मऊगंज में गौवंश को गोद लेने के लिए कलेक्टर की गौशाला का हुआ शुभारंभ

 

मऊगंज कलेक्टर की अभिनव पहल – निराश्रित गौवंश को मिलेगा ठिकाना
मऊगंज में गौवंश को गोद लेने के लिए कलेक्टर की गौशाला का हुआ शुभारंभ
गौ संरक्षण करने वालों को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा विधायक मनगवां ने दिए प्रमाण पत्र

रीवा 04 अक्टूबर 2024. मऊगंज जिले के हर गांव में बड़ी संख्या में गौवंशीय पशु हैं। खेती के यंत्रीकरण के कारण इनकी कृषि में उपयोगिता पहले की तुलना में कम हो गई है जिसके कारण बड़ी संख्या में गौवंश निराश्रित हैं। बारिश के मौसम में हाईवे सहित सभी प्रमुख सड़कों पर बड़ी संख्या में गौवंश रह रहे हैं। इन निराश्रित गौवंशों से फसलों को भी नुकसान हो रहा है। सड़कों में गौवंश वाहनों की आवाजाही में बाधा बनने के साथ कई बार दुर्घटना का कारण बनते हैं। सड़क दुर्घटनाओं में गौवंश की मौत होने के साथ-साथ जन धन की भी हानि होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए मऊगंज जिले के कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने अभिनव पहल की है। कलेक्टर ने रेस्टहाउस में बनाए गए अपने अस्थाई निवास में निराश्रित गौवंश को रखने की व्यवस्था की है। इसे कलेक्टर की गौशाला योजना का नाम दिया गया है। इस गौशाला से कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से गौ सेवा के भाव और संकल्प के साथ गाय ले जाकर उसकी सेवा कर सकता है। इस तरह गाय को गोद लेने वाले व्यक्तियों को कलेक्टर प्रमाण पत्र दे रहे हैं। कलेक्टर की गौशाला के अलावा भी निराश्रित गौवंश को गोद लेने वालों को यह प्रमाण पत्र दिया जा रहा है।
कलेक्टर की गौशाला योजना का मऊगंज के रेस्टहाउस में आयोजित समारोह में शुभारंभ किया गया है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा विधायक देवतालाब श्री गिरीश गौतम एवं विधायक मनगवां श्री नरेन्द्र प्रजापति ने संतों की पूजा-अर्चना, गायों की पूजा एवं दीप प्रज्ज्वलित कर अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्वेच्छा से गौ सेवा के लिए गाय ले जाने वाले व्यक्तियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
इस अवसर पर विधायक श्री गौतम ने कहा कि प्राचीन काल से गौ सेवा हमारे आर्थिक और सामाजिक विकास का आधार रही है। सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से भी गाय का बहुत महत्व है। गौ माता में सभी देवताओं का वास माना जाता है। गौ माता से प्राप्त दूध ही नहीं गौमूत्र और गोबर ही अत्यंत उपयोगी हैं। हर व्यक्ति अपनी सामर्थ्य के अनुसार निराश्रित गौवंश को घर ले जाकर उनकी सेवा करे। कलेक्टर की गौशाला कार्यक्रम केवल गौ माता के संरक्षण का प्रयास नहीं है बल्कि उसमें माता का जो भाव है उसे जागरूक करने का प्रयास है। मऊगंज गौवंश गोद में लेने वाला देश का पहला जिला बना है। गौसेवा के इस संकल्प को पूरा करने में सभी सहयोग दें। इस अवसर पर विधायक मनगवां ने कहा कि कलेक्टर मऊगंज ने निराश्रित गायों को सुरक्षित करने के लिए बहुत सराहनीय पहल की है। हर व्यक्ति स्वेच्छा से निराश्रित गायों की सेवा में सहयोग करे। हम दो-दो गौवंश भी अपने घर रखकर सेवा करेंगे तो हर निराश्रित गाय को आश्रय मिल जाएगा। कलेक्टर मऊगंज ने जो भगीरथ प्रयास शुरू किया है उसके परिणाम दूरगामी होंगे। गौ माता का दूध बहुत गुणकारी और उपयोगी है। इसलिए हम सबको गौपालन करना चाहिए।
कार्यक्रम में कलेक्टर ने गौवंश को गोद लेने के अभियान के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर की गौशाला में रहने वाली गायों तथा गोद लेने वाली गायों की पशु चिकित्सा विभाग से टैगिंग कराई जाएगी। प्रत्येक गौवंश का पूरा विवरण रखा जाएगा। इस अभिनव प्रयास के साथ-साथ नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों के सहयोग से भी निराश्रित गौवंश को गौशालाओं में व्यवस्थित किया जाएगा। कलेक्टर की गौशाला में आने वाले गौवंश को भी एक निश्चित समय के बाद गौशालाओं में भेजा जाएगा। अभियान के प्रथम चरण में मऊगंज शहर से 10 किलोमीटर की परिधि में विचरण कर रहे निराश्रित गौवंश को आश्रय देने का प्रयास किया जा रहा है। सामाजिक संगठन, धार्मिक संगठन तथा आमजनता भी गौ सेवा के इस अभियान में भागीदारी निभाकर गौवंश को सुरक्षित रखने में योगदान दे। कार्यक्रम में जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र मिश्रा, जनपद अध्यक्ष श्रीमती नीलम सिंह, रेडक्रास समिति के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, श्री केशव पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुराग पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर बीके पाण्डेय, एसडीएम हनुमना कमलेश पुरी, अन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

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