हिंडनबर्ग की हिडन बातें देश की तरक्की के लिए घातक हैं
हिंडनबर्ग की हिडन बातें देश की तरक्की के लिए घातक हैं
हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया है कि अदानी ग्रुप ने स्टॉक शेयर तथा अकाउंट में हेरा फेरी की है। इधर का पैसा उधर लगाया तथा अधिकारियों को घूंस देने के लिए विदेश में विदेशी पैसे का उपयोग किया है ।इसने यह भी कहा है कि भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रमुख माधवी बुच और उनके पति की कथित अदानी धन हेरा फेरी घोटाले में विदेशी फंड में हिस्सेदारी थी।
इस हिंडनबर्ग के कथित खुलासे से अदानी समूह के शेयर की कीमतों में गिरावट आई और इस गिरावट से कांग्रेस पार्टी और उनके समर्थक खुश हो गए ऐसा लगा जैसे अदानी अपने देश के न होकर कोई दुश्मन देश के व्यापारी हैं ।
यह बात अलग है कि शुरुआती कमजोरी के बाद शेयर अपनी कीमतों में स्थिर हो गए आगे भी स्थिय ही रहेंगे। अदानी समूह आज भारत नहीं विश्व का बड़ा व्यापारिक समूह हो गया है इसी ताकत से दुनिया के कई देश जलते हैं उनका जलना जायज है लेकिन भारत की मुख्य राजनैतिक पार्टी कांग्रेस जले यह विचारणीय प्रश्न है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट क्या कहती है यह जांच का विषय हो सकता है लेकिन हम अपने देश के उद्यमी के प्रति दुश्मनी का भाव रखें यह उचित नहीं कहा जा सकता। देश की तरक्की में हमारे उद्यमियों का विशेष साथ है लेकिन कांग्रेस का हाथ साथ ना दे यह समझ नहीं आता। माधवी बुच अपना स्पष्टीकरण दे चुकी हैं उनके पति भी अपना स्पष्टीकरण दे चुके हैं। देश की जांच एजेंसियां काम करेंगी, देश की न्यायालय कम कर रही है आगे भी करेगी। किसी ने कोई विशेष गलती नहीं पाई है अब तो निवेशक भी अडानी के साथ खड़े हो गए हैं तभी तो उनके शेर का बाजार भाव स्थिर हो गया और आगे उम्मीद है कि बढ़ेगा भी।
कांग्रेस का ऐसा बर्ताव कि मोदी जी अडानी – अंबानी के हाथों देश बेच रहे हैं उचित नहीं है यह देश के बड़े कारोबारी जरूर हैं लेकिन मोदी जी व्यापारी नहीं है। अकेले मोदी जी की देश संपत्ति नहीं है लेकिन ऐसे शब्दों का उपयोग और अपने देश के उद्यमियों को नीचा दिखाने वाला कार्य कोई भी देश प्रेमी सहन नहीं करेगा। राहुल गांधी की बात से साफ जाहिर होता है कि यह विदेशी ताकतों द्वारा संचालित हो रहे हैं विशेष कर सोरस जैसे सिरोसिस तथा कम्युनिस्ट जैसे कपटियों से।
मुझे याद आता है अटल जी का सदन में दिया गया भाषण उस समय नरसिंह राव प्रधानमंत्री थे आर्थिक उदारीकरण का दौर प्रारंभ हुआ था। पक्ष – विपक्ष अपनी बातें कह रहे थे कम्युनिस्ट पार्टी के लोग बार-बार कह रहे थे कि नरसिंह राव ने देश बेच दिया तब अटल जी ने कहा था कि पक्ष विपक्ष अपनी जगह है लेकिन इस महान राष्ट्र को कोई बेच सके ऐसी ताकत नहीं है और कांग्रेस पार्टी सत्ता में है इसका मतलब यह नहीं है कि वह देश बेच देगी । ऐसी बातों से देश का मनोबल गिरता है हमें आपस में नीतियों के विषय में चर्चा करना चाहिए उसमें सुझाव देना चाहिए उनमे क्या सुधार हो सकता है इस विषय में बात करना चाहिए ।हमें अपनी बात सरकार से कहने का हक है लेकिन ऐसे शब्दों का प्रयोग और ऐसे आरोप नहीं लगना चाहिए जिससे देश के करोड़ों लोगों का मनोबल गिरे और देश की तरक्की बाधित हो ।
आज यही बात कांग्रेस के पक्ष में आती है कि कांग्रेस को ऐसे आरोप, ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए जिससे देश की तरक्की बाधित हो। देश की आम जनता अपने सरकार के प्रति अविश्वास करे वह भी ऐसी बातों पर जो सही नहीं हैं जिसका कोई धरातल नहीं है केवल एक विदेशी कंपनी जिसका काम ही है कि वह ऐसे कुछ कार्य करें जिससे उसका फायदा हो और अन्य देश की वह कंपनियां जो आगे बढ़ रही है उनका नुकसान हो ऐसी रिसर्च रिपोर्ट के आधार पर अपने देश के उद्यमियों पर लांछन लगाना कतई उचित नहीं है। इस हिंडनबर्ग की कथित रिपोर्ट से देश की तरक्की बाधित होगी इसलिए यह जरूरी है कि कांग्रेस पार्टी को सोच समझ कर बातें करनी चाहिए हां कोई गलती पाई जाती है कोई हेरा फेरी पाई जाती है तो उसकी जांच हमारी जांच एजेंसियां तथा हमारा न्यायालय करेगा।
अजय नारायण त्रिपाठी “ अलखू “
13 अगस्त 2024
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