प्रकरण स्वीकृत कर इतिश्री न समझें, बल्कि लाभ दिलवाना सुनिश्चित करें
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त लहजे में अधिकारियों को दिये निर्देश
जनता की समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के लिये अधिकारी सेवक की भाँति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। हितग्राहीमूलक योजनाओं में प्रकरण स्वीकृत कर इतिश्री नहीं समझें, बल्कि लाभ दिलवाना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने यह निर्देश स्थानीय सर्किट हाउस में जिलाधिकारियों की बैठक में दिये।
बैठक में जिला प्रभारी मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे और आजाक मंत्री श्री ज्ञान सिंह उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिले के भ्रमण के दौरान जन-दर्शन एवं अन्य कार्यक्रमों में मिली शिकायतों के साथ जनता से समय-समय पर मिलने वाली समस्याओं का निराकरण सर्वोच्च प्राथमिकता से करें। उन्होंने कलेक्टर को समस्याओं के निराकरण की मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने राजस्व भूमि का सीमांकन कर कब्जे के आधार पर भू-अधिकार देने, छूटे हुए हितग्राहियों को वन भूमि का पट्टा दिलवाने, पुस्तैनी भूमि पर दबंगों का कब्जा हटवाने और वन ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रभारी मंत्री एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री की सहमति से 15-20 पंचायतों का कलस्टर बनाकर शिविर लगायें। इससे बीपीएल में नाम जोड़ने से लेकर समस्त योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को दिलवाया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जनता के कार्यों में पूरी तरह पारदर्शिता बरतें और जन-प्रतिनिधियों के समक्ष हितग्राहियों को लाभ दिलवाना सुनिश्चित करें। फसल बीमा की समीक्षा तथा ग्रामीण अंचल में भजन मण्डली एवं खेलकूद गतिविधियों की सूची तैयार करवायें। उद्योग विभाग द्वारा स्वीकृत लोन प्रकरणों में प्रथम किस्त देने के बाद दूसरी एवं तीसरी किस्त में बैंक द्वारा पैसे माँगने की शिकायत मिली है। इसकी जाँच करें और संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवायें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि पुलिस की छवि जनता के बीच में ठीक बनायें। उन्होंने कहा कि जनता के मन में पुलिस का भय रहता है, उसे जनता के साथ सकारात्मक सहयोग कर समाप्त करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों पर नकेल कसें और जनता का सहयोग लें, जिससे वे बेहिचक हिम्मत के साथ थाने में अपनी बात कह सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगली जानवरों से मानव क्षति होने पर राहत राशि 4 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है, लेकिन इसके पूर्व कुछ घटनाओं में डेढ़ लाख दिया गया है, उन्हें भी अतिरिक्त राशि का भुगतान करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्क प्रबंधन कोर एरिया के रहवासियों के साथ मानवीय दृष्टिकोण अपनायें। वनों की सुरक्षा में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। जंगली जीवों से फसल नुकसान का मुआवजा आरबीसीसी के तहत समय पर दिलवायें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने करकेली विकासखण्ड के नौरोजाबाद में खण्ड-स्तरीय अंत्योदय मेला एवं पंच-सरपंच सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने उमरिया जिले के बाँधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, विद्युत्, सड़क, पुल-पुलियों का विकास तेजी से करने के साथ बच्चों की जिंदगी बनाने का जुनून मन में समाया हुआ है। अब जरूरत है बच्चों को शिक्षा दिलवाने की, जिसमें मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईटी, आईआईएम आदि उच्च शिक्षा में प्रवेश लेने पर माता-पिता नहीं, बल्कि प्रदेश की सरकार फीस भरेगी। अब कोई गरीब होनहार छात्र धन की कमी के कारण शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस दौरान 27.23 करोड़ की लागत के 16 कार्य का लोकार्पण, 133.56 करोड़ की लागत के 69 कार्य का शिलान्यास एवं 1.81 लाख हितग्राही को 1986.93 लाख रुपये से लाभान्वित किया। मुख्यमंत्री ने प्रतीक-स्वरूप भू-अधिकार-पत्र, वनाधिकार-हक, लाड़ली लक्ष्मी, उज्जवला, कृषि यंत्र, मेधावी छात्राओं को लेपटॉप, सायकल, मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना, मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना, राष्ट्रीय परिवार सहायता सहित अन्य योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उमड़े जन-सैलाब का कर्जा विकास रूपी गंगा बहाकर उतारूँगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोटी, कपड़ा, मकान हर व्यक्ति को देने के लिये संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि जिले में 42 हजार 600 पट्टे में से बाँधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 22 हजार 841 गरीबों को बाँटे गये हैं।
मुख्यमंत्री ने नौरोजाबाद में 20 करोड़ की लागत से 250 मकान गरीबों के लिये, महाविद्यालय खोलने, सामुदायिक अस्पताल खोलने, पार्क बनवाने और वार्ड नम्बर-1 में पुल बनवाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्ष में जितने कार्य नहीं हुए हैं, उससे अधिक दस साल में किये गये हैं, जो बेमिसाल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम घुलघुली में ओपन कास्ट खदान नहीं खुलेगी और न ही रहवासियों को वहाँ से हटाया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्मार्ट-फोन एवं लेपटॉप वितरण के दौरान कहा कि छात्र एक क्लिक कर दुनिया जान सकेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण से उनका सम्मान बढ़ा है। शिक्षक की भर्ती में 50 प्रतिशत, वन विभाग को छोड़कर अन्य विभाग को छोड़कर अन्य विभाग की भर्ती में 33 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया गया है। अब पुलिस में महिलाएँ डण्डा लेकर गुण्डों की अकल ठिकाने लगायेंगी।
मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना में 50 लाख से 10 करोड़ तथा मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में 10 लाख से एक करोड़ तक के ऋण की गारंटी माता-पिता नहीं, बल्कि सरकार लेगी। इन योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिये कमिश्नर एवं कलेक्टर चिंता करें कि बेरोजगारों को ठीक तरह से प्रशिक्षण प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक वर्ष एक लाख बेरोजगारों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अंत्योदय कार्यक्रम के प्रारंभ में कन्या पूजन किया। इस दौरान उन्होंने दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त किया और उन्हें स्वस्थ रहने की शुभकामनाएँ दीं। इस मौके पर मुख्यमंत्री को बहनों ने रक्षा-सूत्र बाँधा।