जन-सामान्य में सेवा की भावना प्रबल बनाने के प्रयास हों
जनसंपर्क मंत्री श्री शुक्ल पत्रिका के वार्षिक कार्यक्रम में
जनसंपर्क एवं ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि समाज में ऐसे प्रयास किए जाने की जरूरत है, जिससे लोग मन से खुशी की अनुभूति महसूस कर सकें। इसके लिए समाज में सकारात्मकता के माहौल को बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे भी प्रयास किये जाना चाहिए, कि जन-सामान्य में सेवा की भावना प्रबल हो। जनसंपर्क मंत्री श्री शुक्ल आज भोपाल में दैनिक समाचार पत्र ‘पत्रिका” के वार्षिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। वार्षिक कार्यक्रम ‘खुशहाल शहर और गाँव’ पर केन्द्रित था।
जनसंपर्क मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि साधन सम्पन्न होने मात्र से ही खुशहाली नहीं आती। राज्य सरकार ने इस बात को ध्यान में रखते हुए आनंद मंत्रालय बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि आनंद मंत्रालय का गठन कर राज्य सरकार ने इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ाये हैं। जनसंपर्क मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि समाज में कुछ लोगों में दूसरों की सेवा करने की भावना होती है और वे ऐसा कर खुशी का अनुभव करते हैं। यह प्रवृति उनकी सकारात्मकता को प्रदर्शित करती है।
जनसपंर्क मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि समाज में हो रहे अच्छे कार्यों को प्राथमिकता से सामने लाया जाना चाहिए। जिससे अधिक से अधिक लोग उनका अनुसरण कर सकें। उन्होंने पत्रिका के वार्षिक कार्यक्रम की प्रशंसा की। श्री शुक्ल ने कहा कि कार्यक्रम में दौरान जो निष्कर्ष सामने आएगें, उसका उपयोग राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
पत्रिका के ग्रुप एडिटर श्री भुवनेश जैन ने बताया कि पत्रिका का वार्षिक कार्यक्रम मध्यप्रदेश में पहली बार भोपाल में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रिका ने भोपाल के बड़े तालाब की सफाई और पुलिस का मनोबल बढ़ाने संबंधी कार्यक्रम जन-भागीदारी से चलाये। इन कार्यक्रमों में जनता ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि समाचार-पत्र का काम सत्य को दिखाना है। इसके साथ ही पत्रिका का यह प्रयास है कि प्रत्येक शहर और गाँव खुशहाल हो और उसके नागरिक खुशी की अनुभूति मन से कर सकें। इसी बात को ध्यान में रखते हुए वार्षिक कार्यक्रम में विषय-विशेषज्ञों के विचार रखे जा रहे है। इसका फायदा जन-सामान्य को मिलेगा। उदघाटन सत्र में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का संदेश भी सुनाया गया।