कृषक समृद्धशाली बनने के लिये उद्यानिकी फसलों को अपनायें
रीवा 17 फरवरी 2021. उद्यानिकी खाद्य प्रसंस्करण तथा नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री भरत सिंह कुशवाह एवं पूर्व मंत्री तथा विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित उद्यानिकी प्रदर्शनी का शुभारंभ कर प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मंत्री श्री कुशवाह ने उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण कृषक प्रशिक्षण शिविर का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। उद्यानिकी खाद्य प्रसंस्करण तथा नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कृषकों से कहा कि उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने तथा विस्तार करने के लिये प्रदेश के 20 आदर्श विकासखण्डों का चयन किया गया है। इसमें रीवा जिले के रीवा विकासखण्ड का चयन आदर्श विकासखण्ड के रूप में किया गया है। उन्होंने कहा कि चयनित आदर्श विकासखण्डों में सब्जी विस्तार, फल विस्तार, मशाला विस्तार, औषधि विस्तार किया जायेगा। इससे किसान के जीवन स्तर में आमूल-चूल परिवर्तन होगा। मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि कृषकों को समृद्धशाली बनाने के लिये आवश्यक है कि वे रवि एवं खरीफ की खेती के साथ ही उद्यानिकी फसलों को अपनाये। उन्होंने कहा कि एक जिला एक उत्पाद के तहत रीवा जिले का चयन सुन्दरजा आम के लिये किया गया है। किसानों को इस योजना के तहत फूड प्रोसेसिंग का लाभ दिया जायेगा। आगे चल कर जो किसान उद्यानिकी फसलों का उत्पादन करेंगे उन्हें चेन फैसिंग के लिये क्रमश: 70 प्रतिशत, 60 प्रतिशत, तथा 50 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा। किसान उद्यानिकी फसलों को अपनाकर आत्मनिर्भर बने। उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग नर्सरी में किसानों की मांग के अनुरूप ही पौधों का उत्पादन करें।
पूर्व मंत्री एवं विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने इस अवसर पर कहा कि समृद्ध शाली बनने के लिये आवश्यक है कि किसान परंपरागत खेती के साथ ही आधुनिक खेती को अपनाये। रीवा जिले में सिंचाई के लिये पानी एवं बिजली मिलने से कृषि के क्षेत्र में क्रांति आयी है। किसान खेती के साथ ही सब्जी उत्पादन, फल उत्पादन, मशाला, फूल की खेती, औषधि खेती का उत्पादन लेकर उसकी प्रोसेसिंग, पैकिंग एवं ब्रााडिंग करें तो वे समृद्धि शाली बनेंगे। पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री शुक्ल ने कहा कि उद्यानिकी फसलों को अपनाने के लिये किसानों को जागरूक किया जाय। उद्यानिकी फसलों के उत्पादन के लिये अनुदान दिया जाये तो किसान इसे शीघ्र अपनायेंगे। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश के 20 विकासखण्डों का चयन आदर्श विकासखण्ड के रूप में किया गया है। रीवा जिले के रीवा विकासखण्ड का चयन आदर्श विकासखण्ड के रूप में किया गया है। उन्होंने कहा कि रीवा जिले में उद्यानिकी फसलों के विस्तार के लिये खाद्य प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना की जाये ताकि किसान समृद्धि शाली बने। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक एवं खेती अपनाकर रकरी ग्राम के प्रगतिशील किसान धनन्जय सिंह करोड़ों रूपये का टर्न ओवर कर रहे हैं उनके द्वारा उत्पादित गुलाब हवाई जहाज से बाहर भेजे जाते हैं। उन्होंने कहा कि रीवा में फूड प्रोसेसिंग पार्क स्थापित किया जाय।
विधायक केपी त्रिपाठी ने कहा कि उद्यानिकी फसलों को अपनाकर किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी फसलों की सुरक्षा के लिए किसानों को चैन फैसिंग के लिये अनुदान दिया जाये। जिला पंचायत के कृषि समिति के सभापति ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रशिक्षण शिविर में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह, जिला पंचायत के कृषि समिति के सभापति लल्लू प्रसाद कुशवाह, कलेक्टर इलैयाराजा टी, जिला पंचायत सीईओ स्वप्निल वानखेड़े, संयुक्त संचालक उद्यान जे.पी. कोलेकर, सहायक संचालक उद्यान योगेश पाठक सहित प्रगतिशील किसान उपस्थित थे।