रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने रेल गीत राष्ट्र को समर्पित किया
रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने आज एक रेल गीत राष्ट्र को समर्पित किया। गीत के शुरुआती बोल हैं ‘ भारत की रेल महान है- प्रगति की पहचान है -भारत की ये शान- देश की ये जान है- इंडियन रेलवे – वी लव इंडियन रेलवे।
इस गीत की रचना पूर्व रेल अधिकारी श्री सत्यप्रकाश ने की है और मशहूर संगीत निर्देशक श्रवण ने संगीत दिया है। गीत को सुर दिए हैं- उदित नारायण और कविता कृष्णा मूर्ति ने।
इस अवसर पर रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि हमारे देश में लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रतीक अहम भूमिका निभातें हैं और ये रेल गीत भी रेलकर्मियों और रेल यात्रियों के लिए ऐसा ही साबित हेागा। ये लोगों को आगे बढ़ने एवं भारतीय रेल के विकास में योगदान देने की प्रेरणा देगा। उन्होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि स्वतंत्रता संग्राम में भी गीतों और नारों ने करोड़ों लोगों को प्रेरित करने के लिए एक इंजन के रूप में काम किया था।
रेलकर्मियों की मेहनत का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ये रेल गीत लाखों रेलकर्मियों की प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शता है। साथ ही इस गीत से जुड़े सभी लोगों का भी उन्होंने आभार व्यक्त किया।
रेल गीत
भारत की रेल महान है।
प्रगति की पहचान है।
भारत की ये शान है।
देश की ये जान है।
इंडियन रेलवेज वी लव इंडियन रेलवेज।
आंधी आयें तूफां आयें
इसका तो चलना है काम
पर्वत जंगल दरिया घाटी
पार करें न ले विश्राम
बैठ के इसमें सफर करें
ये हर दिल का अरमान है
भारत की ये शान है
देश की ये जान है
इंडियन रेलवेज वी लव इंडियन रेलवेज।
तेज चले और सेफ चले
वक्त की पाबंदी से चले
रेल बढ़े तो देश बढ़े
रेल के फूल से देश खिले
भारत के अर्थ विकास में
रेल प्रथम सौपान है
भारत की ये शान है।
देश की ये जान है।
इंडियन रेलवेज वी लव इंडियन रेलवेज।
सरहद पर सेना बन जाए
और दुश्मन को सबक सिखाए
मंदिर मस्जिद और गुरूद्वारा
सबको तीरथ करवाये
देश को ऐसे जोड़ा
एकता का ये निशान है
भारत की ये शान है।
देश की ये जान है।
इंडियन रेलवेज वी लव इंडियन रेलवेज।
इंजन डिब्बा पटरी सिग्नल
इनकी हिफाजत में मशगूल
रेल के मजदूरों की वफाई
करता सारा मुल्क कबूल
पटरी की सलामती में
कीमैन लगाते जान है
भारत की ये शान है।
देश की ये जान है।
इंडियन रेलवेज वी लव इंडियन रेलवेज।
भारत की रेल महान है
प्रगति की पहचान है
भारत की ये शान है।
देश की ये जान है।
इंडियन रेलवेज वी लव इंडियन रेलवेज।
भारतीय रेल अपनी भारतीय रेल
इंडियन रेलवेज वी लव इंडियन रेलवेज।