शंकराचार्य जी के दर्शन को जीवन में उतारें यही सच्ची सीख – कलेक्टर
एकात्म पर्व का आयोजन संपन्न
रीवा 06 मई 2022. आज प्रत्येक व्यक्ति को शकराचार्य जी के जीवन दर्शन को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए। उनके विचार आज सम्पूर्ण मानव जाति के लिए सम्यक व समस्पर्शी है। उन्होंने प्रत्येक प्राणी को समाज में पूरे सम्मान व सहिष्णुता के साथ जीवन जीने की दिशा दी। उन्होंने सही अर्थों में वेदों में निहित ज्ञान को सहज तरीके से समाज के सम्मुख प्रस्तुत किया। उक्त आशय के विचार म.प्र. जन अभियान परिषद रीवा द्वारा जिला पंचायत सभागार में आयोजित आदि गुरू शंकराचार्य जी की जयंती पर आयोजित एकात्म पर्व कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर मनोज पुष्प ने व्यक्त किए। उन्होने बड़े सहज तरीके से आदि गुरू शंकराचार्य जी द्वारा उद्धृत अद्वैत दर्शन के पक्ष को बताया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित कुलपति अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय डा. राजकुमार आचार्य ने कहा कि आदि गुरू शंकराचार्य भारत के एक महान दार्शनिक एवं धर्म प्रवर्तक थे। उन्होंने अद्वैत वेदान्त को ठोस आधार प्रदान किया। उन्होंने भगवत गीता, उपनिषदों और वेदान्त सूत्रों पर प्रसिद्ध टीकाएँ लिखी, उन्होने सांख्य दर्शन का ध्यान, कारणवाद और मीमांशा दर्शन के ज्ञान, कर्म – समुच्चयवाद का खंडन किया। उन्हाने भारतवर्ष में चार मठों की स्थापना की थी। जो अभी भी प्रसिद्ध और पवित्र माने जाते हैं।
व्याख्यान कार्यक्रम में सारस्वत उद्बोधन देते हुए स्वामी केशवानंद सरस्वती जी ने कहा कि आदि गुरू शंकराचार्य ने आत्मा और परमात्मा की एकरूपता पर आधारित विचारोपदेश दिये। जिसके अनुसार परमात्मा एक ही समय में सगुण और निर्गुण दोनो ही स्वरूपों में रहता है। वेदों में लिखे ज्ञान को एक मात्र ईश्वर को संबोधित समझा और उसका प्रसार तथा वार्ता पूरे भारत वर्ष में की। उन्होंने आदि शंकराचार्य जी द्वारा विरचित अनेक रचनाओं को साआघार वर्णन किया। व्याख्यान कार्यक्रम का विषय प्रवेश जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक प्रवीण पाठक ने करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी के आह्वान पर म.प्र. जन अभियान परिषद द्वारा प्रदेश के सभी 52 जिलों व 313 विकासखंडों में आदिगुरू शंकराचार्य जी के जीवन दर्शन पर आधारित व्याख्यान कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन अगले 12 मई तक पूरे प्रदेश में होंगे।
कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, जिला पंचायत सीईओ स्वप्निल वानखडे, गौ सर्वधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेश पाण्डेय, लक्ष्मण बाग गौशाला समिति के अध्यक्ष डा. प्रभाकर चतुर्वेदी, विद्या भारती के प्रांतीय उपाध्यक्ष संतोष अवधिया, आशीष द्विवेदी सहायक संचालक महिला बाल विकास विभाग, विकासखंड समन्वयक अमित अवस्थी, सुषमा शुक्ला, व्यापारी संघ के प्रकाश गुप्ता, परमजीत डंग, ब्राम्हाकुमारी आश्रम के बी.के. प्रकाश, गायत्री शक्तिपीठ के हेमराज शर्मा, ऋषिकेश जी सहित बड़ी संख्या में सामाजिक व अध्यात्मिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जय महाकाल सेवा संघ के अध्यक्ष देवेन्द्र द्विवेदी द्वारा किया गया।