फिर सुबह होगी” – राज कपूर की जन्म शताब्दी
फिर सुबह होगी” – राज कपूर की जन्म शताब्दी
14 दिसंबर 2024 देश और दुनिया विशेष कर मध्य एशिया द ग्रेट शो मैन राज कपूर के सौवीं जन्म जयंती मना रहा है। दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हार्दिक प्रयास से यह और भव्य तथा सफल बन गया है। इस कार्यक्रम के सिलसिले में राज कपूर का परिवार प्रधानमंत्री से उनके दिल्ली सरकारी निवास पर मिला। आमंत्रित परिवार भी एक तरह से अगुवाई रीमा कपूर कर रही थीं जो राज कपूर की बड़ी बेटी हैं । इन्होंने राज कपूर साहब पर किताब लिखी है। कुछ वर्ष पहले जब रीवा के लोकप्रिय विधायक और वर्तमान मध्य प्रदेश के लोकप्रिय उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा मे जहां राज कपूर का विवाह कृष्णा मल्होत्रा के साथ रीवा में तत्कालीन आइजी बंगले में हुआ था जो बाद में रीवा एसपी का बंगला बना और आज जहां राज कपूर तथा कृष्ण जी के विवाह को चिरस्थाई बनाते हुए कृष्णा राज कपूर आडिटोरियम बना दिया गया है जो मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा ऑडिटोरियम है। इस निर्माण कार्य के समय राज कपूर की रीवा से जुड़ी बातें और यादें मै खोज रहा था तो रीमा कपूर की पुस्तक भी मैंने पढ़ी थी।
कहते हैं कि रीवा के प्रेम मे ही राज कपूर ने अपनी बेटी का नाम रीमा रखा था क्योंकि तत्कालीन समय में और आज भी रीवा के पुराने लोग रीवा को अपनी बोली भाषा में रीमा ही कहते हैं। राज कपूर को इसी रीमा में अपना जीवन साथी कृष्णा मल्होत्रा के रूप में मिला था उस रीवा को चौबीस घंटे याद रखने के लिए हमेशा याद रखने के लिए इससे अच्छा प्रयास हो नहीं सकता था कि वह अपनी बेटी का नाम ही रीमा रख दें।
12 मई 1946 को जब राज कपूर का रीवा में कृष्णा मल्होत्रा से विवाह हुआ तब रीवा राज्य था अंग्रेज शासक और रीवा राजतंत्र।
पृथ्वीराज कपूर के रिश्तेदार करतार नाथ मल्होत्रा तब रीवा आइजी पुलिस रीवा राज्य थे इन्हीं की बेटी थी कृष्णा मल्होत्रा। प्रेम नाथ, राजेंद्र नाथ उनके बेटे थे। विवाह के बाद पहली बार जब कृष्णा कपूर मुंबई से रीवा आए तो उनके देवर शम्मी कपूर भी उनके साथ थे। शम्मी कपूर ने अपने संस्मरण में रीवा को बड़ी खूबसूरती से साथ याद किया राज कपूर ने रीवा का नाम अपनी फिल्म “आह” में दर्ज किया है। तो उन्होंने अपनी खुद से निर्मित पहली फिल्म “आग” में उस कार का इस्तेमाल किया है जो उन्होंने रीवा से खरीदा था। रीवा से राज कपूर को जीवन साथी मिला था इसलिए रीवा के प्रति राज कपूर में एक अलग ही प्यार अपनापन था।
1953 में प्रदर्शित फिल्म आह में राज कपूर ने 11 बार रीवा का नाम लिया है। बड़े ही मार्मिक संवाद हैं “मुझे हर हाल में रीवा पहुंचना है”, भैया मुझे रीवा पहुंचा दो ” ।
राज कपूर के रीवा से इस प्यार को साकार उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम बना कर पूरा किया है। राज कपूर का सही मायने में सृजन हुआ रीवा में। मेरे कहने का तात्पर्य है कि जब राज कपूर को रीवा से कृष्णा के रूप मे प्यार मिल गया तो आज का यादगार राज कपूर निर्मित हुआ। जिसकी आज दुनिया में सौंवी जयंती मनाई जा रही है।
रीमा कपूर की अगुवाई में जब कपूर परिवार प्रधानमंत्री मोदी से मिल रहा था तो उनके साथ नीतू कपूर, रणबीर कपूर, करिश्मा कपूर, करीना सैफ अली खान, आलिया कपूर तथा रीमा कपूर के बच्चे थे जिन्होंने राज कपूर की सौवीं जयंती मनाने के लिए विशेष प्रयास किया है ।
