नईगढ़ी सूक्ष्म दबाव सिंचाई योजना के द्रुतगति से निर्माण के लिए प्राथमिकता के आधार पर किया जाये भू-अर्जन – पूर्व मंत्री श्री शुक्ल
बहुती, त्योंथर एवं नईगढ़ी नहर निर्माण से 3 लाख 87 हजार एकड़ में होगी सिंचाई
रीवा 10 अगस्त 2020. बाणसागर बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना रीवा जिले में ही नहीं पूरे विंध्य क्षेत्र के लिए वरदान साबित हुई है। इससे रीवा संभाग के सभी जिलों में खेती को उन्नत बनाने तथा फसलों का उत्पादन बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बाणसागर से सिंचाई के विस्तार के लिए नईगढ़ी सूक्ष्म दबाव नहर का निर्माण किया जाना है। नहर का निर्माण हो जाने पर 309 ग्रामों में सिंचाई सुविधा मिलने लगेगी। इस हेतु 120 ग्रामों के भू-अर्जन का कार्य किया जाना है। अब तक केवल 8 ग्रामों का ही अवार्ड पारित किया गया है। पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री राजेन्द्र शुक्ला ने भू-अर्जन के धीमी प्रगति पर अप्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि आगामी रबि सीजन में किसानों को सिंचाई के लिए बाणसागर नहरों से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वे कृत संकल्पित हैं। इस कार्य को उच्च प्राथमिकता के आधार पर किया जाय।
पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि बहुती नहर योजना के अन्तर्गत यूनिट एक से 375 एकड़ में सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी, यूनिट-2 तथा त्योंथर फ्लों के माध्यम से 37 हजार एकड़ में और क्योंटी केनाल से 30 हजार एकड़ में सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि बहुती नहर का निर्माण हो जाने पर 1.62 हजार एकड़, त्योंथर केनाल से 100 हजार एकड़ तथा नईगढ़ी नहर से 1.25 हजार एकड़ में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। बताया गया कि निर्माण एजेंसी जय प्रकाश मेसर्स एसोसियेट ग्रेटरनोयडा (उत्तरप्रदेश) एवं सदभाव ग्रुप को बनाया गया है।
बैठक में पूर्व मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि बाणसागर बाध की नहरों का लाभ रीवा जिले के अधिकांश क्षेत्रों को मिल रहा है। जिले का नईगढ़ी तथा मऊगंज क्षेत्र के किसानों को बाणसागर के पानी का पूरा लाभ अब तक नहीं मिला था। इस कमी को दूर करने के लिए नईगढ़ी नहर का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही त्योंथर एवं बहुती नहर का निर्माण किया जा रहा है। सिंचाई की सुविधा मिलने से किसानों की तकदीर बदल जायेगी। खेती को उन्नत बनाने तथा स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के अवसर मिलेगे। खेती के विकास से ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को गति मिलेगी साथ ही व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। इन नहरों का निर्माण हो जाने पर किसानों के लिए वरदान साबित होगी।
बैठक में पूर्व मंत्री ने कहा कि नहर का निर्माण निर्धारित समय सीमा में पूरा करायें। जिससे आगामी फसल के लिए किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल सके। नहर निर्माण की सभी बाधायें दूर करें। मुख्य नहर के निर्माण के साथ-साथ किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए सहायक नहरों का भी काम समय सीमा में पूरा करायें।
बैठक में कलेक्टर इलैयाराजा टी, गंगाकछार के मुख्य अभियंता ए.के. जैन, अधीक्षण यंत्री नहर संभाग सीएम त्रिपाठी, अधीक्षण यंत्री पक्काबाध डी.के. शर्मा, कार्यपालन यंत्री नईगढ़ी क्योंटी केनाल मनोज तिवारी, संयुक्त कलेक्टर अरविंद कुमार झा, एसडीएम माला त्रिपाठी, जे.पी. प्रबंधन के जीएस राणा, प्रोजेक्ट इंचार्ज आमोद गुप्ता, राजेश पाण्डेय, विवेक दुबे सहित अधिकारी उपस्थित थे।