विभाजन विभाषिका स्मृति दिवस का आयोजन संपन्न
विभाजन विभाषिका स्मृति दिवस का आयोजन संपन्न
स्मृति संगोष्ठी एवं श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन
रीवा 14 अगस्त 2024. भारत के विभाजन के दौरान प्राण न्यौछावर करने वाले परिवारों की स्मृति में आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर स्थानीय सिंधु भवन में स्मृति संगोष्ठी एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विधायक मनगवां इंजीनियर नरेन्द्र प्रजापति ने कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से लाखों बहनों एवं भाईयों को विस्थापित होना पड़ा और जान गंवानी पड़ी। उन्हीं लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में यह आयोजन किया गया है। आज जरूरत इस बात की है कि सामाजिक सद्भाव एवं एकता को मजबूत रखा जाए।
इस अवसर पर प्रभारी आयुक्त नगर निगम डॉ सौरभ सोनवणे ने कहा कि यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा बल्कि इससे सामाजिक सद्भाव, मानवीय संवेदनायें एवं एकता की भावना मजबूत होंगी। सभा में वरिष्ठ समाजसेवी सरदार प्रहलाद सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत का विस्थापन अभूतपूर्व मानव विस्थापन और मजबूरी में पलायन की दर्दनाक कहानी है। हमें देश को मजबूत करने वाले कदमों को और सबल करना होगा तथा देश व समाज में एकजुटता की भावना विकसित करनी होगी। इस दौरान हुकूमत राय होतवानी, सुदामालाल सचदेवा तथा कन्हैयालाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में संभागीय समन्वयक जन अभियान परिषद प्रवीण पाठक ने विषय प्रवेश करते हुए विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस आयोजन की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान घनश्यामदास काकवानी, शंकर साहनी, चांदीराय केशवानी, महेश ठारवानी सहित बड़ी संख्या में संभ्रांतजन उपस्थित रहे।