शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर है प्रवीण कुमारी सीएम राइज विद्यालय
शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर है प्रवीण कुमारी सीएम राइज विद्यालय
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस विद्यालय से ग्रहण की थी शिक्षा
रीवा 04 सितम्बर 2024. अपने अतीत के गौरव को समेटे रीवा का शासकीय प्रवीण कुमारी कन्या विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर है। इस विद्यालय में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने भी वर्ष 1977-78 तक प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा ग्रहण की थी। श्री शुक्ल ने प्रयास से ही यह विद्यालय वर्ष 2022-23 में सीएम राइज विद्यालय घोषित हुआ है और अब यहां इसकी प्राचीन इमारत को संरक्षित रखते हुए नवीन भव्य भवन का निर्माण कराया जा रहा है।
प्रवीण कुमारी कन्या विद्यालय की स्थापना रीवा की महारानी प्रवीण कुमारी ने वर्ष 1947-48 में मान्टेशरी स्कूल के नाम से की थी। इस विद्यालय में वर्ष 1982 तक बालक व बालिकाएं शिक्षा ग्रहण करते थे। वर्ष 1982-83 में इसे कन्या विद्यालय कर दिया गया। विद्यालय के प्राचार्य वरूणेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस विद्यालय की स्थापना करने वाली तथा बालिका शिक्षा में विशेष रूचि रखने वाली महारानी के नाम से इसका नामकरण प्रवीण कुमारी विद्यालय कर दिया गया। रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय तथा कन्या महाविद्यालय की स्थापना होने पर इनकी कक्षाएँ भी पी.के. स्कूल में संचालित होती थी और जब इन संस्थानों के भवन बन गये तो वह वहां संचालित होने लगे।
यह विद्यालय उत्तरोतर प्रगति की ओर अग्रसर है। इस विद्यालय का परीक्षा परिणाम वर्ष दर वर्ष उत्तरोतर प्रगति कर रहा है। गत वर्ष दसवीं कक्षा का परिणाम 77 प्रतिशत तथा बारहवीं का परिणाम 90 प्रतिशत रहा। विद्यालय की छात्राओं ने शिक्षा के साथ-साथ साहित्य, कला, संगीत तथा गायन के क्षेत्र में भी प्रदेश में विशिष्ट स्थान हासिल किया है। इस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर समाजसेवा, राजनीति, चिकित्सा सहित अन्य क्षेत्रों में अनेक विभूतियाँ देश व विदेश में अपना परचम लहरा रही हैं। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल वर्तमान समय में दैदीप्यमान सितारे की तरह प्रदेश की राजनीति में अपनी आभा बिखेर रहे हैं। उन्होंने विन्ध्य में विकास पुरूष के तौर पर अपनी पहचान बनायी है। अब यह विद्यालय उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल के प्रयासों से ही सीएम राइज विद्यालय हो गया है जहां अत्याधुनिक सर्व सुविधायुक्त भवन, स्मार्ट कक्षाएँ, छात्रावास, मध्यान्ह भोजन निर्माण व वितरण कक्ष सहित छात्रावास की सुविधा छात्राओं को मिलेगी।