सुसंस्कृत समाज देश को विश्व गुरू बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा – उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल

सुसंस्कृत समाज देश को विश्व गुरू बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा – उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
एक पेड़ माँ के नाम अभियान में पौध रोपण कर उसे संरक्षित करने का संकल्प लें – उप मुख्यमंत्री
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा में अखिल भारतीय विश्वविद्यालयीन कर्मचारी महासंघ की राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ शुभारंभ

रीवा 08 अगस्त 2024. उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि सुसंस्कृत समाज देश को विश्व गुरू बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 21वीं सदी भारत की होगी। आज वह बात साकार हो रही है। 21वीं सदी के मध्य में हमारी आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे और भारत आर्थिक महाशक्ति बनकर विश्वगुरू का स्थान हासिल कर लेगा। श्री शुक्ल ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में दो दिवसीय अखिल भारतीय विश्वविद्यालयीन कर्मचारी महासंघ की राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं बैठक का शुभारंभ किया।
आयोजन के उ्दघाटन सत्र को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि आर्थिक संपन्नता के लिए संसाधनों का विकास आवश्यक है। संस्कारयुक्त शिक्षा से संवेदनशीलता आती है और संस्कृति के बिना शिक्षा उसी प्रकार अधूरी है जैसे सुगंध के बिना फूल। श्री शुक्ल ने कहा कि आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुनहरा है। उनके लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है। आमजनों के साथ विद्यार्थियों का दायित्व है कि वह एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पौधरोपण कर उसे संरक्षित करने का संकल्प लें। वृक्ष और संत दोनों ही दाता हैं। वृक्ष से जहाँ हमे ऑक्सीजन, फल व छाया मिलती है वहीं संतों के आशीर्वाद से व्यक्ति ऊँचाईयाँ प्राप्त कर लेता है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि पेड़ों का दोहन करें शोषण नहीं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा में विश्वविद्यालयीन कर्मचारी महासंघ की राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश भर के कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों में आपस में परिचर्चा होगी और उससे जो परिणाम निकलेगा वह विश्वविद्यालय के विकास में सहयोगी होगा। श्री शुक्ल ने कहा कि विश्वविद्यालय की भूमिका सुसंस्कृत समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण है। यहाँ से शोध पत्र प्रकाशित होते रहें क्योंकि शोध का परिणाम समाज को सही दिशा में ले जाने का मार्ग प्रशस्त करता है। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय को ऐसे विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करने का निष्ठा के साथ संकल्प लें जिसका देश में अपना नाम हो। श्री शुक्ल ने कहा कि रीवा एवं विन्ध्य को मेडिकल नशे से मुक्त करने के लिए पुलिस द्वारा कार्यवाही किए जाने के साथ ही युवाओं को इससे दूर रहने के लिए जागरूक करने तथा नशा करने वालों को सुधार केन्द्र तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है ताकि आने वाली पीढ़ी नशे से दूर रहे और सुसंस्कृत समाज का निर्माण हो।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल ने कहा कि रीवा में आयोजित होने वाला यह राष्ट्रीय कार्यक्रम कर्मचारियों एवं विश्वविद्यालय के हित में कारगर होगा। विधायक मऊगंज श्री प्रदीप पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि सुसंस्कृत समाज के निर्माण के लिए भारतीय संस्कृति व सनातन की शिक्षा देना अनिवार्य है। यह विश्वविद्यालय उपाधि देने के साथ ही उत्कृष्ट ज्ञान देने का केन्द्र बनेगा। इस अवसर पर विधायक मनगवां इंजी. नरेन्द्र प्रजापति ने कहा कि अपने कर्त्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करते हुए देश को विश्वगुरू बनाने में सहभागी बनें। नई शिक्षा नीति को लागू कर हम अपने सनातन एवं संस्कृति की शिक्षा दे पाने में सफल होंगे। उन्होंने सामंजस्य के साथ समभाव से सुंस्कृत देश के निर्माण में भागीदारी का आह्वान किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलगुरू प्रोफेसर राजकुमार आचार्य ने कहा कि हम बदलते भारत के दौर में हैं। इसलिए अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन निष्ठापूर्वक करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कर्मचारी छात्रों के बीच विश्वविद्यालय की छवि निर्मित करते हैं। राष्ट्रीय स्तर की इस संगोष्ठी से होने वाले मंथन से जो परिणाम निकलेंगे वह विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली व परिसर को बेहतर बनाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। इस अवसर पर पत्रिका दर्पण का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन डॉ आनंद सिंह ने किया। इस दौरान जनपद अध्यक्ष सिरमौर रवीना साकेत, कुलसचिव सुरेन्द्र सिंह परिहार, विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बुद्धसेन पटेल सहित देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी तथा प्राध्यापक, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी व सदस्य व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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