करूणालय स्थापित कर समाज ने नैतिक जिम्मेदारी निभायी – ऊर्जा मंत्री श्री शुक्ल
अति रूग्ण वृद्धों के आश्रय-इलाज के लिये करूणालय लोकार्पित
करूणालय स्थापित कर समाज ने नैतिक जिम्मेदारी निभायी – ऊर्जा मंत्री श्री शुक्ल
ऊर्जा, खनिज साधन,नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा और जनसम्पर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल और संसद सदस्य जनार्दन मिश्र ने अति रूग्ण वृद्धों को आश्रय देकर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये निर्मित करूणालय का लोकार्पण किया। यह भवन भारतीय रेडक्रास सोसायटी रीवा द्वारा संचालित विविध सेवा वृद्ध आश्रय केन्द्र एवं वृद्धाश्रम स्वागत भवन के प्रांगण स्थित डारमेटरी के प्रथम तल में स्थापित है। इसका संचालन भारतीय रेडक्रास सोसायटी द्वारा किया जायेगा। करूणालय के लिये संसद सदस्य जनार्दन मिश्र और ऊर्जा मंत्री श्री शुक्ल ने अनुदान राशि प्रदान की है।
ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस अवसर पर कहा कि करूणालय की स्थापना कर समाज ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभायी है। ऐसे वृद्ध, जिनकी गंभीर बीमारियों का इलाज उनके परिवार विभिन्न कारणों से करा पाने में असमर्थ हो जाते हैं यहां आश्रय पाकर अपना इलाज करा पायेगें। भारतीय रेडक्रास सोसायटी रीवा के चेयरमेन डॉ. सज्जन सिंह का यह बहुत अच्छा, समाज को सुकून और उत्साह देने वाला प्रशन्सनीय प्रयास है। वृद्धाश्रम की स्थापना के बाद डे- केयर सेन्टर, डारमेटरी का निर्माण कराया गया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शासन और समाज की सक्रिय भागीदारी से करूणालय को विस्तार मिलेगा।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वृद्धावस्था में कैंसर रोग के कारण अधिक पीड़ा होती है। रीवा में कैंसर के लिये अत्याधुनिक इलाज का इंतजाम किया गया है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवायें प्राप्त की गयी है। अब और बेहतर इलाज के लिये चिकित्सकों की अनुशंसानुसार जरूरी अत्याधुनिक मशीनों को क्रय किया जायेगा। रीवा में कैंसर के इलाज की सुविधा बढ़ जाने से भोपाल या अन्य शहर जाकर इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या काफी कम हुयी है। यहां गरीब मरीजों का निःशुल्क इलाज भी होता है। इसमें निजी संस्था ने, जो कैंसर के इलाज में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं, उल्लेखनीय कार्य किये हैं।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि म.प्र. सरकार की गरीबों के लिये स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान निधि से हजारों की संख्या में गरीब मरीजों की बड़ी बीमारियों का निःशुल्क इलाज किया गया है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सर्वागींण विकास में अधोसंरचना के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य का विकास भी शामिल रहता है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में रीवा में सी.टी.एम.आर.आई. मशीन और कैंसर के इलाज की मशीन स्थापित है। यहां सुपर स्पेशलिटी अस्पताल स्वीकृत हुआ है। जिसका भूमिपूजन मई के प्रथम सप्ताह में प्रस्तावित है। अच्छे स्कूल रीवा में प्रारंभ हुये हैं। यहां स्वास्थ्य और शिक्षा में बेहतर सुविधाओं का विस्तार हो रहा है जो कि चहुंमुखी विकास का संकेत है।
संसद सदस्य जनार्दन मिश्र ने कहा कि वृद्धावस्था में बीमारियां होती हैं। कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जिसमें केवल मृत्यु का इंतजार ही शेष रह जाता है। ऐसी स्थिति में यदि परिवार साथ छोड़ देता है तो ऐसे पीड़ित व्यक्तियों के आश्रय एवं इलाज के लिये करूणालय है। सासंद श्री मिश्र ने कहा कि समाज के लिये सभी अच्छे कार्यों के लिये जो भी संभव होगा मैं करूंगा। समाज के लिये सेवाब्रत में डॉ. सज्जन सिंह और स्वर्गीय राव साहव के योगदान का उन्होंने स्मरण किया।
डॉ. सज्जन सिंह ने कहा कि करूणालय की स्थापना के साथ रीवा में वृद्धों की सेवा में नयी कड़ी जुड़ी है। वर्तमान में अनेक सामाजिक परिवर्तन हो रहे हैं। परिवार एकांकी हो रहे हैं। युवाओं में जीवनसंघर्ष के लिये भाग दौड़ बढ़ी है। उनके पास परिवार और वृद्ध सदस्यों के लिये समय कम हो गया है। मनुष्य की औसत आयु भी बढ़ी है। आयु बढ़ने के साथ स्वास्थ्यगत विसंगतियां बढ़ी हैं। जटिल मानसिक रोग और कैंसर की बीमारी बढ़ती जा रही है। ये बीमारियां वृद्ध के साथ परिवार को तोड़ देती हैं। ऐसी स्थिति में बीमार वृद्ध का साथ परिवार छोड़ देता है। ऐसे लोगों को ऐसा आश्रय चाहिये जहां इलाज कराते हुये वे मृत्यु का इंतजार कर सकें। करूणालय की स्थापना से इसी समस्या का हल खोजने की कोशिश की गयी है। करूणालय के निर्माण में तीन संसद सदस्यों से मिली आर्थिक मदद का उन्होंने स्मरण किया। उन्होंने आर्थिक तथा नैतिक मदद के लिये ऊर्जा मंत्री श्री शुक्ल के प्रयासों का उल्लेख भी किया। उन्होंने सहयोगी चिकित्सकों का भी आभार व्यक्त किया।
कैंसर यूनिट के डायरेक्टर डॉ. वीरेन्द्र सिंह ने रीवा में कैंसर के इलाज में सुविधा विस्तार, गरीबों के लिये निःशुल्क उपचार, इस दिशा में अब तक के प्रयासों तथा भविष्य की कार्ययोजना पर विस्तार से प्रकाश डाला। रेडक्रास सोसायटी के सचिव रमेश मिश्र ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर नेत्र विशेषज्ञ डॉ. सिद्दीकी, रमेश मिश्रा, डॉ. वीरेन्द्र सिंह, डॉ. खान, डॉ. एच.पी. सिंह, डॉ. डी.पी. सिंह, सुशीला दुबे आदि गणमान्य नागरिक मौजूद थे।