सत्ता नही, राष्ट्र सेवा सर्वोपरि
सत्ता नही, राष्ट्र सेवा सर्वोपरि
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा नेतृत्व वाले साथी दलों ने प्रचंड बहुमत प्राप्त किया और आज उन्होंने भाजपा को अपना बड़ा भाई मानते हुए जो है भी के नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करते हुए शिवसेना शिंदे जिसके एकनाथ शिंदे जो कल तक मुख्यमंत्री थे उपमुख्यमंत्री बनने को राजी होते हुए अजित पवार जो पहले से ही उपमुख्यमंत्री पिछली सरकार में थे सरकार बनाकर शपथ ग्रहण कर लिया।
विशेष बात है स्वीकार्यता ।
कल तक एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री थे फडणवीस उपमुख्यमंत्री जबकि तब भी भाजपा की सदस्य संख्या ज्यादा थी। फडणवीस पहले मुख्यमंत्री रह चुके थे लेकिन संघ तथा भाजपा के नेतृत्व ने उन्हें शिंदे के साथ उपमुख्यमंत्री के रूप में काम करने को कहा उन्होंने किया आज जब पुनः सरकार प्रचंड बहुमत की बनी जिसमें भाजपा और उसके सभी साथी दल और अच्छी सीट लेकर आए और भाजपा ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन महाराष्ट्र में किया तब शिवसेना शिंदे उप मुख्यमंत्री बनने के लिए मान गए और फडणवीस मुख्यमंत्री बने ।
किंतु परंतु के साथ ही सही पर तय हुआ कि सत्ता नहीं राष्ट्र सेवा सर्वोपरि।
एकनाथ शिंदे, अजीत पवार ने जहां एक ओर देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री के नेतृत्व में महाराष्ट्र और देश के विकास की शपथ ली वहीं यह भी प्रतिपादित हुआ कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह प्रयास किया जा रहा है और उस प्रयास को धरातल पर भी उतर जा रहा है कि नेता या पार्टी सत्ता में सेवा को सर्वोपरि समझे।
यह सही है कि सत्ता के लिए पहले पार्टियां चुनाव पर उतरती हैं यह लोकतंत्र का अभिन्न अंग है लेकिन यह याद रखना है कि सत्ता स्वार्थ के लिए नहीं परमार्थ के लिए है।
यह संघ सीख है और भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने यहीं प्रयास किया है कि उसके दल के नेता यह समझे कि सत्ता सुख अपने लिए नहीं है देश के 140 करोड लोगों को सुखी करने का माध्यम है।
इस शपथ ग्रहण की खास बात यह थी कि लोगों विशेष कर भाजपा तथा भाजपा के सहयोगी दलों के नेताओं को यह समझ में आ गया है कि घमंड नहीं अपनी जिद नहीं सेवा का जो संकल्प मिले उसे पूरा किया जाए। सत्ता मिलने पर अपने आप सुख मिलेगा। सत्ता सुख के लिए लड़ना नहीं सत्ता के साथ रहना जरूरी है और यह जरूरत जनता की सेवा से पूरी होती रहेगी अगर राष्ट्र सेवा सर्वोपरि रखा जाएगा। जनता भी आपको सत्ता के अनकहे सुख प्रदान करती रहेगी। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अपने तथा सहयोगियों के बीच यह संदेश पहुंचाने में सफलता प्राप्त कर ली है।
इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल भी सम्मिलित थे। वह हमेशा कहते हैं की जनता ने आप पर विश्वास करके आपको चुना है चुनाव जीतने के बाद नेता को चैन से सोना नहीं चाहिए उसे हमेशा जनता की भलाई के कार्यों में लगे रहना चाहिए। जनता ने आपको अपना मत देकर अपना कार्य कर दिया उसने आपको सत्ता सौंप दी अब आपकी बारी है। आपको चैन से सोने का अधिकार नहीं है। आपको जनता के लिए विकास कार्यों को मूर्त रूप देने के लिए सतत प्रयासरत रहना पड़ेगा यही संघ और भाजपा का मूल मंत्र है ।देश सेवा, समाज सेवा सर्वोपरि और आज महाराष्ट्र के नागपुर से निर्वाचित विधायक, स्वयंसेवक देवेंद्र फडणवीस ने भी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इस मंत्र को चरितार्थ किया है।
अजय नारायण त्रिपाठी “ अलखू “
05 दिसंबर 2024
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