राज कपूर की 10 फिल्में लगभग 160 थिएटर दतथा 40 शहरों में प्रीमियर करने का इनका प्रयास है। राज कपूर के फिल्मी तत्वों को पुनः नहीं पीढ़ी तक पहुंचाने का इनका यह प्रयास है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिल्मों की ताकत को पहचानते हैं और मध्य एशिया में राज कपूर के पति प्रेम को भी। इसलिए उन्होंने उनके परिवार से आग्रह किया कि वह राज कपूर के इस मध्य एशिया के लोगों के प्यार को और अधिक मजबूत बनाएं और इस दिशा में कार्य करें कि भारत के रिश्ते इन देशों से और अधिक मधुर हो। प्रधानमंत्री ने राज कपूर की फिल्म “फिर सुबह होगी” को याद किया उन्होंने कहा की जनसंघ के समय में जब चुनाव में जनसंघ की हार हुई तो उसके पार्टी के दोनों बड़े नेता अटल जी आडवाणी जी ने कहा कि अब क्या किया जाए तो उन्होंने तय किया कि चलो फिल्म देखते हैं और फिल्म देखने गए ।और फिल्म थी “फिर सुबह होगी” और फिर सुबह हुई कमल खिला और आज अटल -आडवाणी के सबसे प्रिय हजारों लाखों कार्यकर्ताओं के परिश्रम का फल है कि केंद्र में भाजपा की सरकार है और उसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
रीमा कपूर ने कहा कि मेरे पिता राज कपूर जी ने फिल्मों के माध्यम से भारत को विश्व में प्यार दिलाया तो प्रधानमंत्री जी यह भी सच है कि आपने भारत के मान सम्मान को बढ़ाते हुए दुनिया के मानचित्र मे स्थापित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर वह कार्य करने के लिए लालायित रहते हैं जिससे भारत और भारतीयता का मन बड़े ।भारत माता के सच्चे सपूत नरेन्द्र मोदी हर उस व्यक्ति की मदद लेना चाहते हैं जिसके कार्यों से भारत के मान सम्मान में थोड़ी बढ़ोत्तरी होती है। राज कपूर की फिल्मों के अलावा देश के लिए क्या उपयोगिता हो सकती है इसको रेखांकित करते हुए कहते हैं कि सॉफ्ट पावर जो की सांस्कृतिक है उसके मध्य एशिया में राज कपूर एक अच्छे प्रतिनिधि हैं । अपनी फिल्मों के माध्यम से आज भी वह वहां उपस्थित हैं । इस ताकत को पहचानते हुए उन्होंने उनके परिवारजनों से आग्रह किया कि वह इस दिशा में काम करें। जैसे भारत का योग आज विश्व अपना रहा है भारतीय योग ने विश्व में भारत का नाम बढ़ाया है वैसे इसके लिए भारत और विश्व अपने प्रयासों के साथ बाबा रामदेव का विशेष श्रृणी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जो भी योग के माध्यम से दुनिया को भारत की उपयोगिता से परिचित करा रहे हैं उसके वर्तमान आधार बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण हैं ।
पुनः राज कपूर जी के जन्मदिन 14 दिसंबर पर को याद करते हुए रीवा भी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
राज कपूर का जन्म 14 दिसंबर 1924 को गांव समुदन्दरी पोस्ट पेशावर में पृथ्वीराज कपूर के बड़े बेटे के रूप में हुआ था। इनके पिता पृथ्वीराज कपूर थिएटर करते थे और इससे लगाव राज कपूर का भी था। जब फिल्मों का दौर आया तो राज कपूर फिल्मों के दीवाने हुए और आज भारतीय फिल्म इतिहास में सशक्त हस्ताक्षर के रूप में हमारे बीच में हैं । शताब्दी जन्म जयंती में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके तथा उनके परिवार को याद किया तो रीवा से उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने उनके विवाह स्थल को स्मरणीय बनाते हुए कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बनावा दिया है । राज कपूर का रीवा से संबंध भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोई पता है क्योंकि जब वह रीवा आए हैं तो उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल द्वारा इसकी भी जानकारी उन्हें दी गई है। पुनः द ग्रेट शोमेन राज कपूर को याद करते हुए यह प्रयास सफल हो कि साफ्ट पावर के रुप मे उनकी और अधिक उपयोगिता निर्मित करने मे “ फिर सुबह होगी ” की तर्ज पर उनका परिवार सफल हो।
अजय नारायण त्रिपाठी “ अलखू “
14 दिसंबर 2024
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