस्तुति दी गई।
आज के कार्यक्रम
उत्सव में 3 जनवरी को प्रातः 10 बजे रवीन्द्र भवन सभागार में लोक नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुति दी जाएगी। मानस भवन में हिन्दुस्तानी और कर्नाटक शैली में कलाकारों द्वारा शास्त्रीय गायन तथा लोकगीत प्रस्तुत किये जायेंगे। साथ ही वकृत्तव कला का प्रदर्शन किया जायेगा।