धान उपार्जन के लिए किसान का पंजीयन 15 सितम्बर से
रीवा 23 अगस्त 2020. खरीफ वर्ष 2020-21 में धान तथा अन्य मोटे अनाजों के उपार्जन के लिए किसान अपना पंजीयन 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर तक करायें। समर्थन मूल्य पर धान विक्रय का लाभ लेने के लिए किसान गत वर्ष की तरह पंजीयन केन्द्र कियोस्क सेंटर ई-उपार्जन पोर्टल तथा किसान एप के माध्यम से अपना पंजीयन करा सकेंगे। नये किसान, बटाई पर खेती करने वाले किसान तथा वनाधिकार पत्र धारी किसान केवल पंजीयन केन्द्र में ही अपना पंजीयन करा पायेंगे। पंजीयन के लिए किसान द्वारा बोई गयी फसल के सत्यापन के लिए 30 अगस्त तक गिरदावरी करके जानकारी भू-अभिलेख में दर्ज की जायेगी। इसके संबंध में किसान 14 सितम्बर तक दावा आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। जिन किसानों ने गत वर्ष पंजीयन कराया था उन्हें किसी भी प्रकार की दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्हें केवल बोये गये क्षेत्र की जानकारी तथा क्षेत्रफल दर्ज करना होगा।
प्रमुख सचिव ने बताया कि पंजीयन के समय सभी किसान अपने बैंक खाते की जानकारी अवश्य दें। बैंक पासबुक के प्रथम पृष्ठ की फोटोकापी आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत करें। बैंक खाता संख्या के साथ किसान के आधार पंजीयन की सीडिंग होना आवश्यक है। बटाई पर खेती करने वाले किसानों को अनुबंध पत्र तथा वनाधिकार पट्टे पर खेती करने वाले किसानों को वनाधिकार पत्र की छायाप्रति प्रस्तुत करना आवश्यक होगा। प्रमुख सचिव ने धान उपार्जन के लिए खरीदी केन्द्रों के निर्धारण तथा सभी खरीदी केन्द्रों में उपार्जन के लिए आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।