पाइपलाइन बिछाने से क्षतिग्रस्त सड़कों का 15 नवम्बर तक सुधार करें – कलेक्टर

पाइपलाइन बिछाने से क्षतिग्रस्त सड़कों का 15 नवम्बर तक सुधार करें – कलेक्टर
पीएचई से एनओसी प्राप्त करके ही निर्माण कार्य शुरू करें – कलेक्टर

रीवा 06 नवम्बर 2024. कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में नलजल योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि जिले में हर घर में नल से पानी की आपूर्ति के लिए पीएचई विभाग तथा जल जीवन मिशन द्वारा नलजल योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है। जिले भर में चार बड़ी समूह नलजल योजनाओं तथा अन्य छोटी योजनाओं से पाइपलाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। निर्माण कार्यों से जुड़े अधिकारी तथा जल जीवन मिशन के अधिकारी समन्वय के साथ पाइपलाइन बिछाने का कार्य करें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पाइपलाइन बिछाने के लिए कोई सड़क अथवा अन्य संरचना क्षतिग्रस्त न हो। साथ ही पाइपलाइन बिछाते समय भी निर्मित संरचनाओं को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे। पाइपलाइन बिछाने के लिए जो सड़कें और नालियाँ क्षतिग्रस्त हो गई हैं उन्हें पीएचई विभाग तथा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी 15 नवम्बर तक अनिवार्य रूप से सुधारें।
कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, भवन तथा अन्य निर्माण कार्य शुरू करते समय संबंधित विभाग जल जीवन मिशन तथा पीएचई विभाग से एनओसी अवश्य प्राप्त करें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि निर्माण कार्यों से पेयजल की पाइपलाइन को कोई नुकसान न हो। निर्माण कार्य शुरू होते समय पीएचई विभाग के तकनीकी अधिकारी भी मौके पर उपस्थित रहें। छोटी-छोटी गलतियों के कारण कई बसाहटों में पानी की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। इसके कारण सीएम हेल्पलाइन तथा समाधान ऑनलाइन में बड़ी संख्या में आवेदन पत्र लंबित हैं। नलजल योजनाओं के नियमित संचालन, हितग्राहियों से जल कर की वसूली तथा नल जल योजनाओं का रखरखाव जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की जिम्मेदारी है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा कि गोविंदगढ़ से टीकर तथा लक्ष्मणपुर मार्ग में क्षतिग्रस्त सड़कों का सुधार पीएचई एवं सड़क विकास निगम मिलकर करे। पेयजल की पाइपलाइन में मोटरपंप लगाने वालों को ग्राम पंचायत कठोरता से रोके। नलजल योजनाओं की निगरानी तथा जल कर की वसूली के लिए ग्राम पंचायतें स्वसहायता समूह अथवा युवाओं के समूह की सेवाएं ले सकती हैं। ग्राम पंचायतों द्वारा वसूल की गई राशि निर्धारित बैंक खाते में जमा कराएं। इस राशि से पंप आपरेटर के मानदेय का भुगतान करें। पूर्ण नलजल योजनाओं को ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित कराकर उनसे पेयजल की नियमित आपूर्ति कराएं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नलजल योजनाओं के संचालन की हर सप्ताह समीक्षा करें।
बैठक में प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती सपना त्रिपाठी ने कहा कि जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी 15 दिवस तक क्षतिग्रस्त सड़कों का सुधार करा लेंगे। ओवरहेड टैंक बनाने के लिए शेष बचे सभी 20 स्थानों में 10 दिवस में भूमि उपलब्ध करा दी जाएगी। बैठक में जिला प्रबंधक जल निगम चित्रांशु ने बताया कि कंदैला समूह नलजल योजना से 100 से अधिक गांवों में पानी की आपूर्ति नियमित रूप से की जा रही है। अब तक 46 गांवों से जल कर के रूप में 9 लाख रुपए से अधिक की राशि प्राप्त हो चुकी है। इसके अलावा अन्य 56 गांवों से भी जल कर की राशि प्राप्त हो रही है। बैठक में कार्यपालन यंत्री पीएचई संजय पाण्डेय ने बताया कि क्षतिग्रस्त सड़कों का सुधार तेजी से जारी है। तय समय सीमा में सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। अब तक 56 गांवों में सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इनमें से अधिकांश में सुधार का कार्य कर लिया गया है। नलजल योजनाओं के संचालन के लिए विकासखण्ड स्तर पर शीघ्र ही बैठक आयोजित कर सभी कठिनाईयों को दूर किया जाएगा। बैठक में कार्यपालन यंत्री पीएचई मैकेनिकल डीएल कनेल, जल जीवन मिशन तथा पीएचई की तकनीकी अधिकारी एवं निर्माण कार्यों से जुड़े विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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